2 इतिहास 22:9 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)9 तब उसने अहज्याह को ढूँढ़ा। वह शोमरोन में छिपा था, अत: लोगों ने उसको पकड़ लिया और येहू के पास पहुँचाकर उसको मार डाला। तब यह कहकर उसको मिट्टी दी, “यह यहोशापात का पोता है, जो अपने पूरे मन से यहोवा की खोज करता था।” और अहज्याह के घराने में राज्य करने के योग्य कोई न रहा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल9 तब येहू अहज्याह की खोज में था। येहू के लोगों ने उसे उस समय पकड़ लिया जब वह शोमरोन नगर में छिपने का प्रयत्न कर रहा था। वे अहज्याह को येहू के पास लाए। उन्होंने अहज्याह को मार दिया और उसे दफना दिया। उन्होंने कहा, “अहज्याह यहोशापात का वंशज है। यहोशापात ने पूरे हृदय से यहोवा का अनुसरण किया था।” अहज्याह के परिवार में वह शक्ति नहीं थी कि यहूदा के राज्य को अखण्ड रख सके। अध्याय देखेंHindi Holy Bible9 तब उसने अहज्याह को ढूंढ़ा। वह शोमरोन में छिपा था, सो लोगों ने उसको पकड़ लिया और येहू के पास पहुंचा कर उसको मार डाला। तब यह कह कर उसको मिट्टी दी, कि यह यहोशपात का पोता है, जो अपने पूरे मन से यहोवा की खोज करता था। और अहज्याह के घराने में राज्य करने के योग्य कोई न रहा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)9 तब येहू ने अहज्याह की तलाश की। अहज्याह सामरी नगर में छिपा हुआ था। सैनिकों ने उसको पकड़ लिया। वह येहू के सामने पेश किया गया। येहू ने उसका वध करवा दिया। सेवकों ने उसका शव सम्मान के साथ गाड़ा, क्योंकि वे कहते थे, ‘यह यहोशाफट का नाती है, जिसने सम्पूर्ण हृदय से प्रभु को खोजा था।’ अहज्याह के परिवार में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं था, जो राज्य कर सके। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल9 उसने अहज़्याह की खोज की और उसे शमरिया में जा पकड़ा, जहां वह जा छिपा था. वे उसे येहू के सामने लाए. वहीं उन्होंने उसका वध किया और उसे गाड़ दिया. क्योंकि वे याद कर रहे थे कि वह यहोशाफ़ात का पोता है, जिसने पूरे हृदय से याहवेह की इच्छा जानने की खोज की थी. अब कोई भी बचा न रहा, जो यहूदिया राज्य के अधिकार को स्थिर रख सके. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20199 तब उसने अहज्याह को ढूँढ़ा। वह सामरिया में छिपा था, अतः लोगों ने उसको पकड़ लिया और येहू के पास पहुँचाकर उसको मार डाला। तब यह कहकर उसको मिट्टी दी, “यह यहोशापात का पोता है, जो अपने पूरे मन से यहोवा की खोज करता था।” और अहज्याह के घराने में राज्य करने के योग्य कोई न रहा। अध्याय देखें |