2 इतिहास 19:10 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)10 तुम्हारे भाई जो अपने अपने नगर में रहते हैं, उनमें से जिसका कोई मुक़द्दमा तुम्हारे सामने आए, चाहे वह खून का हो, चाहे व्यवस्था, अथवा किसी आज्ञा या विधि या नियम के विषय हो, उनको चिता देना कि यहोवा के विषय दोषी न हो। ऐसा न हो कि तुम पर और तुम्हारे भाइयों पर उसका क्रोध भड़के। ऐसा करो तो तुम दोषी न ठहरोगे। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल10 तुम्हारे पास हत्या, नियम, आदेश, शासन या किसी अन्य नियमों के मामले आ सकते हैं। ये सभी मामले नगरों में रहने वाले तुम्हारे भाईयों के यह से आएंगे। इन सभी मामलों में लोगों को इस बात की चेतावनी दो कि वे लोग यहोवा के विरुद्ध पाप न करें। यदि तुम विश्वास योग्यता के साथ यहोवा की सेवा नहीं करते तो तुम यहोवा के क्रोध को अपने ऊपर और अपने भाईयों के ऊपर लाने का कारण बनोगे। यह करो, तब तुम अपराधी नही होगे। अध्याय देखेंHindi Holy Bible10 तुम्हारे भाई जो अपने अपने नगर में रहते हैं, उन में से जिसका कोई मुकद्दमा तुम्हारे साम्हने आए, चाहे वह खून का हो, चाहे व्यवस्था, अथवा किसी आज्ञा या विधि वा नियम के विषय हो, उन को चिता देना, कि यहोवा के विषय दोषी न होओ। बेसा न हो कि तुम पर और तुम्हारे भाइयों पर उसका क्रोध भड़के। ऐसा करो तो तुम दोषी न ठहरोगे। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)10 जब कभी नगरों में रहने वाले तुम्हारे भाई-बन्धु तुम्हारे पास हत्या, धर्म-व्यवस्था, आज्ञा, संविधि अथवा धर्म-प्रथाओं के सम्बन्ध में कोई मुकद्दमा लाएंगे, तो तुम उनको समझाना कि वे प्रभु के सम्मुख दोषी न बनें, और तुम पर तथा तुम्हारे भाई-बन्धुओं पर प्रभु का क्रोध न भड़के। तुम ऐसा ही करना; तब तुम निर्दोष रहोगे। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल10 जब कभी प्रजाजनों की ओर से तुम्हारे सामने खून खराबा, नियम तोड़ने से संबंधित मुकद्दमा लाया जाए, तब तुम उन्हें निर्देश देना. उन्हें चेतावनी देना है कि वे याहवेह के सामने दोषी साबित न हों और तुम पर और तुम्हारे भाइयों पर परमेश्वर का क्रोध न उतरे. इस तरह की प्रक्रिया से तुम दोषी नहीं पाए जाओगे. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201910 तुम्हारे भाई जो अपने-अपने नगर में रहते हैं, उनमें से जिसका कोई मुकद्दमा तुम्हारे सामने आए, चाहे वह खून का हो, चाहे व्यवस्था, अथवा किसी आज्ञा या विधि या नियम के विषय हो, उनको चिता देना कि यहोवा के विषय दोषी न हो। ऐसा न हो कि तुम पर और तुम्हारे भाइयों पर उसका क्रोध भड़के। ऐसा करो तो तुम दोषी न ठहरोगे। अध्याय देखें |