Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




1 कुरिन्थियों 7:37 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

37 परन्तु जो मन में दृढ़ रहता है, और उसको आवश्यकता न हो, वरन् अपनी इच्छा पर अधिकार रखता हो, और अपने मन में यह बात ठान ली हो कि वह अपनी कुँवारी लड़की को अविवाहित रखेगा, वह अच्छा करता है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

37 किन्तु जो अपने मन में बहुत पक्का है और जिस पर कोई दबाव भी नहीं है, बल्कि जिसका अपनी इच्छाओं पर भी पूरा बस है और जिसने अपने मन में पूरा निश्चय कर लिया है कि वह अपनी प्रिया से विवाह नहीं करेगा तो वह अच्छा ही कर रहा है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

37 परन्तु जो मन में दृढ़ रहता है, और उस को प्रयोजन न हो, वरन अपनी इच्छा पूरी करने में अधिकार रखता हो, और अपने मन में यह बात ठान ली हो, कि मैं अपनी कुंवारी लड़की को बिन ब्याही रखूंगा, वह अच्छा करता है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

37 किन्‍तु जिसका मन सुदृढ़ है, जो किसी भी तरह बाध्‍य नहीं है और अपनी इच्‍छा के अनुसार चलने का अधिकारी है, यदि उसने अपने मन में यह संकल्‍प किया है कि वह अपनी मंगेतर युवती का कुआँरापन सुरक्षित रखेगा, तो वह अच्‍छा करता है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

37 परंतु वह जो विवश हुए बिना अपने मन में दृढ़ रहता है और अपनी इच्छा पूरी करने का अधिकार रखता है और जिसने अपने मन में अपनी कुँवारी कन्या को ऐसे ही रखने का निर्णय ले लिया हो, वह अच्छा ही करता है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

37 किंतु वह, जो बिना किसी बाधा के दृढ़ संकल्प है, अपनी इच्छा अनुसार निर्णय लेने की स्थिति में है तथा जिसने अपनी पुत्री का विवाह न करने का निश्चय कर लिया है, उसका निर्णय सही है.

अध्याय देखें प्रतिलिपि




1 कुरिन्थियों 7:37
6 क्रॉस रेफरेंस  

परन्तु दानिय्येल ने अपने मन में ठान लिया कि वह राजा का भोजन खाकर, और उसके पीने का दाखमधु पीकर अपवित्र न होए; इसलिये उस ने खोजों के प्रधान से विनती की कि उसे अपवित्र न होना पड़े।


उन बातों के विषय में जो तुम ने लिखीं, यह अच्छा है कि पुरुष स्त्री को न छूए।


यदि कोई यह समझे कि मैं अपनी उस कुँवारी का हक्‍क मार रहा हूँ, जिसकी जवानी ढल रही है, और आवश्यकता भी हो, तो जैसा चाहे वैसा करे, इसमें पाप नहीं, वह उसका विवाह होने दे।


इसलिये जो अपनी कुँवारी का विवाह कर देता है, वह अच्छा करता है, और जो विवाह नहीं कर देता, वह और भी अच्छा करता है।


हर एक जन जैसा मन में ठाने वैसा ही दान करे; न कुढ़ कुढ़ के और न दबाव से, क्योंकि परमेश्‍वर हर्ष से देनेवाले से प्रेम रखता है।


कि परमेश्‍वर के उस झुंड की, जो तुम्हारे बीच में है रखवाली करो; और यह दबाव से नहीं परन्तु परमेश्‍वर की इच्छा के अनुसार आनन्द से, और नीच–कमाई के लिये नहीं पर मन लगा कर।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों