Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




सभोपदेशक 6:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

11 जीवन के विषय में जितना विचार करो, उतना ही वह निस्‍सार लगता है, तो ऐसे जीवन से मनुष्‍य को क्‍या लाभ?

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

11 बहुत सी ऐसी बातें हैं जिनके कारण जीवन और भी व्यर्थ होता है तो फिर मनुष्य को क्या लाभ?

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

11 बहुत सी ऐसी बातें हैं जिनके कारण जीवन और भी व्यर्थ होता है तो फिर मनुष्य को क्या लाभ?

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

11 जितनी अधिक बातें उतना अधिक व्यर्थ जीवन! फिर मनुष्य को इससे क्या लाभ?

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

11 शब्द जितना अधिक है, अर्थ उतना कम होता है. इससे मनुष्य को क्या फायदा?

अध्याय देखें प्रतिलिपि




सभोपदेशक 6:11
13 क्रॉस रेफरेंस  

अत: अहंकार उनका कण्‍ठहार है; हिंसा उनका ओढ़ना है।


मैंने अपने हृदय में कहा, “जो दशा मूर्ख की होती है, वही मेरी भी होगी। फिर मैं इतना बुद्धिमान क्‍यों हुआ?” अत: मैंने अपने हृदय में कहा, “मूर्ख होना, अथवा बुद्धिमान होना भी व्‍यर्थ है।”


मनुष्‍य और पशु एक ही गति को प्राप्‍त होते हैं। जैसे पशु मरता है वैसे ही मनुष्‍य भी। उन सब में एक ही से प्राण हैं। मनुष्‍य पशु से श्रेष्‍ठ नहीं है। अत: सब व्‍यर्थ है।


उसके अनुगामियों कि संख्‍या, जिनका उसने नेतृत्‍व किया, अगणित थी। फिर भी आनेवाली पीढ़ी उससे प्रसन्न नहीं होगी। अत: निस्‍सन्‍देह यह भी व्‍यर्थ है, यह मानो हवा को पकड़ना है।


यद्यपि मनुष्‍य अकेला है, उसका पुत्र नहीं, भाई नहीं, तथापि वह निरन्‍तर कमाता ही जाता है, उसके परिश्रम का कोई अन्‍त नहीं। उसकी आंखें धन-सम्‍पत्ति से तृप्‍त नहीं होतीं। वह अपने आपसे कभी पूछता नहीं, “मैं यह सब परिश्रम किसके लिए कर रहा हूं, और क्‍यों स्‍वयं को सुख-चैन से वंचित कर रहा हूं?” यह भी व्‍यर्थ है, और एक दु:खद कार्य-व्‍यापार है।


जब व्यक्‍ति अधिकाधिक स्‍वप्‍न देखने लगता है, तब उसकी व्‍यर्थ बातें भी बढ़ जाती हैं। किन्‍तु तुम परमेश्‍वर का भय मानना।


जो कुछ भी मनुष्‍य हो, उसे उसका नाम आदि में ही दे दिया गया था : मनुष्‍य के विषय में यह प्रकट कर दिया गया था कि वह केवल मिट्टी है। अत: वह अपने से अधिक बलवान व्यक्‍ति से लड़ नहीं सकता।


मनुष्‍य अपना क्षणिक जीवन परछाँई के समान व्‍यतीत करता है; अत: कौन जानता है कि उसके लिए ऐसे जीवन में उत्तम क्‍या है? मनुष्‍य को कौन बता सकता है कि उसकी मृत्‍यु के पश्‍चात् सूर्य के नीचे धरती पर क्‍या होगा?


एफ्रइम हवा को चराता है, और दिन भर पूर्वी हवा का पीछा करता है। वह झूठ और हिंसा की वृद्धि करता है। वह असीरिया देश से सन्‍धि करता और मिस्र देश को तेल की भेंट चढ़ाता है।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों