व्यवस्थाविवरण 32:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)5 परन्तु इस्राएलियों ने प्रभु के साथ भ्रष्ट व्यवहार किया; वे अपने कलंक के कारण उसके पुत्र- पुत्रियां नहीं रहे। वे विकृत और कुटिल पीढ़ी के लोग हैं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल5 तुम लोगों ने दुर्व्यवहार किया उससे अतः नहीं उसके जन तुम सच्चे। आज्ञा भंजक बच्चों से तुम हो, तुम एक दुष्ट और भ्रष्ट पीढ़ी हो। अध्याय देखेंHindi Holy Bible5 परन्तु इसी जाति के लोग टेढ़े और तिर्छे हैं; ये बिगड़ गए, ये उसके पुत्र नहीं; यह उनका कलंक है॥ अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)5 परन्तु इसी जाति के लोग टेढ़े और तिर्छे हैं; ये बिगड़ गए, ये उसके पुत्र नहीं; यह उनका कलंक है। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल5 याहवेह के प्रति उनका पालन विकृत रहा है, उनके दोष पूरा होने के कारण वे उनकी संतान नहीं रह गए, परंतु अब वे हैं पतनोन्मुख और कुटिल पीढ़ी! अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20195 परन्तु इसी जाति के लोग टेढ़े और तिरछे हैं; ये बिगड़ गए, ये उसके पुत्र नहीं; यह उनका कलंक है। (मत्ती 17:17) अध्याय देखें |
प्रभु ने यह कहा, ‘निस्सन्देह ये मेरे निज लोग हैं, ये मेरे पुत्र-पुत्रियां हैं, और मुझे धोखा नहीं देंगे।’ उनके दु:ख में प्रभु उनका उद्धारकर्ता बन गया। न किसी संदेशवाहक ने, न किसी स्वर्गदूत ने वरन् स्वयं उसकी उपस्थिति ने उनका उद्धार किया। प्रभु ने अपने प्रेम और दया के कारण उन्हें छुड़ाया। वह प्राचीनकाल से उन्हें शिशु के सदृश गोद में उठाकर ले जा रहा है।
किन्तु उस शासक की मृत्यु के बाद इस्राएली प्रभु से विमुख हो जाते थे। वे अपने पूर्वजों की अपेक्षा अधिक बुरा व्यवहार करते थे। वे अन्य जातियों के देवताओं का अनुसरण करते थे। उनकी पूजा-आराधना करते थे। वे झुककर उनकी वंदना करते थे। उन्होंने अपनी बुरी प्रथाओं का, पूर्वजों के हठधर्म के मार्ग का, त्याग नहीं किया।