1 जो विधान प्रभु ने इस्राएली समाज के साथ होरेब पर्वत पर स्थापित किया था, उसके अतिरिक्त प्रभु ने मूसा को आदेश दिया कि वह इस्राएली समाज के साथ मोआब देश में एक विधान स्थापित करे। उस विधान के ये शब्द हैं :
1 ये बातें उस वाचा का अंग हैं जिस वाचा को यहोवा ने मोआब प्रदेश मे इस्राएल के लोगों के साथ मूसा से करने को कहा। यहोवा ने इस वाचा को उस साक्षीपत्र से अतिरिक्त किया जिसे उसने इस्राएल के लोगों के साथ होरेब (सीनै) पर्वत पर किया था।
1 इस्त्राएलियों से जिस वाचा के बान्धने की आज्ञा यहोवा ने मूसा को मोआब के देश में दी उसके ये ही वचन हैं, और जो वाचा उसने उन से होरेब पहाड़ पर बान्धी थी यह उस से अलग है।
1 इस्राएलियों से जो वाचा बाँधने की आज्ञा यहोवा ने मूसा को मोआब के देश में दी उसके ये ही वचन हैं, और जो वाचा उसने उनसे होरेब पहाड़ पर बाँधी थी यह उससे अलग है।
1 इस्राएलियों से जो वाचा के बाँधने की आज्ञा यहोवा ने मूसा को मोआब के देश में दी उसके ये ही वचन हैं, और जो वाचा उसने उनसे होरेब पहाड़ पर बाँधी थी यह उससे अलग है।
तब राजा योशियाह मंच पर खड़ा हुआ। उसने प्रभु के साथ यह विधान स्थापित किया, कि वह प्रभु का अनुसरण करेगा, अपने सम्पूर्ण हृदय और सम्पूर्ण प्राण से उसकी आज्ञाओं, सािक्षयों तथा संविधियों का पालन करेगा। वह इस विधान की पुस्तक में लिखे गए वचनों पर दृढ़ रहेगा। समस्त जनता ने भी प्रतिज्ञा की, कि वह विधान का पालन करेगी।
प्रभु ने मुझ से कहा, ‘यिर्मयाह, तू ये शब्द यहूदा प्रदेश के नगरों तथा यरूशलेम के गली-कूचों में घोषित कर: विधान के ये शब्द सुनो और उनके अनुसार आचरण करो।
यह विधान उस विधान के समान नहीं होगा, जो मैंने उनके पूर्वजों से स्थापित किया था। जब मैं उनका हाथ पकड़ कर उन्हें मिस्र देश से निकाल लाया था, तब मैंने उनसे विधान स्थापित किया था। किन्तु उन्होंने मेरे विधान को तोड़ डाला था, यद्यपि मैं उन का स्वामी था। मुझ-प्रभु की यह वाणी है।’
जिन्होंने मेरे समझौते को भंग किया, जिन्होंने उस समझौते की शर्तों का पालन नहीं किया, जो उन्होंने मेरे सम्मुख किया था, उन को मैं उसी बछड़े के समान दो टुकड़े कर दूंगा जिसके उन्होंने समझौते के अवसर पर दो टुकड़े किए थे, और टुकड़ों के बीच से गुजरे थे।
“आप लोग नबियों की संतान और उस विधान के भागीदार हैं, जिसे परमेश्वर ने आपके पूर्वजों के साथ उस समय निर्धारित किया, जब उसने अब्राहम से कहा, ‘तेरे वंश के द्वारा संसार की समस्त जातियां आशिष पायेंगी।’
जो बातें मूसा ने समस्त इस्राएली समाज से यर्दन नदी के उस पार के निर्जन प्रदेश में कहीं, वे ये हैं। वह स्थान सूफ के सम्मुख अराबाह में, पारन और तोफल, लाबान, हसेरोत और दी-जाहब के मध्य में है।
प्रभु तुझ को जलयानों में मिस्र देश वापस ले जाएगा, यद्यपि मैंने कहा था कि तू फिर कभी उस मार्ग पर नहीं लौटेगा। वहाँ तू स्वयं को गुलाम स्त्री-पुरुष के रूप में अपने शत्रुओं के हाथ बेचना चाहेगा, किन्तु तुझे खरीदने वाला कोई नहीं होगा।’
मूसा ने समस्त इस्राएली समाज को बुलाया, और उनसे यह कहा, ‘जो व्यवहार प्रभु ने मिस्र देश में तुम्हारी आंखों के सामने फरओ तथा उसके सारे कर्मचारियों के साथ, उसके समस्त देश के साथ किया था, वह तुमने देखा है।
व्यवस्था की प्रस्तुत पुस्तक में लिखित विधान के समस्त अभिशापों के अनुसार प्रभु इस्राएल के सब कुलों में से उस व्यक्ति को उसके विनाश के लिए अलग करेगा।
तब लोग कहेंगे, “जब प्रभु उन्हें मिस्र देश से निकाल कर लाया था तब उसने उनके साथ एक विधान स्थापित किया था। उन्होंने प्रभु के, अपने पूर्वजों के परमेश्वर के इस विधान को त्याग दिया,
जिस दिन तुम अपने प्रभु परमेश्वर के सम्मुख होरेब पर्वत पर खड़े थे तब प्रभु ने मुझसे यह कहा था, “लोगों को मेरे पास एकत्र कर कि मैं उन्हें अपनी बात सुना सकूं, जिससे वे पृथ्वी पर जीवन-भर मेरी भक्ति करना सीखें और अपनी सन्तान को भी यह बात सिखाएं।”
प्रभु ने अपना विधान अर्थात् दस आज्ञाएं तुम पर घोषित की थीं और उनका पालन करने का आदेश उसने तुम्हें दिया था। उसने उनको पत्थर की दो पट्टियों पर लिखा था।
तुम सावधान रहना। ऐसा न हो कि तुम अपने प्रभु परमेश्वर के विधान को, जिसे उसने तुम्हारे साथ स्थापित किया है, भूल जाओ, और किसी की आकृति के अनुरूप कोई मूर्ति बनाओ, जिसको तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने मना किया है,
यह उस विधान की तरह नहीं होगा जिसे मैंने उनके पूर्वजों के लिए उस समय निर्धारित किया था, जब मैंने उन्हें मिस्र से निकालने के लिए उनके हाथ थामे थे। प्रभु यह कहता है: उन्होंने मेरे विधान का पालन नहीं किया, इसलिए मैंने भी उनकी सुध नहीं ली।