व्यवस्थाविवरण 12:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)
21 यदि वह स्थान तुझसे दूर होगा, जिसको तेरा प्रभु परमेश्वर अपना नाम वहाँ प्रतिष्ठित करने के लिए चुनेगा, तो प्रभु द्वारा दिए गए गाय-बैल, भेड़-बकरी में से किसी भी पशु को मार सकता है, जैसा आदेश मैंने तुझे दिया है। तू अपने नगर के भीतर अपनी इच्छानुसार उसको खा सकता है।
21 जो स्थान तेरा परमेश्वर यहोवा अपना नाम बनाए रखने के लिये चुन ले वह यदि तुझ से बहुत दूर हो, तो जो गाय-बैल भेड़-बकरी यहोवा ने तुझे दी हों, उन में से जो कुछ तेरा जी चाहे, उसे मेरी आज्ञा के अनुसार मार के अपने फाटकों के भीतर खा सकेगा।
21 जो स्थान तेरा परमेश्वर यहोवा अपना नाम बनाए रखने के लिये चुन ले वह यदि तुझ से बहुत दूर हो, तो जो गाय–बैल, भेड़–बकरी यहोवा ने तुझे दी हों, उनमें से जो कुछ तेरा जी चाहे, उसे मेरी आज्ञा के अनुसार मारके अपने फाटकों के भीतर खा सकेगा।
21 यदि वह स्थान, जिसे याहवेह तुम्हारे परमेश्वर ने अपनी प्रतिष्ठा-स्थापना के लिए चुना है, तुम्हारे लिए बहुत दूर है, तब तो तुम अपने भेड़-बकरी या पशु में से, जो तुम्हें याहवेह द्वारा ही प्रदान किया गया है.
21 जो स्थान तेरा परमेश्वर यहोवा अपना नाम बनाए रखने के लिये चुन ले वह यदि तुझ से बहुत दूर हो, तो जो गाय-बैल भेड़-बकरी यहोवा ने तुझे दी हों, उनमें से जो कुछ तेरा जी चाहे, उसे मेरी आज्ञा के अनुसार मारकर अपने फाटकों के भीतर खा सकेगा। (लैव्य. 14:24)
यहूदा प्रदेशों में सुलेमान का पुत्र रहबआम राज्य करता था। जब उसने राज्य करना आरम्भ किया, तब उसकी आयु इकतालीस वर्ष की थी। उसने राजधानी यरूशलेम में सत्रह वर्ष तक राज्य किया। प्रभु ने अपने नाम को प्रतिष्ठित करने के लिए इस्राएल के समस्त कुलों के भूमि-क्षेत्रों से इस यरूशलेम नगर को चुना था। रहबआम की मां का नाम नामाह था। वह अम्मोन देश की थी।
राजा रहबआम ने राजधानी यरूशलेम में स्वयं को पुन: सुदृढ़ किया, और यहूदा प्रदेश पर राज्य करने लगा। जब उसने राज्य करना आरम्भ किया तब उसकी आयु इकतालीस वर्ष की थी। उसने राजधानी यरूशलेम में सत्रह वर्ष तक राज्य किया। प्रभु ने अपने नाम को प्रतिष्ठित करने के लिए इस्राएल के समस्त कुलों के क्षेत्रों में से इस यरूशलेम नगर को चुना था। रहबआम की मां का नाम नामाह था। वह अम्मोन देश की थी।
परमेश्वर, जिसने अपने नाम को वहां प्रतिष्ठित किया है, उस राजा को, उस कौम को तहस-नहस कर दे जो मेरी आज्ञा को बदलेगा, अथवा यरूशलेम में स्थित परमेश्वर के भवन को नष्ट करने के लिए उसकी ओर हाथ बढ़ाएगा। मैं-दारा यह राजाज्ञा प्रसारित करता हूं। इसका पूरी तरह पालन किया जाए!’
तू मिट्टी की एक वेदी बनाना और उस पर मुझे अपनी अग्नि-बलि और सहभागिता-बलि, अपनी भेड़ और बैल की बलि चढ़ाना। प्रत्येक स्थान में, जहाँ मैं अपना नाम स्मरण के लिए प्रतिष्ठित करता हूं, वहाँ मैं आकर तुझे आशीष दूंगा।
तब तुम उस स्थान पर, जिसको तुम्हारा प्रभु परमेश्वर चुनेगा और अपने नाम को वहां प्रतिष्ठित करेगा, ये सब वस्तुएं लाना, जिनका आदेश मैंने तुम्हें दिया है : तुम्हारी अग्नि-बलि और पशु-बलि, तुम्हारा दशमांश तथा भेंट जिसको तुम चढ़ाते हो, और तुम्हारी समस्त मन्नत-बलि, जिसकी मन्नत तुम प्रभु से मानते हो।
‘फिर भी तू अपने किसी भी नगर में पशु मार कर अपनी इच्छा और प्रभु परमेश्वर द्वारा दी गई आशिष के अनुसार मांस खा सकता है। शुद्ध और अशुद्ध मनुष्य उसको खा सकते हैं, जैसे चिकारे या हरिण का मांस।
‘जब तेरा प्रभु परमेश्वर अपने वचन के अनुसार तेरी सीमा को बढ़ाएगा, और तू कहेगा, “मैं मांस खाऊंगा” , क्योंकि तू मांस की इच्छा करता है, तो तू जितना चाहे, उतना मांस खा सकता है।
किन्तु तुम अपने प्रभु परमेश्वर को उस स्थान में ढूंढ़ना जिसको वह स्वयं तुम्हारे सब कुलों की भूमि-भाग में से चुनेगा और वहाँ अपने नाम को प्रतिष्ठित करेगा तथा अपना निवास-स्थान बनाएगा।
तू अपने पुत्र-पुत्रियों, सेवक-सेविकाओं, तथा तेरे नगर में रहने वाले लेवीय जन, तेरे मध्य में रहने वाले प्रवासियों, पितृहीनों, और विधवाओं के साथ, अपने प्रभु परमेश्वर के सम्मुख उस स्थान में आनन्द मनाना, जिसको तेरा प्रभु परमेश्वर स्वयं चुनेगा और अपने नाम को वहां प्रतिष्ठित करेगा।
वरन् तू पास्का के पशु को सन्ध्या समय, ठीक सूर्यास्त के समय जब तू मिस्र देश से बाहर निकला था, उस स्थान में बलि करना, जिसको तेरा प्रभु परमेश्वर चुनेगा और अपने नाम को वहां प्रतिष्ठित करेगा।
तब तू भूमि की समस्त प्रथम फल में से कुछ उपज लेना, जो तूने उस देश में उत्पन्न की है जिसको तेरे प्रभु परमेश्वर ने तुझे दिया है। तू उसको एक टोकरी में रखना, और उस स्थान को जाना, जिसको तेरा प्रभु परमेश्वर चुनेगा और वहां अपना नाम प्रतिष्ठित करेगा।