7 स्वामी ने अपनी वेदी त्याग दी; उसने अपना पवित्र स्थान छोड़ दिया। उसने सियोन के भवनों की दीवारें शत्रु के हाथ में सौंप दीं। जैसे निर्धारित पर्व के दिवस पर प्रभु के मन्दिर में कोलाहल होता है वैसे ही शत्रुओं ने कोलाहल मचाया।
7 यहोवा ने अपनी ही वेदी को नकार दिया और उसने अपना उपासना का पवित्र स्थान को नकार दिया था। यरूशलेम के महलों की दिवारें उसने शत्रु को सौंप दी। यहोवा के मन्दिर में शत्रु शोर कर रहा था। वे ऐसे शोर करते थे जैसे कोई छुट्टी का दिन हो।
7 यहोवा ने अपनी वेदी मन से उतार दी, और अपना पवित्रस्थान अपमान के साथ तज दिया है; उसके भवनों की भीतों को उसने शत्रुओं के वश में कर दिया; यहोवा के भवन में उन्होंने ऐसा कोलाहल मचाया कि मानो नियत वर्ष का दिन हो।
7 यहोवा ने अपनी वेदी मन से उतार दी, और अपना पवित्रस्थान अपमान के साथ तज दिया है; उसके भवनों की दीवारों को उस ने शत्रुओं के वश में कर दिया; यहोवा के भवन में उन्होंने ऐसा कोलाहल मचाया कि मानो नियत पर्व का दिन हो।
7 हमारे प्रभु को अब अपनी ही वेदी से घृणा हो गई है और उन्होंने पवित्र स्थान का त्याग कर दिया है. राजमहल की दीवारें अब शत्रु के अधीन हो गई है; याहवेह के भवन में कोलाहल उठ रहा है मानो यह कोई निर्धारित उत्सव-अवसर है.
7 यहोवा ने अपनी वेदी मन से उतार दी, और अपना पवित्रस्थान अपमान के साथ तज दिया है; उसके भवनों की दीवारों को उसने शत्रुओं के वश में कर दिया; यहोवा के भवन में उन्होंने ऐसा कोलाहल मचाया कि मानो नियत पर्व का दिन हो।
“ओ मानव, तू इस्राएल के वंशजों से यह कह, स्वामी-प्रभु यों कहता है: मेरा पवित्र स्थान तुम्हारे लिए अत्यन्त प्रिय है। वह तुम्हारी आंखों का तारा है। तुम्हारा प्राण-प्रिय है। तुम उसके बल पर गर्व करते हो। मैं अपने उस पवित्र स्थान को अशुद्ध कर दूंगा। जिन पुत्र-पुत्रियों को तुम वहां छोड़ आए हो, वे शत्रु की तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे।
इसलिए मैं राष्ट्रों में सबसे दुष्ट राष्ट्र को भड़काऊंगा कि वह इस्राएल पर आक्रमण करे। वह आएगा, और इस्राएलियों के घरों पर अधिकार कर लेगा। यों मैं उनके वैभव के अहंकार को धूल में मिला दूंगा, और उनके पवित्र स्थान अपवित्र हो जाएंगे।
स्वामी हमारा शत्रु बन गया; उसने इस्राएल राष्ट्र को नष्ट कर दिया। उसने इस्राएल के सब महलों को ध्वस्त कर दिया, उसके गढ़ों को खण्डहर बना दिया। उसने यहूदा की पुत्री के घर-घर में विलाप और रोना-पीटना मचवा दिया।
प्रभु ने सियोन की पुत्री को अपने प्रकोप के मेघों से ढक दिया! उसने इस्राएल के वैभव को आकाश से पृथ्वी पर फेंक दिया! उसने अपने प्रकोप-दिवस पर अपने चरणों की चौकी को स्मरण न रखा।
इस नगर पर आक्रमण करनेवाले कसदी सैनिक नगर में प्रवेश करेंगे, और इस में आग लगा देंगे। वे उन मकानों को भस्म कर देंगे जिनकी छतों पर बअल देवता के लिए धूप-द्रव्य जलाए गए थे, अन्य देवी-देवताओं को पेयबलि अर्पित की गई थी, और यों मुझे क्रोध के लिए उकसाया गया था।
‘भाइयो, हमारे यहूदा प्रदेश के राजा हिजकियाह के राज्य-काल में मोरेशेत नगर के रहनेवाले नबी मीकायाह नबूवत करते थे। उन्होंने यहूदा की समस्त जनता से यह कहा था: “स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता है : सियोन की पवित्र भूमि पर शत्रु-सेना का हल चलेगा; यरूशलेम नगर मलवों का ढेर बन जाएगा; और मन्दिर का पहाड़ पूजास्थल का जंगल बन जाएगा!”
उसके सैनिकों ने परमेश्वर के भवन में आग लगा दी। उन्होंने यरूशलेम की शहरपनाह तोड़ दी। उन्होंने यरूशलेम नगर के सब महलों को आग में भस्म कर दिया और उसके बहुमूल्य पात्रों को नष्ट कर दिया।
यह होने पर भी जब वे अपने शत्रुओं के देश में रहेंगे, मैं उनको नहीं ठुकराऊंगा, और न उनसे इतनी घृणा करूंगा कि उन्हें समूल नष्ट कर दूं, उनके साथ स्थापित अपने विधान को तोड़ दूं; क्योंकि मैं प्रभु, उनका परमेश्वर हूँ।
‘तुम सिदकियाह से यह कहोगे : “इस्राएल का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : देख, जो युद्ध के हथियार तेरे हाथ में हैं, और जिनके बल पर तू बेबीलोन के राजा तथा कसदी सेना से, जिसने तुझ को शहरपनाह की बाहरी ओर से घेर लिया है, लड़ रहा है, वे हथियार निष्फल हो जाएंगे, और मैं इस नगर के चौक में उनका ढेर लगा दूंगा।
‘सुनो, वे बेबीलोन देश से भाग कर जा रहे हैं। वे सियोन जा रहे हैं कि वहां हमारे प्रभु परमेश्वर के प्रतिशोध की घोषणा करें, और यह घोषित करें कि प्रभु परमेश्वर ने अपने मन्दिर का प्रतिशोध ले लिया।
सियोन को जानेवाले मार्ग विलाप करते हैं, क्योंकि अब पर्व मनाने के लिए कोई वहां नहीं आता! सियोन के सब द्वार उजाड़ पड़े हैं; उसके पुरोहित कराह रहे हैं। उसकी कन्याएँ दु:ख से पीड़ित हैं; स्वयं सियोन नगरी दु:ख भोग रही है।
मैंने देखा कि जो पहले उपजाऊ देश था, वह अब मरुस्थल बन गया है। उसके आबाद नगर अब खण्डहर हो गए हैं। यह विनाश प्रभु के सामने हुआ, प्रभु की क्रोधाग्नि के कारण हुआ।