5 तब हारून के पुत्र चर्बी को वेदी पर जलाएंगे। वे आग पर रखी हुई लकड़ी, जिस पर होमबलि रखी गी, उसके ऊपर उसे रखेंगे। इस की सुगन्ध यहोवा को प्रसन्न करती है।
5 तब हारून के पुत्र इन्हें वेदी पर उस होमबलि के ऊपर रखकर जलाएँ, जो आग पर रखी लकड़ियों के ऊपर है। यह यहोवा के लिए अग्नि में अर्पित सुखदायक सुगंधवाली बलि है।
उसी दिन राजा ने मध्यवर्ती आंगन को भी प्रभु की महिमा के लिए अर्पित किया। यह प्रभु-भवन के सामने था। प्रभु के सम्मुख की कांस्य वेदी छोटी थी। उस पर अग्नि-बलि, अन्न-बलि और सहभागिता-बलियों की चर्बी चढ़ाना सम्भव न था। इसलिए राजा ने मध्यवर्ती आंगन में अग्नि-बलि, अन्न-बलि और सहभागिता-बलियों की चर्बी चढ़ाई।
उसके बाद उन्होंने अपने लिए तथा पुरोहितों के लिए पवित्र बलि-पशु का मांस भूना तथा अन्य अर्पित वस्तुएं पकाईं; क्योंकि हारून-वंशीय पुरोहित रात तक अग्निबलि के पशु तथा चर्बी चढ़ाते रहे। अत: उपपुरोहितों ने अपने लिए तथा हारून-वंशीय पुरोहितों के लिए प्रबन्ध किया।
‘किन्तु लेवी कुल के पुरोहित, जो सादोक के वंशज हैं, मेरी सेवा करने के लिए मेरे समीप आएंगे। ये सादोक के वंशज मेरी सेवा में बलि-पशु की चर्बी और रक्त चढ़ाएंगे। जब इस्राएली मुझे छोड़कर भटक गए थे, तब सादोक-वंशीय पुरोहित ही मेरे पवित्र स्थान में सेवा-कार्य करते रहे। मैं, स्वामी-प्रभु यही कहता हूँ।
तुमने अन्य जाति के लोगों को, जो मन और शरीर दोनों से बेख़तना थे, मेरे भवन में प्रवेश करने दिया था, जिससे वे मेरे पवित्र स्थान में उपस्थित हुए। इस प्रकार, जब तुम मुझे मेरा भोजन, बलि-पशु की चर्बी और रक्त चढ़ाते थे, तब तुम मेरे भवन को अशुद्ध कर देते थे। इन घृणित कार्यों को करके तुमने मेरे विधान का उल्लंघन किया है।
पर वह पशु की अंतड़ियों और पैरों को जल से धोएगा। पुरोहित सम्पूर्ण बलि को चढ़ाएगा, और वेदी पर उसको जलाएगा। यह अग्नि-बलि प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध है।
वह उसको पंखों के बीच से फाड़ेगा; पर वह उसे पूरा अलग-अलग नहीं करेगा। तब पुरोहित उसको वेदी की अग्नि की लकड़ी पर रखकर जलाएगा। यह अग्नि-बलि प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध है।
पर वह पशु की अंतड़ियों और पैरों को जल से धोएगा। पुरोहित अग्नि-बलि के लिए, प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध के रूप में, सम्पूर्ण बलि को वेदी पर जलाएगा।
जैसे सहभागिता-बलि के पशु की चर्बी निकाली जाती है, वैसे ही वह उसकी सब चर्बी निकालेगा। पुरोहित प्रभु के लिए सुखद सुगन्ध के हेतु चर्बी को वेदी पर जलाएगा। पुरोहित उस व्यक्ति के लिए प्रायश्चित करेगा और उसे क्षमा प्राप्त होगी।
जैसे सहभागिता-बलि के मेमने की चर्बी निकाली जाती है वैसे ही वह उसकी सब चर्बी निकालेगा। पुरोहित प्रभु को अग्नि में अर्पित अन्य बलि के अनुसार उसको भी वेदी पर जलाएगा। पुरोहित उस व्यक्ति के हेतु उसके पाप के निमित्त, जो उसने किया है, प्रायश्चित्त करेगा और उसे क्षमा प्राप्त होगी।
वेदी पर अग्नि निरन्तर जलती रहेगी; वह कभी न बुझने पाए। पुरोहित प्रतिदिन सबेरे उसपर लकड़ी जलाएगा, और अग्नि-बलि के टुकड़े उस पर सजाकर रखेगा। वह सहभागिता-बलि की चर्बी उस पर जलाएगा।
किन्तु तू गाय, भेड़ अथवा बकरी के पहिलौठे बच्चों को मत छोड़ना। वे पवित्र हैं। तू उनका रक्त वेदी पर छिड़कना और उनकी चर्बी मुझ-प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध के रूप में जलाना।
तू उनसे यह भी कहना, यह अग्नि में अर्पित चढ़ावा है, जो तुम प्रभु को चढ़ाओगे : एक-एक वर्षीय दो निष्कलंक मेमने प्रतिदिन निरन्तर अग्नि-बलि के रूप में चढ़ाना।
और जीवन्त पत्थरों के समान आत्मिक भवन में निर्मित हो जाएं। इस प्रकार आप पवित्र पुरोहित-वर्ग बन कर ऐसी आत्मिक बलि चढ़ा सकेंगे, जो येशु मसीह द्वारा परमेश्वर को स्वीकार हो।