7 पुरोहित उनको प्रभु के सम्मुख चढ़ाएगा और स्त्री के लिए प्रायश्चित करेगा। तब वह अपने रक्त-स्राव से शुद्ध हो जाएगी। लड़का अथवा लड़की को जन्म देनेवाली प्रसूता के लिए यही व्यवस्था है।
7-8 यदि स्त्री मेमना लाने में असमर्थ हो तो वह दो फ़ाख्ते या दो कबूतर के बच्चे ला सकती है। एक पक्षी होमबलि के लिए होगा तथा एक पापबलि के लिए। याजक यहोवा के सामने उनहें अर्पित करेगा। इस प्रकार वह उसके लिए उसके पापों का भुगतान करेगा। तब वह अपने खून की हानि की अशुद्धि से शुद्ध होगी। ये नियम उन स्त्रियों के लिए हैं जो एक लड़का या लड़की को जन्म देती हैं।”
7 तब याजक उसको यहोवा के साम्हने भेंट चढ़ाके उसके लिये प्रायश्चित्त करे; और वह अपने रूधिर के बहने की अशुद्धता से छूटकर शुद्ध ठहरेगी। जिस स्त्री के लड़का वा लड़की उत्पन्न हो उसके लिये यही व्यवस्था है।
7 तब याजक उसको यहोवा के सामने भेंट चढ़ाके उसके लिये प्रायश्चित्त करे; और वह अपने रुधिर के बहने की अशुद्धता से छूटकर शुद्ध ठहरेगी। जिस स्त्री के लड़का या लड़की पैदा हो उसके लिये यही व्यवस्था है।
7 याजक उन्हें यहोवा के सामने चढ़ाए और उसके लिए प्रायश्चित्त करे; तब वह अपने लहू बहने की अशुद्धता से शुद्ध हो जाएगी। जिस स्त्री के लड़का या लड़की उत्पन्न हुई हो उसके लिए यही व्यवस्था है।
7 तब पुरोहित इसे उस स्त्री के प्रायश्चित्त पूरा करने के लिए याहवेह को भेंट करे. और वह अपने रक्तस्राव से शुद्ध हो जाएगी. “ ‘यह विधि हर एक प्रसूता के लिए है, चाहे वह पुत्र को जन्मे अथवा पुत्री को.
जब भोज-उत्सव के दिन समाप्त हो जाते, तब अय्यूब सन्देश भेजता और अपने पुत्रों को बुलवाकर उनको शुद्ध करता था। वह उनकी शुद्धि के लिए सबेरे उठता और अपने सात पुत्रों की गिनती के अनुसार, सात अग्नि-बलि चढ़ाता था, क्योंकि अय्यूब सोचता था, ‘यह हो सकता है कि मेरे पुत्रों ने पाप किया हो, और अपने हृदय में ईश-निन्दा की हो।’ अय्यूब प्रत्येक भोज-उत्सव पर हर बार ऐसा ही किया करता था।
‘जब उसके शुद्धीकरण के दिन पूरे हो जाएँगे, तब चाहे उसने पुत्र को जन्म दिया हो अथवा पुत्री को, वह अग्नि-बलि के लिए एक वर्ष का मेमना, पाप-बलि के लिए कबूतर का एक बच्चा अथवा पण्डुक मिलन-शिविर के द्वार पर पुरोहित के पास लाएगी।
यदि उसके हाथ में मेमना चढ़ाने के लिए धन न हो तो वह दो पण्डुक अथवा कबूतर के दो बच्चे लेगी : एक अग्नि-बलि के लिए और एक पाप-बलि के लिए। पुरोहित उसके लिए प्रायश्चित करेगा और वह शुद्ध हो जाएगी।’
पुरोहित उनमें से एक को पाप-बलि के लिए और दूसरे को अग्नि-बलि के लिए अर्पित करेगा। पुरोहित उसके स्राव के हेतु उसके लिए प्रभु के सम्मुख प्रायश्चित्त करेगा।
वह सहभागिता-बलि की चर्बी के सदृश सब चर्बी को वेदी पर जलाएगा। इस प्रकार पुरोहित मुखिया के हेतु, उसके पाप के निमित्त प्रायश्चित करेगा और उसे क्षमा प्राप्त होगी।
जैसे सहभागिता-बलि के पशु की चर्बी निकाली जाती है, वैसे ही वह उसकी सब चर्बी निकालेगा। पुरोहित प्रभु के लिए सुखद सुगन्ध के हेतु चर्बी को वेदी पर जलाएगा। पुरोहित उस व्यक्ति के लिए प्रायश्चित करेगा और उसे क्षमा प्राप्त होगी।
जैसे सहभागिता-बलि के मेमने की चर्बी निकाली जाती है वैसे ही वह उसकी सब चर्बी निकालेगा। पुरोहित प्रभु को अग्नि में अर्पित अन्य बलि के अनुसार उसको भी वेदी पर जलाएगा। पुरोहित उस व्यक्ति के हेतु उसके पाप के निमित्त, जो उसने किया है, प्रायश्चित्त करेगा और उसे क्षमा प्राप्त होगी।
उसने इस युग में अपनी धार्मिकता का प्रमाण देना चाहा, जिससे यह स्पष्ट हो जाये कि वह स्वयं धार्मिक है और उन सब को धार्मिक ठहराता है, जो येशु में विश्वास करते हैं।
क्योंकि विश्वास नहीं करने वाला पति अपनी पत्नी द्वारा पवित्र किया गया है और विश्वास नहीं करने वाली पत्नी अपने विश्वास-युक्त पति द्वारा पवित्र की गयी है। नहीं तो आपकी सन्तान दूषित होती, किन्तु अब वह पवित्र है।