1 भाइयो और बहिनो! क्या आप यह नहीं जानते—मैं विधि-शास्त्र के जानने वालों से बोल रहा हूँ—कि मनुष्य पर विधि-नियम का अधिकार तभी तक है, जब तक वह जीवित है?
1 प्रिय भाई बहिनो, तुम जो व्यवस्था से परिचित हो, क्या तुम्हें यह मालूम नहीं कि किसी भी व्यक्ति पर व्यवस्था की प्रभुता उसी समय तक रहती है जब तक वह जीवित है?
‘और तुम एज्रा, तुम्हें परमेश्वर ने बुद्धि प्रदान की है। तुम इसी बुद्धि के अनुसार न्यायाधीश और सचिव नियुक्त करना। ये व्यक्ति तुम्हारे परमेश्वर की व्यवस्था के जानकार होने चाहिए। यदि ये उसको नहीं जानते होंगे, तो तुम उनको सिखाना; क्योंकि ये फरात नदी के पश्चिम समस्त प्रदेश में रहने वाले लोगों के शासक होंगे।
भाइयो और बहिनो! मैं नहीं चाहता कि आप लोग इस बात से अनजान रहें कि मैंने बार-बार आपके यहाँ आने की योजना बनाई ताकि जैसे अन्य जातियों में वैसे आपके बीच भी मैं कुछ “फल” प्राप्त करूँ; किन्तु अब तक इस योजना में कोई-न-कोई बाधा आती रही।
किन्तु अब हम उन बातों के लिए मर गये हैं, जो हमें बन्धन में जकड़ती थीं, इसलिए हम व्यवस्था से मुक्त हो गये हैं। इस प्रकार हम पुरानी लिखित व्यवस्था के अनुसार नहीं, बल्कि आत्मा की नवीन पद्धति के अनुसार परमेश्वर की सेवा करते हैं।
मैं तो यहां तक चाहता हूँ कि अपने उन भाई-बहिनों के कल्याण के लिए, जो शरीर के नाते मेरे सजातीय हैं, स्वयं ही शापग्रस्त हो जाऊं और मसीह से अलग हो जाऊं।