11 उसने सिदकियाह की आंखें फोड़ दीं, उसको पीतल की जंजीरों से बांधा, और वह उसे बेबीलोन देश ले गया। वहां बेबीलोन के राजा ने सिदकियाह को कारागार में डाल दिया। सिदकियाह अपने मृत्यु के दिन तक वहां रहा।
11 तब बाबुल के राजा ने सिदकिय्याह की आँखे निकाल लीं। उसने उसे काँसे की जंजीर पहनाई। तब वह सिदकिय्याह को बाबुल ले गया। बाबुल में उसने सिदकिय्याह को बन्दीगृह में डाल दिया। सिदकिय्याह अपने मरने के दिन तक बन्दीगृह में रहा।
11 फिर बाबुल के राजा ने सिदकिय्याह की आंखों को फुड़वा डाला, और उसको बेडिय़ों से जकड़ कर बाबुल तक ले गया, और उसको बन्दीगृह में डाल दिया। सो वह मृत्यु के दिन तक वहीं रहा।
11 फिर बेबीलोन के राजा ने सिदकिय्याह की आँखों को फुड़वा डाला, और उसको बेड़ियों से जकड़कर बेबीलोन तक ले गया, और उसको बन्दीगृह में डाल दिया। वह मृत्यु के दिन तक वहीं रहा।
11 इसके बाद बाबेल के राजा ने सीदकियाहू की आंखें निकाल लीं और उसे कांसे की सांकलों में बांधकर बाबेल ले गया और उसे बंदीगृह में डाल दिया, जहां वह मृत्युपर्यंत रखा गया.
11 फिर बाबेल के राजा ने सिदकिय्याह की आँखों को फुड़वा डाला, और उसको बेड़ियों से जकड़कर बाबेल तक ले गया, और उसको बन्दीगृह में डाल दिया। वह मृत्यु के दिन तक वहीं रहा।
मुझ-प्रभु की यह वाणी है : सुन, इसके पश्चात् मैं यहूदा प्रदेश के राजा सिदकियाह और उसके राजकर्मचारियों को, तथा नगर के उन लोगों को जो महामारी, तलवार और अकाल से बच जाएंगे, बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर के हाथ में, उनके प्राणों के खोजी, उनके शत्रुओं के हाथ में सौंप दूंगा। राजा नबूकदनेस्सर उन पर लेशमात्र भी दया नहीं करेगा। वह उनको जीवित नहीं छोड़ेगा, और न उन पर तरह खाएगा; वरन् वह उनको तलवार से मौत के घाट उतार देगा।”
उसने अपना मन्दिर उद्यान के मचान की तरह अचानक गिरा दिया; अपने निर्धारित पर्वों के पवित्र स्थान को खण्डहर बना दिया। प्रभु ने सियोन में निर्धारित पर्व और विश्राम- दिवस समाप्त कर दिए; उसने अत्यन्त क्रुद्ध हो राजा और पुरोहित दोनों को त्याग दिया।
मैं उस पर अपना जाल फेंकूंगा, और वह मेरे फंदे में फंस जाएगा। मैं उसको कसदी देश की राजधानी बेबीलोन में लाऊंगा, लेकिन वह उसको न देख सकेगा (क्योंकि वह अंधा कर दिया जाएगा) और वहीं मर जाएगा।
मेरे जीवन की सौगन्ध! मैं, स्वामी-प्रभु यह कहता हूं, जिस देश के राजा ने उसको राजा बनाया था, और जिस देश के राजा के वचन को वह तुच्छ समझता है, और जिसकी सन्धि को उसने तोड़ा है, उसी राजा के देश में वह मरेगा!
ये रथों, छकड़ों और विशाल जनसमूह के साथ उत्तरी दिशा से तुझ पर हमला करेंगे। ये फरियां, ढालें और शिरस्त्राण धारण किए हुए तेरे चारों ओर मोर्चाबन्दी करेंगे। मैं उनके हाथ में न्याय-निर्णय करने का दायित्व सौंपूंगा, और वे अपने न्याय-सिद्धान्तों के अनुसार तेरा न्याय करेंगे।