47 निश्चय ही वह समय आयेगा, जब मैं बाबुल के असत्य देवताओं को दण्ड दूँगा और पूरा बाबुल देश लज्जा का पात्र बनेगा। उस नगर की सड़कों पर असंख्य मरे व्यक्ति पड़े रहेंगे।
47 इसलिये देख, वे दिन आते हैं जब मैं बाबुल की खुदी हुई मूरतों पर दण्ड की आज्ञा करूंगा; उस सारे देश के लोगों का मुंह काला हो जाएगा, और उसके सब मारे हुए लोग उसी में पड़े रहेंगे।
47 “इसलिये देख, वे दिन आते हैं जब मैं बेबीलोन की खुदी हुई मूरतों पर दण्ड की आज्ञा करूँगा; उस सारे देश के लोगों का मुँह काला हो जाएगा, और उसके सब मारे हुए लोग उसी में पड़े रहेंगे।
47 तब तुम यह देख लेना वे दिन आ रहे हैं, मैं बाबेल की प्रतिमाओं को दंड दूंगा; सारे देश के लिए यह लज्जा का विषय होगा घात किए हुओं के शव उसके मध्य में इधर-उधर पड़े पाए जाएंगे.
47 “इसलिए देख, वे दिन आते हैं जब मैं बाबेल की खुदी हुई मूरतों पर दण्ड की आज्ञा करूँगा; उस सारे देश के लोगों का मुँह काला हो जाएगा, और उसके सब मारे हुए लोग उसी में पड़े रहेंगे।
‘सब देशों में यह घोषणा करो, राष्ट्रों में यह सन्देश सुनाओ, ध्वजा फहराओ, और घोषणा करो और समाचार को मत छिपाओ, किन्तु यह कहो : “बेबीलोन पराजित हो गया, उसका राष्ट्रीय देवता बेल इस पराजय से अपमानित हुआ, मरोदक देवता व्याकुल हो गया। उसकी मूर्तियों का मुंह काला हो गया; उसकी प्रतिमाओं का गौरव धूल में मिल गया।”
देख, सवार आ रहे हैं। दो-दो की पंिक्त में घुड़सवार आ रहे हैं।” उसने उत्तर में यह कहा, “पतन हो गया! बेबीलोन देश का पतन हो गया! उसके शत्रु ने उसके इष्ट देवता की सब मूर्तियाँ भूमि पर ध्वस्त कर दीं।”
बेबीलोन के नगर आतंक का कारण बन गए, बेबीलोन अकाल का देश बन गया। वह मरुस्थल हो गया। वह निर्जन हो गया, अब उसमें कोई नहीं रहता; वहां से मनुष्य भी नहीं गुजरते।
‘प्रभु कहता है : मैं राजधानी बेबीलोन और कसदी देश के समस्त निवासियों को तुम्हारी आंखों के सामने उनके दुष्कर्मों का प्रतिफल दूंगा, जो उन्होंने सियोन में किए हैं।
‘प्रभु यह कहता है: “सत्तर वर्ष के पश्चात् मैं बेबीलोन के राजा, तथा उस राष्ट्र को, कसदी कौम के देश को उनके दुष्कर्मों के लिए दण्ड दूंगा। मैं उस देश को सदा के लिए उजाड़ दूंगा।
यिर्मयाह, मैं इस प्रजा में उस व्यक्ति को, नबी अथवा पुरोहित को, जिस ने पूछा था, “प्रभु के वचन का भार क्या है?” दण्ड दूंगा; न केवल उसको वरन् उसके समस्त कुटुम्ब को दण्ड दूंगा। क्योंकि उस ने मेरे वचन को भार कहते हुए भी उसको हल्का ही समझा।
जिनको तूने मित्रता का पाठ पढ़ाया था, जिन को तूने मित्र बनाया था, जब वे तेरे शासक नियुक्त होंगे तब तू क्या कहेगी? क्या यह देखकर तुझे जच्चा स्त्री के समान प्रसव-पीड़ा नहीं होगी?
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: ‘देख, मैं उन को दण्ड दूंगा। उनके जवान तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे। उनके पुत्र-पुत्रियां अकाल में भूख से मर जाएंगे।