Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनों -




यिर्मयाह 5:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

27 जैसे पिंजरा चिड़ियों से भरा रहता है वैसे ही उनका घर लूट से भरा है। वे अपने छल-कपट से धनवान बन गए हैं, और समाज में बड़े लोग कहलाते हैं।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

27 इन व्यक्तियों के घर झूठ से वैसे भरे होते हैं, जैसे चिड़ियों से भरे पिंजरे हों। उनके झूठ ने उन्हें धनी और शक्तिशाली बनाया है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

27 जैसा पिंजड़ा चिडिय़ों से भरा हो, वैसे ही उनके घर छल से भरे रहते हैं; इसी प्रकार वे बढ़ गए और धनी हो गए हैं।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

27 जैसा पिंजड़ा चिड़ियों से भरा हो, वैसे ही उनके घर छल से भरे रहते हैं; इसी प्रकार वे बढ़ गए और धनी हो गए हैं।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

27 जैसे पक्षी से पिंजरा भर जाता है, वैसे ही उनके आवास छल से परिपूर्ण हैं; वे धनिक एवं सम्मान्य बने बैठे हैं

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

27 जैसा पिंजड़ा चिड़ियों से भरा हो, वैसे ही उनके घर छल से भरे रहते हैं; इसी प्रकार वे बढ़ गए और धनी हो गए हैं।

अध्याय देखें प्रतिलिपि




यिर्मयाह 5:27
14 क्रॉस रेफरेंस  

उसने ऊंचे स्‍वर से पुकार कर कहा: “उसका पतन हो गया है! महानगरी बेबीलोन का पतन हो गया है! वह भूतों का डेरा, हर प्रकार के अशुद्ध आत्‍माओं का अड्डा और हर प्रकार के अशुद्ध पक्षियों का नीड़ तथा अशुद्ध एवं घृणित पशुओं का मांद बन गया है,


मारोत के निवासी उत्‍सुकतापूर्वक कुशल-मंगल की प्रतीक्षा कर रहे हैं, क्‍योंकि प्रभु ने विपत्ति ढाही है, और वह यरूशलेम के प्रवेश-द्वार तक पहुंच गई है।


वे अत्‍याचार पर अत्‍याचार, बार-बार छल-कपट करते हैं; उनके विषय में स्‍वयं प्रभु कहता है: ‘वे मेरी उपस्‍थिति का अनुभव करना नहीं चाहते।’


तो फिर यह इस्राएली कौम जो अपने मार्ग से भटक गई है, क्‍या सदा भटकती ही रहेगी? वे अपनी भूलों को गले लगाए हुए हैं, और पश्‍चात्ताप करने से इन्‍कार करते हैं।


मैं तुझसे क्‍यों वाद-विवाद करूं? क्‍योंकि तू धार्मिक है, और तेरा न्‍याय सच्‍चा है। फिर भी, हे प्रभु, मैं तेरे सम्‍मुख अपनी शिकायत पेश करूंगा; दुर्जन अपने काम में सफल क्‍यों होते हैं? विश्‍वासघाती सुख-चैन से क्‍यों रहते हैं?


उस दिन मैं मन्‍दिर की ड्‍योढ़ी लांघनेवालों को; अपने मालिक के मकान में हिंसा और छल-कपट करनेवालों को दण्‍ड दूंगा।’ प्रभु की यही वाणी है।


चोर-लुटेरे दिन दूनी रात चैगुनी उन्नति करते हैं, और अपने घर में सुख-चैन की बन्‍सी बजाते हैं; जो अपने आचरण से परमेश्‍वर को क्रोध दिलाते हैं, वास्‍तव में वे ही सुरक्षित रहते हैं, उनका ईश्‍वर उनकी मुट्ठी में रहता है!


प्रभु ने अपने निज लोगों के धर्मवृद्धों और शासकों से बहस आरम्‍भ की : ‘तुमने ही अंगूर-उद्यान उजाड़ा है, तुमने ही गरीब को लूटा है और उसका माल अपने घर में रखा है।


मैं मिस्र देश से ही तेरा प्रभु परमेश्‍वर हूं। जैसा तू निर्धारित पर्व के दिन में तम्‍बूओं में रहता है वैसा ही करने के लिए मैं तुझे विवश करूंगा।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों