16 गदल्याह की हत्या के बाद यिश्माएल जिन लोगों को बन्दी बना कर मिस्पाह से ले जा रहा था, उनमें सैनिक, स्त्रियां, बच्चे, और खोजे थे। योहानान और उसके सेनानायक इन सबको गिबओन से वापस लाए।
16 अत: कारेह के पुत्र योहानान और उसके सभी सैनिक अधिकारियों ने बन्दियों को बचा लिया। इश्माएल ने गदल्याह की हत्या की थी और उन लोगों को मिस्पा से पकड़ लिया था। बचे हुए लोगों में सैनिक, स्त्रियाँ, बच्चे और अदालत के अधिकारी थे। योहानान उन्हें गिबोन नगर से वापस लाया।
16 तब प्रजा में से जितने बच गए थे, अर्थात जिन योद्धाओं, स्त्रियों, बाल-बच्चों और खोजों को कारेह का पुत्र योहानान, अहीकाम के पुत्र गदल्याह के मिस्पा में मारे जाने के बाद नतन्याह के पुत्र इश्माएल के पास से छुड़ा कर गिबोन से फेर ले आया था, उन को वह अपने सब संगी दलों के प्रधानों समेत ले कर चल दिया।
16 तब प्रजा में से जितने बच गए थे, अर्थात् जिन योद्धाओं, स्त्रियों, बाल–बच्चों और खोजों को कारेह का पुत्र योहानान, अहीकाम के पुत्र गदल्याह के मिस्पा में मारे जाने के बाद नतन्याह के पुत्र इश्माएल के पास से छुड़ाकर गिबोन से वापस ले आया था, उनको वह अपने सब संगी दलों के प्रधानों समेत लेकर चल दिया।
16 तब कोरियाह के पुत्र योहानन तथा उसके साथ की सेना के सारे सेनापतियों ने मिज़पाह से लोगों के संपूर्ण लोगों को निकाल लिया, जिन्हें उसने नेथनियाह के पुत्र इशमाएल से विमुक्त किया था, जिन्हें इशमाएल ने अहीकाम के पुत्र गेदालियाह की हत्या के बाद बंदी बना लिया था, अर्थात्, सैनिक, स्त्रियां, बालक; तथा राज-दरबार के अधिकारी जिन्हें उसने गिबयोन से लौटा ले आया था.
16 तब प्रजा में से जितने बच गए थे, अर्थात् जिन योद्धाओं, स्त्रियों, बाल-बच्चों और खोजों को कारेह का पुत्र योहानान, अहीकाम के पुत्र गदल्याह के मिस्पा में मारे जाने के बाद नतन्याह के पुत्र इश्माएल के पास से छुड़ाकर गिबोन से फेर ले आया था, उनको वह अपने सब संगी दलों के प्रधानों समेत लेकर चल दिया।
जब यहूदा प्रदेश के छापामार-दलों के सेनानायकों और सैनिकों ने सुना कि बेबीलोन के राजा ने गदल्याह को प्रशासक नियुक्त किया है, तब वे सेनानायक अपने सैनिकों के साथ मिस्पाह नगर में गदल्याह के पास आए। सेनानायकों के नाम ये हैं : यिश्माएल बेन-नतनयाह, योहानान बेन-कारेह, सरायाह बेन-तनहूमेत, जो नटोफाहनगर का रहने वाला था; और याजनयाह, जिसका पिता माकाह का निवासी था।
तत्पश्चात् उसने मिस्पाह में बचे हुए सब लोगों को बन्दी बना लिया। बन्दी बनाए गए लोगों में राज कन्याएं और वे गरीब लोग थे जिनको अंगरक्षकों के नायक नबूजरदान ने गदल्याह बेन-अहीकाम के हाथ में सौंपा था कि वह उनकी देखभाल करे। यिश्माएल ने मिस्पाह के सब लोगों को बन्दी बना कर यर्दन नदी के उस पार अम्मोन देश की ओर प्रस्थान किया।