14 उससे कहा, ‘क्या आप जानते हैं कि अम्मोन के राजा बालीस ने आपकी हत्या के लिए यिश्माएल बेन-नतन्याह को भेजा है?’ किन्तु गदल्याह ने उनकी बातों पर विश्वास नहीं किया।
14 योहानान और उसके साथ के अधिकारियों ने गदल्याह से सहा, “क्या तुम्हें मालूम है कि अम्मोनी लोगों का राजा बालीस तुम्हें मार डालना चाहता है उसने नतन्याह के पुत्र इश्माएल को तुम्हें मार डालने के लिये भेजा है।” किन्तु अहीकाम के पुत्र गदल्याह ने उन पर विश्वास नहीं किया।
14 “क्या तू जानता है कि अम्मोनियों के राजा बालीस ने नतन्याह के पुत्र इश्माएल को तुझे जान से मारने के लिये भेजा है?” परन्तु अहीकाम के पुत्र गदल्याह ने उनकी प्रतीति न की।
14 उन्होंने उससे कहा, “क्या आपको यह संज्ञान है कि अम्मोन के वंशजों के राजा बालिस ने नेथनियाह के पुत्र इशमाएल को आपकी हत्या के उद्देश्य से भेजा है?” किंतु अहीकाम के पुत्र गेदालियाह ने उनका विश्वास ही नहीं किया.
14 “क्या तू जानता है कि अम्मोनियों के राजा बालीस ने नतन्याह के पुत्र इश्माएल को तुझे जान से मारने के लिये भेजा है?” परन्तु अहीकाम के पुत्र गदल्याह ने उन पर विश्वास न किया।
तत्पश्चात् उसने मिस्पाह में बचे हुए सब लोगों को बन्दी बना लिया। बन्दी बनाए गए लोगों में राज कन्याएं और वे गरीब लोग थे जिनको अंगरक्षकों के नायक नबूजरदान ने गदल्याह बेन-अहीकाम के हाथ में सौंपा था कि वह उनकी देखभाल करे। यिश्माएल ने मिस्पाह के सब लोगों को बन्दी बना कर यर्दन नदी के उस पार अम्मोन देश की ओर प्रस्थान किया।
तब यिश्माएल बेन-नतन्याह अपने साथियों के साथ उठा, और उसने गदल्याह पर तलवार से प्रहार किया, और उसका वध कर दिया; क्योंकि बेबीलोन के राजा ने यहूदा प्रदेश पर उसको राज्यपाल नियुक्त किया था।
तब सेनानायक मिस्पाह में गदल्याह के पास गए। उनके नाम इस प्रकार हैं: यिश्माएल बेन-नतन्याह, योहानान बेन-कारेह, सरायाह बेन-तन्हूमेत, नतोपा-वासी एपई के पुत्र, और याजन्याह, जो किसी माका-वासी का पुत्र था। ये सेना-नायक अपने-अपने सैन्य दल के साथ गए।
यिश्माएल राजवंश का था। वह राजा सिदकियाह का एक मुख्य उच्चाधिकारी था। उनके पिता का नाम नतन्याह और दादा का नाम एलीशामा था। सातवें महीने में यह घटना घटी। यिश्माएल अपने साथ दस सैनिक लेकर मिस्पाह नगर में गदल्याह बेन-अहीकाम के पास आया। राज्यपाल गदल्याह ने मिस्पाह में उसका स्वागत किया, और उन्होंने एक साथ भोजन किया।