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यिर्मयाह 35:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

15 मैंने बार-बार तुम्‍हारे पास अपने सेवक नबियों को भेजा, और उनके माध्‍यम से मैंने तुमसे कहा, “प्रत्‍येक व्यक्‍ति अपने बुरे आचरण को छोड़ दे, अपने व्‍यवहार को सुधारे, अन्‍य जाति के देवताओं का अनुसरण न करे, उनकी पूजा न करे। तब तुम इस देश में निश्‍चिन्‍त निवास करोगे, जो मैंने तुम्‍हारे पूर्वजों को, और तुम्‍हें दिया है।” लेकिन तुमने मेरी बातों पर ध्‍यान नहीं दिया, एक कान से सुन कर दूसरे कान से निकाल दिया।

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पवित्र बाइबल

15 इस्राएल और यहूदा के लोगों, मैंने अपने सेवक नबियों को तुम्हारे पास भेजा। मैंने उन्हें तुम्हारे पास बार बार भेजा। उन नबियों ने तुमसे कहा, “इस्राएल और यहूदा के लोगों, तुम सब को बुरा करना छोड़ देना चाहिये। तुम्हें अच्छा होना चाहिये। अन्य देवताओं का अनुसरण न करो। उन्हें न पूजो, न ही उनकी सेवा करो। यदि तुम मेरी आज्ञा का पालन करोगे तो तुम उस देश में रहोगे जिसे मैंने तुम्हें और तुम्हारे पूर्वजों को दिया है।” किन्तु तुम लोगों ने मेरे सन्देश पर ध्यान नहीं दिया।

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Hindi Holy Bible

15 मैं तुम्हारे पास अपने सारे दास नबियों को बड़ा यत्न कर के यह कहने को भेजता आया हूँ कि अपनी बुरी चाल से फिरो, और अपने काम सुधारो, और दूसरे देवताओं के पीछे जा कर उनकी उपासना मत करो तब तुम इस देश में जो मैं ने तुम्हारे पितरों को दिया था और तुम को भी दिया है, बसने पाओगे। पर तुम ने मेरी ओर कान नहीं लगाया न मेरी सुनी है।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

15 मैं तुम्हारे पास अपने सारे दास नबियों को बड़ा यत्न करके यह कहने को भेजता आया हूँ, ‘अपनी बुरी चाल से फिरो, और अपने काम सुधारो, और दूसरे देवताओं के पीछे जाकर उनकी उपासना मत करो तब तुम इस देश में जो मैं ने तुम्हारे पितरों को दिया था और तुम को भी दिया है, बसने पाओगे।’ पर तुम ने मेरी ओर कान नहीं लगाया न मेरी सुनी है।

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सरल हिन्दी बाइबल

15 इसके सिवा मैंने बार-बार तुम्हारे हित में अपने सेवक, अपने भविष्यद्वक्ता भेजे. वे यह चेतावनी देते रहे, “तुममें से हर एक अपनी संकट नीतियों से विमुख हो जाए और अपने आचरण में संशोधन करे; परकीय देवताओं का अनुसरण कर उनकी उपासना न करे. तभी तुम इस देश में निवास करते रहोगे, जो मैंने तुम्हें एवं तुम्हारे पूर्वजों को दिया है.” किंतु तुमने मेरे आदेश पर न तो ध्यान ही दिया और न उसका पालन ही किया.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

15 मैं तुम्हारे पास अपने सारे दास नबियों को बड़ा यत्न करके यह कहने को भेजता आया हूँ, ‘अपनी बुरी चाल से फिरो, और अपने काम सुधारो, और दूसरे देवताओं के पीछे जाकर उनकी उपासना मत करो तब तुम इस देश में जो मैंने तुम्हारे पितरों को दिया था और तुम को भी दिया है, बसने पाओगे।’ पर तुम ने मेरी ओर कान नहीं लगाया न मेरी सुनी है।

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यिर्मयाह 35:15
31 क्रॉस रेफरेंस  

तू मेरे अतिरिक्‍त किसी और को ईश्‍वर नहीं मानना।


फिर भी उन्‍होंने मेरी आज्ञाओं का उल्‍लंघन किया, उनको अनसुना कर दिया। वे सब के सब हठपूर्वक अपने हृदय के अनुसार दुराचरण करते रहे। अत: विधान-उल्‍लंघन के सब परिणाम उन्‍हें भुगतने पड़े। मैंने उनसे कहा था कि वे मेरे विधान के अनुसार आचरण करें, परन्‍तु उन्‍होंने मेरी बात नहीं मानी।’


यह दुष्‍कर्मी जाति है। ये मेरी बात सुनने से इन्‍कार करते हैं, और हठपूर्वक अपने हृदय के अनुसार आचरण करते हैं। ये अन्‍य कौमों के देवी-देवताओं की सेवा करने के लिए उनके अनुयायी बन गए हैं, और उनकी पूजा करते हैं। अत: यह कौम भी लुंगी के समान किसी काम की नहीं रहेगी।


‘अब, यिर्मयाह, तू यहूदा प्रदेश की जनता और यरूशलेम के निवासियों से यह कह : “प्रभु यों कहता है : देखो, मैं तुम्‍हारा अनिष्‍ट करने का विचार कर रहा हूँ; मैं तुम्‍हारे विरुद्ध अनिष्‍ट की योजना बना रहा हूं। अत: प्रत्‍येक मनुष्‍य अपने बुरे मार्ग को छोड़कर मेरी ओर लौटे, और तुम-सब अपना-अपना आचरण और व्‍यवहार सुधारो।”


यदि तुम प्रभु का यह आदेश मानोगे, तो दाऊद के सिंहासन पर बैठनेवाले राजा और उनके कर्मचारी रथों और घोड़ों पर सवार हो कर तथा उनकी प्रजा इन प्रवेश-द्वारों से सुरक्षित गुजरते रहेंगे।


यदि ये मेरे दरबार में उपस्‍थित रहते, तो निस्‍सन्‍देह ये मेरे निज लोगों को मेरा वचन सुना सकते थे, और उन्‍हें बुरे मार्ग से मेरे पास लौटा ले आते; उन्‍हें उनके बुरे रास्‍तों से वापस ले आते।’


यद्यपि प्रभु अपने वचन को सुनाने के लिए अपने सेवक-नबियों को तुम्‍हारे पास नियमित रूप से भेजता रहा, किन्‍तु तुमने उसका सन्‍देश नहीं सुना, और न ही सुनने के लिए कान लगाया।


अत: अब अपना आचरण सुधारो, अपने बुरे कामों को छोड़ो, और अपने प्रभु परमेश्‍वर की वाणी को सुनो। तब कदाचित् प्रभु अपने निश्‍चय के लिए पछताए; क्‍योंकि उसने तुम्‍हारा अनिष्‍ट करने का निश्‍चय किया है, जिसकी घोषणा उसने की है।


और मेरे सेवक नबियों की शिक्षाओं पर ध्‍यान नहीं दोगे, जिनको मैंने अविलम्‍ब तुम्‍हारे पास भेजा है (सच तो यह है कि तुमने उनके वचनों पर ध्‍यान नहीं दिया!),


मैंने अपने सेवक नबियों को उनके पास भेजा था, और नबियों के माध्‍यम से बार-बार उन्‍हें अपना सन्‍देश सुनाया था। किन्‍तु उन्‍होंने मेरे सन्‍देश पर ध्‍यान नहीं दिया। मुझ-प्रभु की यह वाणी है कि तुमने मेरे वचन को नहीं सुना!


प्रभु यों कहता है: ‘ओ विश्‍वासघातिनी जनता, लौट आ! क्‍योंकि मैं तेरा स्‍वामी हूं। मैं प्रत्‍येक नगर से एक व्यक्‍ति और हरएक गोत्र से दो जन लूंगा, ओर यों तुझको सियोन में पहुंचा दूंगा।


वे मेरी ओर उन्‍मुख नहीं हुए, बल्‍कि मुझ से विमुख हो गए। यद्यपि मैंने उन को बार-बार समझाया, तो भी उन्‍होंने मेरी वाणी नहीं सुनी, और मेरी शिक्षा स्‍वीकार नहीं की।


“प्रत्‍येक छ: वर्ष के पश्‍चात् तुम अपने जाति-बन्‍धु इब्रानी गुलाम को मुक्‍त कर देना जो तुम्‍हें बेचा गया है, और जो छ: वर्ष तक तुम्‍हारी गुलामी कर चुका है! तुम उसको गुलामी के बन्‍धन से अवश्‍य मुक्‍त कर देना।” किन्‍तु तुम्‍हारे पूर्वजों ने मेरी बात नहीं सुनी। उन्‍होंने मेरे आदेश पर ध्‍यान नहीं दिया।


जब मेरे ये वचन पढ़े जाएंगे और यहुदा प्रदेश की जनता सुनेगी कि मैं उनका क्‍या अनिष्‍ट करनेवाला हूं, तो हो सकता है कि यहूदा प्रदेश का प्रत्‍येक व्यक्‍ति अपने दुराचरण को छोड़ दे और पश्‍चात्ताप करे, और मैं उसके अधर्म और पाप को क्षमा कर दूं।’


प्रभु कहता है, ‘ओ इस्राएल! यदि तू लौटे, तो तुझे मेरे पास ही लौटना चाहिए। यदि तू अपनी मूर्ति-पूजा की घृणित वस्‍तुओं को मेरे सामने से दूर करे, और मेरे पास से न भागे,


ओ यरूशलेम, अपने हृदय से दुष्‍कर्म की इच्‍छा निकाल दे, और हृदय को धो ले। तब ही तू बच सकती है। कब तक तेरे अन्‍त: करण में बुरे विचार घर किए रहेंगे?


“जो तुम्‍हारी सुनता है, वह मेरी सुनता है और जो तुम्‍हारा तिरस्‍कार करता है, वह मेरा तिरस्‍कार करता है। जो मेरा तिरस्‍कार करता है, वह उसका तिरस्‍कार करता है जिसने मुझे भेजा है।”


मैंने पहले दमिश्‍क तथा यरूशलेम के लोगों में, और उसके बाद समस्‍त यहूदा प्रदेश तथा ग़ैर-यहूदियों में भी यह प्रचार किया कि वे पश्‍चात्ताप करें, परमेश्‍वर की ओर अभिमुख हो जायें और पश्‍चात्ताप के अनुरूप आचरण करें।


अपने प्रभु परमेश्‍वर से प्रेम करें, उसकी वाणी सुनें और उससे चिपके रहें। यही तेरे जीवन का अभिप्राय है। इस पर ही तेरी दीर्घायु निर्भर है। तब तू उस भूमि पर निवास कर सकेगा, जिसकी शपथ प्रभु ने तेरे पूर्वजों से, अब्राहम, इसहाक और याकूब से खाई थी कि वह उनको प्रदान करेगा।’


तू दूसरे देवताओं का, उन जातियों के देवताओं का, जो तुम्‍हारे चारों ओर हैं, अनुसरण मत करना;


इसलिए जो इस आदेश का तिरस्‍कार करता है, वह मनुष्‍य का नहीं, बल्‍कि परमेश्‍वर का तिरस्‍कार करता है जो आप को अपना पवित्र आत्‍मा प्रदान करता है।


हमारे पर का पालन करें:

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