यिर्मयाह 3:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)12 जा, तू उत्तर दिशा में मेरे ये वचन सुना: प्रभु यह कहता है: ओ विश्वासघातिनी इस्राएली जनता, ‘मेरी ओर लौट। मैं करुणा-सागर हूं; मैं तुझ पर क्रोध नहीं करूँगा। मुझ-प्रभु का यह वचन है। मैं युगांत तक तुझसे नाराज नहीं रहूंगा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल12 यिर्मयाह, उत्तर की ओर देखो और यह सन्देश बोलो: “‘अविश्वासी इस्राएल के लोगों तुम लौटो।’ यह सन्देश यहोवा का था। ‘मैं तुम पर भौहे चढ़ाना छोड़ दूँगा, मैं दयासागर हूँ।’ यह सन्देश यहोवा का था। ‘मैं सदैव तुम पर क्रोधित नहीं रहूँगा।’ अध्याय देखेंHindi Holy Bible12 तू जा कर उत्तर दिशा में ये बातें प्रचार कर, यहोवा की यह वाणी है, हे भटकने वाली इस्राएल लौट आ, मैं तुझ पर क्रोध की दृष्टि न करूंगा; क्योंकि यहोवा की यह वाणी है, मैं करुणामय हूँ; मैं सर्वदा क्रोध न रखे रहूंगा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)12 तू जाकर उत्तर दिशा में ये बातें प्रचार कर, ‘यहोवा की यह वाणी है, हे भटकनेवाली इस्राएल लौट आ, मैं तुझ पर क्रोध की दृष्टि न करूँगा; क्योंकि यहोवा की यह वाणी है, मैं करुणामय हूँ; मैं सर्वदा क्रोध न रखे रहूँगा। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल12 जाओ, उत्तर दिशा की ओर यह संदेश वाणी घोषित करो: “ ‘विश्वासहीन इस्राएल, लौट आओ,’ यह याहवेह की वाणी है, ‘मैं तुम पर क्रोधपूर्ण दृष्टि नहीं डालूंगा, क्योंकि मैं कृपालु हूं,’ यह याहवेह की वाणी है, ‘मैं सर्वदा क्रोधी नहीं रहूंगा. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201912 तू जाकर उत्तर दिशा में ये बातें प्रचार कर, ‘यहोवा की यह वाणी है, हे भटकनेवाली इस्राएल लौट आ, मैं तुझ पर क्रोध की दृष्टि न करूँगा; क्योंकि यहोवा की यह वाणी है, मैं करुणामय हूँ; मैं सर्वदा क्रोध न रखे रहूँगा। अध्याय देखें |
‘यदि तुम प्रभु की ओर लौटोगे तो जिन्होंने तुम्हारे भाई-बन्धुओं और तुम्हारी सन्तान को गुलाम बनाया है, उनके हृदय को प्रभु करुणामय बनाएगा, और वे उन पर दया करेंगे। वे उनको स्वतन्त्र कर देंगे, और तुम्हारे भाई-बन्धु तथा तुम्हारी सन्तान इस देश को लौट आएगी। तुम्हारा प्रभु परमेश्वर कृपालु और करुणामय है। यदि तुम उसकी ओर उन्मुख होगे तो वह तुमसे कभी विमुख नहीं होगा।’
ओ मानव, तू उनसे यह कह : “मैं स्वयं स्वामी-प्रभु बोल रहा हूँ : मुझे अपने जीवन की सौगन्ध है! मैं किसी भी दुर्जन की मृत्यु से प्रसन्न नहीं होता हूँ। किन्तु मुझे तब प्रसन्नता होती है, जब दुर्जन अपना बुरा आचरण छोड़ देता है और मरने से बच जाता है। इसी प्रकार ओ इस्राएल के वंशजो, अपने बुरे आचरण को छोड़ दो, अपने बुरे मार्ग से पीठ फेर लो। तुम क्यों मरना चाहते हो?”