17 देखो, मैं − स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु − उन पर शत्रु की तलवार, अकाल और महामारी भेजनेवाला हूं। मैं उनको अंजीर के सड़े फल के सदृश निकृष्ट बना दूंगा, अंजीर का ऐसा सड़ा फल, जिसको कोई नहीं खाता।
17 सर्वशक्तिमान यहोवा कहता है, “मैं शीघ्र ही तलवार, भूख और भयंकर बीमारी उन लोगों के विरुद्ध भेजूँगा जो अब भी यरूशलेम में हैं और मैं उन्हें वे ही सड़े—गले अंजीर बनाऊँगा जो खाने योग्य नहीं।
17 सुनो, मैं उनके बीच तलवार चलाऊंगा और महंगी करूंगा, और मरी फैलाऊंगा; और उन्हें ऐसे घिनौने अंजीरों के समान करूंगा जो निकम्मे होने के कारण खाए नहीं जाते।
17 सुनो, मैं उनके बीच तलवार चलाऊँगा और महँगी करूँगा, और मरी फैलाऊँगा; और उन्हें ऐसे घिनौने अंजीरों के समान करूँगा जो निकम्मे होने के कारण खाए नहीं जाते।
17 सेनाओं के याहवेह की यह वाणी है: “यह देख लेना मैं उन पर तलवार का प्रहार करवाऊंगा, अकाल तथा महामारी भेजूंगा. मैं उनका स्वरूप ऐसे फटे हुए अंजीरों के सदृश बना दूंगा, जो सड़न के कारण सेवन के योग्य ही नहीं रह गए हैं.
“किन्तु इस निर्धारित समय के अन्तर्गत यदि कोई राष्ट्र अथवा राज्य बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर की सेवा नहीं करेगा, उसकी गुलामी का जूआ अपनी गर्दन पर नहीं रखेगा, तो मैं उस राष्ट्र या राज्य को तलवार, अकाल और महामारी से दण्डित करूंगा, मैं अपने सेवक नबूकदनेस्सर के हाथ से उस को पूर्णत: नष्ट कर दूंगा। मुझ-प्रभु की यह वाणी है।
मैं तलवार, अकाल और महामारी से उनका पीछा करूंगा। मैं उनको पृथ्वी के सब राज्यों के लिए आतंक का कारण बना दूंगा। मैं उनको जिन-जिन देशों में हांक कर ले जाऊंगा, वहां-वहां के लोग उन से घृणा करेंगे, उनके कारण आतंकित और व्याकुल होंगे, और उनकी निन्दा करेंगे।
‘प्रभु, नगर की यह मोर्चाबन्दी देख! शत्रु-सैनिक नगर पर कब्जा करने के लिए दीवारों में चढ़ रहे हैं। तलवार, अकाल और महामारी के कारण यह नगर कसदी सेना के हाथ में पड़ गया है। कसदी सैनिक नगर-वासियों से लड़ रहे हैं। प्रभु, जो तूने कहा था, वह पूरा हो रहा है। और यह तू स्वयं देख रहा है।
तब वह मिस्र देश की राजधानी में आएगा, और देश को नष्ट कर देगा। जो लोग महामारी से मरने के लिए ठहराए गए हैं, वे महामारी से मरेंगे। जो लोग बन्दी बनाए जाने के लिए ठहराए गए हैं, वे बन्दी बन कर गुलामी में जाएंगे, और जो तलवार से वध होने के लिए ठहराए गए हैं, उनका तलवार से वध होगा।
और मेरी आँखों के सामने एक पीला घोड़ा दिखाई पड़ा। जो उस पर सवार था, उसका नाम था मृत्यु और उसके पीछे-पीछे अधोलोक आ रहा था। उन्हें पृथ्वी के चौथाई भाग पर अधिकार प्रदान किया गया, जिससे वे तलवार, अकाल, महामारी और पृथ्वी के वन-पशुओं द्वारा संहार करें।