10 मैं उनके विरुद्ध तलवारें, भूखमरी और बीमारियाँ भेजूँगा। मैं उन पर तब तक आक्रमण करुँगा जब तक कि वे सभी मर नहीं जाते। तब मे भविष्य में उस भूमि पर नहीं रहेंगे जिसे मैंने इनको तथा इनके पूर्वजों को दिया था।”
10 मैं उनके ऊपर तब तक तलवार, अकाल तथा महामारी का प्रहार करता रहूंगा, जब तक वे उस देश में से जो मैंने उन्हें तथा उनके पूर्वजों को प्रदान किया है, नष्ट न हो जाएं.’ ”
जैसे नरकुल पानी की मार से कांपता है वैसे इस्राएल प्रदेश परमेश्वर की मार से कांपेगा। वह इस्राएलियों को इस हरी-भरी उपजाऊ भूमि से उखाड़ देगा, जो उसने उनके पूर्वजों को प्रदान की थी। वह उन्हें फरात नदी के उस पार बिखेर देगा, क्योंकि उन्होंने अशेराह देवी के खम्भों की प्रतिष्ठा कर उनकी पूजा की और इस प्रकार प्रभु को चिढ़ाया।
यद्यपि ये उपवास करते हैं, तो भी मैं इनकी दुहाई नहीं सुनूंगा। यद्यपि ये मुझे अग्नि-बलि और अन्न-बलि चढ़ाते हैं, तो भी मैं इन लोगों को स्वीकार नहीं करूंगा। मैं इन लोगों को तलवार से मौत के घाट उतार दूंगा, इनको अकाल और महामारी से मिटा दूंगा।’
अगर यहूदा प्रदेश के लोग तुझ से पूछें कि हम कहां जाएं, तो तू उनसे यह कहना: ‘प्रभु यों कहता है, “जो महामारी से मरनेवाले हैं, वे महामारी के मुंह में चले जाएं; जो तलवार से मौत के घाट उतरनेवाले हैं, वे तलवार से घात होने चले जाएं। जो अकाल से मरनेवाले हैं, वे अकाल की छाया में चले जाएं; और जिनको बन्दी होकर निष्कासित होना है, वे निष्कासन में चले जाएं!”
वे भयंकर महा रोग से मर जाएंगे। उनके लिए रोनेवाला भी नहीं मिलेगा और न उनके शवों को गाड़ने वाला। उनकी लाशें भूमि पर कूड़े-कचरे के ढेर की तरह पड़ी रहेंगी। वे तलवार और अकाल की मार से नष्ट हो जाएंगे। उनकी लाशों को आकाश के पक्षी और धरती के जंगली पशु खा जाएंगे।
मैं इस स्थान पर यहूदा प्रदेश के राजाओं और यरूशलेम के निवासियों की समझ रूपी सुराही खाली कर दूंगा, और उनके सैनिकों तथा लोगों के शरीर तलवार से कट-कटकर उनके शत्रुओं के सम्मुख, उनके प्राण के खोजियों के सामने गिरने लगेंगे। उनकी लाशें आकाश के पक्षियों और भूमि के पशुओं का आहार बन जाएँगी।
जो मनुष्य इस नगर में ठहरेगा, वह तलवार, अकाल और महामारी से मार डाला जाएगा। किन्तु जो मनुष्य इस नगर से बाहर निकलेगा, और तुम लोगों को घेरनेवाली कसदी सेना के सामने अपने हथियार डाल देगा, वह जीवित रहेगा। युद्ध की लूट की तरह उसका प्राण बच जाएगा।
“किन्तु इस निर्धारित समय के अन्तर्गत यदि कोई राष्ट्र अथवा राज्य बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर की सेवा नहीं करेगा, उसकी गुलामी का जूआ अपनी गर्दन पर नहीं रखेगा, तो मैं उस राष्ट्र या राज्य को तलवार, अकाल और महामारी से दण्डित करूंगा, मैं अपने सेवक नबूकदनेस्सर के हाथ से उस को पूर्णत: नष्ट कर दूंगा। मुझ-प्रभु की यह वाणी है।
देखो, मैं − स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु − उन पर शत्रु की तलवार, अकाल और महामारी भेजनेवाला हूं। मैं उनको अंजीर के सड़े फल के सदृश निकृष्ट बना दूंगा, अंजीर का ऐसा सड़ा फल, जिसको कोई नहीं खाता।
मैं तलवार, अकाल और महामारी से उनका पीछा करूंगा। मैं उनको पृथ्वी के सब राज्यों के लिए आतंक का कारण बना दूंगा। मैं उनको जिन-जिन देशों में हांक कर ले जाऊंगा, वहां-वहां के लोग उन से घृणा करेंगे, उनके कारण आतंकित और व्याकुल होंगे, और उनकी निन्दा करेंगे।
‘प्रभु, नगर की यह मोर्चाबन्दी देख! शत्रु-सैनिक नगर पर कब्जा करने के लिए दीवारों में चढ़ रहे हैं। तलवार, अकाल और महामारी के कारण यह नगर कसदी सेना के हाथ में पड़ गया है। कसदी सैनिक नगर-वासियों से लड़ रहे हैं। प्रभु, जो तूने कहा था, वह पूरा हो रहा है। और यह तू स्वयं देख रहा है।
‘तूने नगर को कसदी सेना के हाथ में सौंप दिया है। फिर भी तूने, हे मेरे स्वामी, हे मेरे प्रभु, मुझ से कहा कि मैं चांदी के सिक्कों से खेत मोल लूं और दस्तावेज पर गवाहों के हस्ताक्षर कराऊं।’
इसलिए मैं-प्रभु यह कहता हूं : तूमने मेरे आदेश का पालन नहीं किया, और यों अपने जाति-बन्धु को मुक्त करने की घोषणा नहीं की। अत: देखो, मैं घोषणा करता हूं कि तुम तलवार, महामारी और अकाल के बन्धन में फंस जाओगे। मैं-प्रभु यह कहता हूं : मैं पृथ्वी के समस्त राज्यों में तुम्हें आतंक का कारण बना दूंगा।
वे सब लोग, जो मिस्र देश को जाने के लिए उस दिशा में मुंह किए हुए हैं, वे तलवार, अकाल और महामारी से नष्ट हो जाएंगे। जो विपत्ति मैं उन पर ढाहूंगा, उससे उनका कोई वंशज भी नहीं बचेगा; वे सब के सब पूर्णत: नष्ट हो जाएंगे।
‘ओ यिर्मयाह, वे मुझ-प्रभु के विषय में झूठा प्रचार करते हैं। वे कहते हैं कि मैं कुछ नहीं करूँगा। उनका अनिष्ट नहीं होगा। न उन पर शत्रु का आक्रमण होगा, और न उनके देश में अकाल पड़ेगा।
अत: इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘ओ यिर्मयाह, सुन! इस कारण मैं इन लोगों को कड़ुवा साग-पात खिलाऊंगा, और पीने को विष-मिला पानी दूंगा।
मैं इनको विश्व की समस्त जातियों में बिखेर दूंगा, जिन को न ये जानते हैं, और न इनके पूर्वज ही जानते थे। मैं इनके पीछे अपनी तलवार लगा दूंगा; और जब तक वह उनको मौत के घाट न उतार देगी, तब तक वह उनके पीछे लगी रहेगी।’
ओ मानव, तू उनसे यह कह, स्वामी-प्रभु यों कहता है: मुझे अपने जीवन की सौगन्ध है : इस्राएल देश के उजाड़ प्रदेशों में रहनेवाले निस्सन्देह तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे। जो आदमी खेत में होगा, उसको मैं जंगली पशु के मुंह में डाल दूंगा, और वह उसको खा जाएगा। जो गढ़ों और गुफाओं में रहते होंगे, वे महामारी से मारे जाएंगे।
स्वामी-प्रभु यों कहता है ‘व्यंग्य से हाथ पर हाथ मारकर और घृणा से भूमि पर पैर पटककर कहो, “थू! थू! इस्राएल के कुल ने कितने घृणित दुष्कर्म किए।” निस्सन्देह वे तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे। वे अकाल और महामारी से मर जाएंगे।
नगर के बाहर शत्रु की तलवार लटक रही है, और नगर के भीतर महामारी तथा अकाल की छाया है। जो नगर के बाहर मैदान में है, वह शत्रु की तलवार से मौत के घाट उतर जाता है; और जो नगर के भीतर है, उसको महामारी और अकाल खा जाते हैं।
और मेरी आँखों के सामने एक पीला घोड़ा दिखाई पड़ा। जो उस पर सवार था, उसका नाम था मृत्यु और उसके पीछे-पीछे अधोलोक आ रहा था। उन्हें पृथ्वी के चौथाई भाग पर अधिकार प्रदान किया गया, जिससे वे तलवार, अकाल, महामारी और पृथ्वी के वन-पशुओं द्वारा संहार करें।