1 यह यहोवा का वह सन्देश है जो यिर्मयाह को मिला। यह सन्देश तब आया जब यहूदा के राजा सिदकिय्याह ने पशहूर नामक एक व्यक्ति तथा सपन्याह नामक एक याजक को यिर्मयाह के पास भेजा। पशहूर मल्किय्याह नामक व्यक्ति का पुत्र था। सपन्याह मासेयाह नामक व्यक्ति का पुत्र था। पशहूर और सपन्याह यिर्मयाह के लिये एक सन्देश लेकर आए।
1 यह वचन यहोवा की ओर से यिर्मयाह के पास उस समय पहुंचा जब सिदकिय्याह राजा ने उसके पास मल्किय्याह के पुत्र पशहूर और मासेयाह याजक के पुत्र सपन्याह के हाथ से यह कहला भेजा कि,
1 यह वचन यहोवा की ओर से यिर्मयाह के पास उस समय पहुँचा जब सिदकिय्याह राजा ने उसके पास मल्किय्याह के पुत्र पशहूर और मासेयाह याजक के पुत्र सपन्याह के हाथ से यह कहला भेजा,
1 जब राजा सीदकियाहू ने येरेमियाह के पास मालखियाह के पुत्र पशहूर तथा मआसेइयाह के पुत्र पुरोहित ज़ेफनियाह को भेजा था, येरेमियाह को यह संदेश याहवेह की ओर से भेजा गया:
1 यह वचन यहोवा की ओर से यिर्मयाह के पास उस समय पहुँचा जब सिदकिय्याह राजा ने उसके पास मल्किय्याह के पुत्र पशहूर और मासेयाह याजक के पुत्र सपन्याह के हाथ से यह कहला भेजा,
‘तुम लोग जाओ, और मेरी ओर से तथा जनता की ओर से एवं समस्त यहूदा प्रदेश की ओर से इस धर्मपुस्तक के वचनों का अर्थ प्रभु से ज्ञात करो। प्रभु की महाक्रोधाग्नि हमारे प्रति भड़क उठी है; क्योंकि हमारे पूर्वजों ने इस धर्म-पुस्तक के आदेशों का पालन नहीं किया। उन्होंने हमारे निमित्त लिखे गए प्रभु के आदेशों के अनुसार कार्य नहीं किया।’
अन्य पुरोहित अदायाह था, जो यरोहाम का पुत्र था। यरोहाम पशहूर का पुत्र और पशहूर मलकियाह का पुत्र था। मलकियाह मअसई का पुत्र और मअसई अदीएल का पुत्र था। अदीएल यहजेराह का पुत्र, और यहजेराह मशूल्लाम का पुत्र था। मशूल्लाम मशिल्लेमीत का पुत्र, और मशिल्लेमीत इम्मेर का पुत्र था।
अत: प्रभु ने अपने निज लोगों के विरुद्ध कसदी कौम के राजा को बुलाया, जिसने उनके युवकों को पवित्र स्थान में तलवार से मौत के घाट उतार दिया। राजा ने किसी पर दया नहीं की, न बच्चों पर न कन्याओं पर, न प्रौढ़ों पर न वृद्धों पर। प्रभु ने उन सबको कसदी कौम के राजा के हाथ में सौंप दिया।
मन्दिर के कार्यों में यदायाह और याकीन की सहायता करनेवाले उनके भाई-बन्धुओं की संख्या आठ सौ बाइस थी। पुरोहित अदायाह बेन-यरोहाम। इसकी वंशावली इस प्रकार है: अदायाह यरोहाम का पुत्र, और पलल्याह का पौत्र था। पलल्याह का पिता अम्सी था, जो जकर्याह का पुत्र था। जकर्याह का पिता पशहूर था, जो मल्कियाह का पुत्र था।
इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : शमायाह, तूने अपने नाम से यरूशलेम के सब निवासियों को, पुरोहित सफन्याह बेन-मसेयाह को तथा अन्य पुरोहितों को यह पत्र लिखा है
मैं उनको प्रभु के भवन के एक कमरे में ले गया। इस कमरे में परमेश्वर के जन, नबी हानान बेन-यिग्दल्याह के पुत्र रहते थे। इसी कमरे के पास उच्चाधिकारी का कक्ष था। इस कमरे के ऊपर राजभवन के आंगन के पहरेदार मासेयाह बेन-शल्लूम का कमरा था।
यहोयाकीम के पुत्र कोन्याह के बदले योशियाह का पुत्र सिदकियाह यहूदा प्रदेश पर राज्य करने लगा; क्योंकि बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर ने उसको यहूदा प्रदेश का राजा नियुक्त किया था।
तब राजा सिदकियाह ने यिर्मयाह को अपने महल में बुलवाया, और वह उनसे मिला। उसने अपने महल में गुप्त रूप से यिर्मयाह से पुछा, ‘क्या आप को प्रभु का कोई सन्देश मिला है?’ यिर्मयाह बोले, ‘निस्सन्देह, मिला है।’ फिर आगे यिर्मयाह ने कहा, ‘आप निश्चय ही बेबीलोन के राजा के हाथ में सौंपे जाएंगे।’
राजा सिदकियाह ने येहूकल बेन-शेलेम्याह और पुरोहित सफन्याह बेन-मासेयाह को नबी यिर्मयाह के पास भेजा और यह निवेदन किया, ‘प्रभु परमेश्वर से हमारे लिए प्रार्थना कीजिए।’
‘इस्राएल का प्रभु परमेश्वर यों कहता है; यहूदा प्रदेश के राजा ने मेरी इच्छा जानने के लिए तेरे पास यहूकल और पुरोहित सफन्याह को भेजा है। अत: तू उनसे यह कहना: “जो फरओ की सेना तुम्हारी सहायता के लिए आयी है, वह अपने देश मिस्र को लौटने पर है।
राजा सिदकियाह ने सन्देश भेज कर नबी यिर्मयाह को बुलाया, और प्रभु भवन के तीसरे प्रवेश-द्वार पर उनसे भेंट की। राजा सिदकियाह ने यिर्मयाह से कहा, ‘मैं तुमसे एक प्रश्न पूछ रहा हूं; मुझसे कुछ मत छिपाना।’