3 अगले दिन पशहूर ने यिर्मयाह को काष्ठ के लट्ठों के बीच से निकाला। तब यिर्मयाह ने पशहूर से कहा, “यहोवा का दिया तुम्हारा नाम पशहूर नहीं है। अब यहोवा की ओर से तुम्हारा नाम सर्वत्र आतंक है।
प्रभु, मैं अपने विरुद्ध अनेक लोगों की कानाफूसी सुनता हूँ। मेरे चहुं ओर आतंक का साम्राज्य है। लोग मेरे विरुद्ध यह कह रहे हैं: ‘आओ, हम उस पर दोष लगाएं; तब हम उसको अपराधी ठहरा देंगे।’ मेरे घनिष्ठ मित्र भी मेरे पतन की राह देख रहे हैं। वे कह रहे हैं, ‘शायद वह धोखा खाए। तब हम उसको अपने वश में कर लेंगे, और उससे बदला लेंगे।’
‘जैसे निर्धारित पर्व-दिवस पर चारों ओर से लोग एकत्र होते हैं, वैसे ही तूने मुझको आतंकित करनेवालों को सब ओर से बुलाया। प्रभु के प्रकोप-दिवस पर एक भी बचकर भाग न सका, कोई भी जीवित न रहा। जिनको मैंने गोद में लिया था, जिनका मैंने लालन-पालन किया था, उनको मेरे शत्रु ने खत्म कर दिया।’
‘मैं यह क्या देख रहा हूं? वे हताश होकर पीछे हटने लगे हैं। उनके योद्धा पराजित हो गए, और वे तुरन्त पीठ दिखाकर भाग गए। वे पीछे मुड़कर नहीं देख रहे हैं; चारों ओर आतंक छा गया है। प्रभु की यह वाणी है।
मैंने अपनी पत्नी से संभोग किया। वह गर्भवती हुई, और उसने एक पुत्र को जन्म दिया। तब प्रभु ने मुझसे यह कहा, ‘तू अपने पुत्र का नाम “महेर-शालाल-हाशबज” रख,
और बेन-हिन्नोम की घाटी की ओर चला जा। वहां तू ठीकरी-द्वार पर खड़ा होना, जहां टूटे-फूटे बर्तनों का मलवा फेंका जाता है। ठीकरी-द्वार से तू मेरे सन्देश को सुनाना, जो मैं तुझे दूंगा।
अत: मैं-प्रभु यह कहता हूं: सुनो, वे दिन आ रहे हैं, जब यह स्थान न तोपेत कहलाएगा, और न बेन-हिन्नोम की घाटी ही। वरन् यह स्थान “महावध की घाटी” कहलाएगा। मुरदों को गाड़ने के लिए स्थान नहीं बचेगा, इसलिए लोग तोपेत में भी मुरदों को गाड़ेंगे।
झूठी भविष्यवाणी करनेवाले और झूठे शकुन विचारनेवाले नबियों पर मैं अपना हाथ उठाऊंगा। ये झूठे नबी मेरे निज लोगों के समाज में सम्मिलित नहीं हो सकेंगे, और न ही इस्राएली कुल की नामावली में इनके नाम लिखे जाएंगे। ये इस्राएल देश में कदम भी नहीं रख सकेंगे। तब तुम्हें ज्ञात होगा कि मैं ही स्वामी-प्रभु हूं।