Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




यिर्मयाह 2:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

13 ‘मेरे निज लोगों ने दो दुष्‍कर्म किए हैं: उन्‍होंने मुझे, जीवन-जल के झरने को, त्‍याग दिया, और अपने लिए हौज बना लिये जो टूटे-फूटे हैं, और जिनसे पानी बह जाता है!

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

13 “मेरे लोगों ने दो पाप किये हैं। उन्होंने मुझे छोड़ दिया (मैं ताजे पानी का सोता हूँ।) और उन्होंने अपने पानी के निजी हौज खोदे हैं। (वे अन्य देवताओं के भक्त बने हैं।) किन्तु उनके हौज टूटे हैं। उन हौजों में पानी नहीं रुकेगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

13 क्योंकि मेरी प्रजा ने दो बुराइयां की हैं: उन्होंने मुझ बहते जल के सोते को त्याग दिया है, और, उन्होंने हौद बना लिए, वरन ऐसे हौद जो टूट गए हैं, और जिन में जल नहीं रह सकता।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

13 क्योंकि मेरी प्रजा ने दो बुराइयाँ की हैं : उन्होंने मुझ बहते जल के सोते को त्याग दिया है, और उन्होंने हौद बना लिए, वरन् ऐसे हौद जो टूट गए हैं, और जिन में जल नहीं रह सकता।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

13 “मेरी प्रजा ने दो बुराइयां की हैं: उन्होंने मुझ जीवन्त स्रोत का परित्याग कर दिया है, उन्होंने ऐसे हौद बना लिए हैं, जो टूटे हुए हैं, जो पानी को रोक नहीं सकते.

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

13 क्योंकि मेरी प्रजा ने दो बुराइयाँ की हैं: उन्होंने मुझ जीवन के जल के सोते को त्याग दिया है, और, उन्होंने हौद बना लिए, वरन् ऐसे हौद जो टूट गए हैं, और जिनमें जल नहीं रह सकता। (यिर्म. 17:13)

अध्याय देखें प्रतिलिपि




यिर्मयाह 2:13
49 क्रॉस रेफरेंस  

इन लोगों ने मुझे त्‍याग दिया है, और अन्‍य जातियों के देवताओं की मूर्तियों के सम्‍मुख सुगन्‍धित धूप-द्रव्‍य जलाया है। इन्‍होंने अपने हाथों से देवताओं की मूर्तियां बनाकर मेरे क्रोध को भड़काया है। अत: मेरी क्रोधाग्‍नि इस स्‍थान के प्रति भड़केगी, और वह कभी नहीं बुझेगी।


तेरे साथ ही जीवन का स्रोत्त है; तेरी ज्‍योति में हम ज्‍योति देखते हैं।


जो कुछ सूर्य के नीचे धरती पर होता है, वह सब मैंने देखा है। मुझे अनुभव हुआ कि यह सब निस्‍सार है− यह मानो हवा को पकड़ना है।


सभा-उपदेशक यह कहता है: सब व्‍यर्थ है, सब निस्‍सार है। निस्‍सन्‍देह सब व्‍यर्थ है, सब निस्‍सार है; सब कुछ व्‍यर्थ है!


सभा-उपदेशक यह कहता है: सब व्‍यर्थ है, सब निस्‍सार है। निस्‍सन्‍देह सब कुछ व्‍यर्थ है!


तब मैंने अपने कामों पर विचार किया, मैंने उस परिश्रम पर भी सोचा जो मैंने उन कामों पर किया था। मुझे अनुभव हुआ कि यह सब निस्‍सार है− यह मानो हवा को पकड़ना है। इस सूर्य के नीचे धरती पर मनुष्‍य के काम और परिश्रम से कुछ लाभ नहीं।


कभी ऐसा भी होता है कि मनुष्‍य बुद्धि, ज्ञान और कौशल से परिश्रम करता है किन्‍तु वह उसका फल उस व्यक्‍ति के द्वारा भोगने के लिए छोड़ जाता है, जिसने उसके लिए कुछ भी परिश्रम नहीं किया। यह भी व्‍यर्थ है और बहुत बुरा है।


जिस मनुष्‍य से परमेश्‍वर प्रसन्न होता है वह उसी को बुद्धि, ज्ञान और आनन्‍द प्रदान करता है। पापी मनुष्‍य से परमेश्‍वर कठोर परिश्रम कराता है। पापी मनुष्‍य परमेश्‍वर के प्रिय व्यक्‍ति के लिए धन एकत्र करता और उसको संचित करता है। अत: यह भी व्‍यर्थ है, यह मानो हवा को पकड़ना है।


फिर मैंने देखा कि सब परिश्रम और सारा कार्यकौशल अपने पड़ोसी के प्रति शत्रु-भावना से किया जाता है। अत: यह भी व्‍यर्थ है, यह मानो हवा को पकड़ना है।


बैल अपने मालिक को जानता है, गधा अपने स्‍वामी की नांद को पहचानता है; पर इस्राएल मुझे नहीं जानता, मेरे निज लोगों में समझ नहीं!’


ओ पापी राष्‍ट्र! ओ अधर्म के बोझ से दबे लोगो! ओ कुकर्मियों की सन्‍तान! ओ भ्रष्‍टाचारी पुत्रो! तुमने प्रभु को त्‍याग दिया, तुमने इस्राएल के पवित्र परमेश्‍वर को तुच्‍छ समझा। तुम उससे मुंह मोड़ कर दूर हो गए।


तुम मुक्‍ति के झरनों से आनन्‍दपूर्वक जल भरोगे।


मेरे निज लोग ज्ञान के अभाव के कारण बन्‍दी होकर अपने देश से निर्वासित हो गये। प्रतिष्‍ठित लोग भी भूख से मर रहे हैं, और जनता प्‍यास से।


जो भोजन नहीं है, उस पर पैसा क्‍यों खर्च करते हो? जिससे सन्‍तोष नहीं मिलता, उसके लिए परिश्रम क्‍यों करते हो? ध्‍यान से मेरी बात सुनो! तब तुम्‍हें खाने को उत्तम वस्‍तु प्राप्‍त होगी, और तुम स्‍वादिष्‍ट व्‍यंजन खाकर तृप्‍त होगे।


प्रभु ने यह कहा, ‘निस्‍सन्‍देह ये मेरे निज लोग हैं, ये मेरे पुत्र-पुत्रियां हैं, और मुझे धोखा नहीं देंगे।’ उनके दु:ख में प्रभु उनका उद्धारकर्ता बन गया। न किसी संदेशवाहक ने, न किसी स्‍वर्गदूत ने वरन् स्‍वयं उसकी उपस्‍थिति ने उनका उद्धार किया। प्रभु ने अपने प्रेम और दया के कारण उन्‍हें छुड़ाया। वह प्राचीनकाल से उन्‍हें शिशु के सदृश गोद में उठाकर ले जा रहा है।


‘इस प्रकार मैं इस्राएलियों का न्‍याय करूंगा। उन्‍होंने मुझे त्‍याग कर दुष्‍कर्म किया है। वे अन्‍य देवताओं के सम्‍मुख धूप-द्रव्‍य जलाते हैं, और अपने हाथों से बनाई गई मूर्तियों की पूजा करते हैं,’ प्रभु की यह वाणी है।


यरूशलेम के धनवान लोग पानी के लिए अपने सेवकों को भेज रहे हैं। सेवक कुएं-झरनों पर आते हैं, पर उनमें पानी नहीं है। अत: वे खाली घड़े लिये वापस लौट जा रहे हैं। वे उदास हैं, और नहीं जानते हैं कि क्‍या करें? वे सिर को ढक कर बैठे हुए हैं।


तूने मुझ-प्रभु को अस्‍वीकार कर लिया है, और मेरी ओर पीठ कर ली है। अत: मैंने तुझ पर हाथ उठाया, और तुझको नष्‍ट कर दिया। मैं तुझ पर दया करते-करते थक गया हूं।


हे प्रभु, तू ही इस्राएल की आशा है! जो तुझको त्‍याग देते हैं, वे अंत में अपने शत्रु से पराजित होते हैं। जो तुझ से मुंह मोड़ लेते हैं, उनका नाम और निशान पृथ्‍वी की सतह से मिट जाता है; क्‍योंकि उन्‍होंने तुझ-प्रभु को, जीवन-जल के झरने को, त्‍याग दिया है।


लबानोन पर्वत का बर्फ, चट्टानों से पिघलकर मैदान में आता है; क्‍या उसका बहना बन्‍द हो सकता है? क्‍या ठण्‍डे पानी की पहाड़ी नदियां, पहाड़ी झरने कभी सूख सकते हैं?


क्‍योंकि तुम लोगों ने मुझ-प्रभु की आराधना त्‍याग कर इस स्‍थान में अन्‍य देवी-देवताओं को सुगन्‍धित धूप-द्रव्‍य जलाए हैं, और यों मेरे निवास-स्‍थान को अपवित्र कर दिया है। इन देवी-देवताओं की उपस्‍थिति का अनुभव न तुम्‍हें, न तुम्‍हारे पूर्वजों और न यहूदा प्रदेश के राजाओं को हुआ है। तुम ने निर्दोष बच्‍चों के खून से इस स्‍थान को भर दिया है।


क्‍या किसी राष्‍ट्र ने अपने देवता ही बदल दिए, फिर चाहे वे झूठे ही क्‍यों न हों? परन्‍तु मेरे निज लोगों ने अपने महिमामय परमेश्‍वर को निरर्थक मूर्तियों से बदल लिया!


क्‍या तेरी इस शोचनीय दशा का कारण स्‍वयं तू नहीं है? जिस प्रभु ने तेरा मार्ग-दर्शन किया था, उसी परमेश्‍वर को तूने त्‍याग दिया।


‘जैसे चोर पकड़े जाने पर लज्‍जित होता है, वैसे ही इस्राएल वंश लज्‍जित होगा: जनता, उसके राजा, उसके उच्‍चाधिकारी, उसके पुरोहित और उसके नबी शर्म से सिर झुकाएंगे।


प्रभु ने कहा, ‘मेरे निज लोग मूर्ख हैं; वे मुझे नहीं जानते। वे नासमझ बच्‍चे हैं; उनमें बिल्‍कुल समझ नहीं है। वे दुष्‍कर्म करने में चतुर हैं, पर सत्‍कर्म कैसे करना चाहिए, यह वे नहीं जानते।’


मेरे निज लोगों में दुर्जन पाए जाते हैं। वे चिड़ीमार शिकारी की तरह फंदा लगा कर बैठते हैं। वे जाल बिछाते हैं, और लोगों का शिकार करते हैं।


नबी झूठी नबूवत करते हैं; पुरोहित उनकी हां में हां मिलाते हैं। मेरे निज लोगों को यह पसन्‍द भी है। परन्‍तु जब अन्‍त आएगा तब तुम क्‍या करोगे?


ओ मानव, इस इस्राएली कुल ने अपनी मूर्तियों के कारण मुझे त्‍याग दिया है, और यह मुझ से दूर हो गया है। जिस हृदय में इस्राएली कुल ने अपने देवताओं की मूर्तियां प्रतिष्‍ठित की हैं, उस हृदय को मैं अपने दण्‍ड से आतंकित करूंगा।


फिर वह मुझे मन्‍दिर के द्वार पर वापस ले गया। वहाँ मैंने यह देखा: मन्‍दिर की ड्‍योढ़ी के नीचे से पानी निकल रहा है, और पूर्व की ओर बह रहा है (क्‍योंकि मन्‍दिर का मुंह पूर्व दिशा में था)। पानी मन्‍दिर की दाहिनी ओर नीचे से और वेदी के दक्षिणी ओर से निकल रहा था।


किन्‍तु तुम शत्रु के समान मेरे अपने लोगों के विरुद्ध खड़े हो। जो लड़ाई की इच्‍छा भी नहीं रखते, जो तुम पर विश्‍वास करके राह से गुजरते हैं, उन शान्‍तिप्रिय लोगों के कपड़े तुम उतार लेते हो।


‘ओ मेरे निज लोगो, मैंने तुम्‍हारा क्‍या बुरा किया है? किस बात से मैंने तुम्‍हें दु:ख दिया है? मुझे उत्तर दो।


‘उस दिन दाऊद के वंशजों तथा यरूशलेम के निवासियों को उनके पाप तथा अशुद्धता से धोने के लिए एक झरना फूटेगा।’


येशु ने उत्तर दिया, “यदि तुम परमेश्‍वर का वरदान पहचानती और यह जानती कि वह कौन है, जो तुम से कह रहा है, ‘मुझे पानी पिलाओ’, तो तुम उससे माँगती और वह तुम्‍हें संजीवन जल देता।”


स्‍त्री ने उनसे कहा, “महोदय! पानी खींचने के लिए आपके पास कुछ भी नहीं है और कुआँ गहरा है; तो आप को यह संजीवन जल कहाँ से मिलेगा?


किन्‍तु जो मेरा दिया हुआ जल पीता है, उसे फिर कभी प्‍यास नहीं लगेगी। जो जल मैं उसे प्रदान करूँगा, वह उस में जल-स्रोत बन जाएगा, जो शाश्‍वत जीवन तक उमड़ता रहेगा।”


पर्व के अन्‍तिम और मुख्‍य दिन येशु खड़े हुए और उन्‍होंने पुकार कर कहा, “यदि कोई प्‍यासा है, तो वह मेरे पास आए।


प्रभु ने मूसा से कहा, ‘देख, तू शीघ्र अपने मृत पूर्वजों में जाकर सो जाएगा। पर ये इस्राएली लोग उस देश के, जहाँ ये जा रहे हैं, अजनबी देवताओं का अनुगमन करने लगेंगे और मेरे साथ वेश्‍या के सदृश विश्‍वासघात करेंगे। वे मुझे त्‍याग देंगे। वे मेरे विधान को, जो मैंने उनके साथ स्‍थापित किया है, तोड़ देंगे।


वे लोग सूखे जलस्रोत और आँधी द्वारा उड़ाये हुए बादल हैं। गहरा अन्‍धकार ही उनके लिए रख छोड़ा गया है।


उसने फिर मुझ से कहा, “कार्य समाप्‍त हो गया। अलफा और ओमेगा, आदि और अन्‍त मैं हूँ। मैं प्‍यासे को संजीवन जल के स्रोत से मुफ्‍त में पिलाऊंगा।


इसके बाद उसने मुझे स्‍फटिक-जैसे संजीवन जल की नदी दिखायी, जो परमेश्‍वर और मेमने के सिंहासन से बह रही थी।


आत्‍मा तथा वधू, दोनों कहते हैं, “आइए।” जो सुनता है, वह उत्तर दे, “आइए।” जो प्‍यासा है, वह आये। जो चाहता है, वह उपहार में संजीवन जल ग्रहण करे।


फिर भी तुमने मुझे त्‍याग कर अन्‍य देवताओं की पूजा की। इसलिए अब मैं तुम्‍हें फिर मुक्‍त नहीं करूँगा।


उन्‍होंने प्रभु की दुहाई दी, और यह कहा, “हमने पाप किया, क्‍योंकि हमने तुझ प्रभु को त्‍यागकर बअल देवता और अशेराह देवी की सेवा की। अब प्रभु, हमारे शत्रुओं के हाथ से हमें मुक्‍त कर। हम तेरी सेवा करेंगे।”


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों