4 उसने उन्हें यह आदेश दिया, ‘देखो, तुम्हें नगर पर पीछे से आक्रमण करने के लिए घात लगाकर बैठना है। नगर से बहुत दूर मत जाना। तुम-सब आक्रमण के लिए तैयार रहना।
4 यहोशू ने उनको यह आदेश दिया: “मैं जो कह रहा हूँ, उसे सावधानी से सुनो। तुम्हें नगर के पीछे के क्षेत्र में छिपे रहना चाहिए। आक्रमण के समय की प्रतीक्षा करो। नगर से बहुत दूर न जाओ। सावधानी से देखते रहो और तैयार रहो।
राजा रात में उठा। उसने अपने दरबारियों से कहा, ‘जो षड्यन्त्र सीरियाई सैनिकों ने हमारे विरुद्ध रचा है, वह मैं तुम्हें बताता हूँ : वे जानते हैं कि हम भूखे हैं। इसलिए वे पड़ाव से निकलकर मैदान में छिप गए हैं। वे यह सोच रहे हैं : “जब इस्राएली सैनिक नगर से बाहर निकलेंगे, तब हम उनको जीवित पकड़ लेंगे, और उनके नगर में घुस जाएंगे।”
यारोबआम ने यहूदा प्रदेश की सेना के पीछे से हमला करने के लिए अपने गुरिल्ला सैनिकों को भेजा। उसकी सेना के सामने यहूदा की सेना थी, और घात लगाकर हमला करने वाले गुरिल्ला सैनिक यहूदा प्रदेश की सेना के पीछे थे।
आप उन लोगों की बात नहीं मानिए क्योंकि उनमें चालीस से अधिक व्यक्ति पौलुस की घात में बैठे हुए हैं। उन्होंने शपथ ली है कि वे तब तक न तो खायेंगे और न पियेंगे, जब तक वे पौलुस का वध न कर दें। वे अभी तैयार हैं, और आपके निर्णय की प्रतीक्षा में हैं।”
तब इस्राएली सेना का प्रमुख दल अपने स्थान से उठा, और उसने बअल-तामर नगर में युद्ध की व्यूह-रचना की। घात में बैठे हुए सैनिक, जो गाबा नगर की पश्चिमी दिशा में बैठे थे, अपने स्थान से निकल पड़े।
बिन्यामिनियों ने देखा कि वे पराजित हो गए। इस्राएलियों ने युद्ध-भूमि बिन्यामिनियों के लिए छोड़ दी, क्योंकि उन्हें घात में बैठे हुए सैनिकों पर भरोसा था, जिनको उन्होंने गिबआह नगर के चारों ओर बैठाया था।
शकेम नगर के प्रमुख नागरिकों ने अबीमेलक को तंग करने के लिए पहाड़ की चोटियों पर छापामारों को बिठा दिया। छापामार उस मार्ग से आने-जानेवालों को लूटते थे। यह बात अबीमेलक को बताई गई।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : जब इस्राएली मिस्र देश से निकले थे, तब अमालेकी जाति ने मार्ग में इस्राएलियों का विरोध किया था। उसके इस व्यवहार के लिए मैं उसको दण्ड दूँगा।