5 जब अन्धेरा होने पर नगर का प्रवेश-द्वार बन्द होने लगा तब वे चले गए। मैं नहीं जानती हूं कि वे कहां गए। परन्तु यदि आप अविलम्ब उनका पीछा करें तो उन्हें मार्ग में पकड़ सकते हैं।’
अत: मैंने आदेश दिया कि जब विश्राम-दिवस आरम्भ होने के पूर्व अन्धेरा होने लगे, तब यरूशलेम के प्रवेश-द्वारों को बन्द कर दिया जाए, और जब तक विश्राम-दिवस समाप्त न हो जाए तब तक उनको न खोला जाए। मैंने अपने निजी सेवक प्रवेश-द्वारों पर नियुक्त किए और उन्हें आदेश दिया कि माल-असबाब का कोई भी बोझ विश्राम-दिवस पर शहर के भीतर नहीं आएगा।
तेरे प्रवेश-द्वार निरन्तर खुले रहेंगे; वे दिन-रात कभी बन्द न होंगे, ताकि लोग अपने-अपने राष्ट्र का धन तेरे पास ला सकें; उनके राजा उनकी अगुवायी करेंगे।
मैं-प्रभु यह कहता हूँ : उन दिनों में, उस समय मैं इस्राएल के बचे हुए लोगों को जिन्हें मैंने बचाया है, पूर्णत: क्षमा कर दूंगा। इस्राएल प्रदेश इतना धर्ममय हो जाएगा कि उसमें अधर्म ढूंढ़ने पर भी नहीं मिलेगा, यहूदा प्रदेश में खोजने पर भी पापी मनुष्य नहीं मिलेगा।
नदी के दोनों किनारों पर अनेक प्रकार के पेड़ होंगे, जो आहार के लिए फल देंगे। उनके पत्ते कभी नहीं मुरझाएंगे, और न ही उनमें फल लगना बन्द होगा। किन्तु ये पेड़ हर महीने नए फल दिया करेंगे, क्योंकि उनको सींचनेवाला जल पवित्र-स्थान से निकला है! उनके फल आहार के, और पत्ते औषधि के काम आएंगे।’
किन्तु राहाब ने दोनों गुप्तचरों को छिपा दिया। उसने राजा के कर्मचारियों से कहा, ‘यह सच है कि दो पुरुष मेरे पास आए थे। पर मैं नहीं जानती हूँ कि वे कहां से आए थे।