यहेजकेल 48:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)8 ‘यहूदा के भूमिक्षेत्र से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक का भूमिक्षेत्र एक विशेष भाग होगा, जिसे तुम अलग करोगे। यह साढ़े बारह किलोमीटर चौड़ा, और पूर्व से पश्चिम तक किसी एक कुल के भूमिक्षेत्र के बराबर लम्बा होगा। पवित्र-स्थान इसी के बीच में होगा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल8 “भूमि का अगला क्षेत्र विशेष उपयोग के लिये होगा। यह भूमि यहूदा की भूमि के दक्षिण में है। यह क्षेत्र पच्चीस हजार हाथ उत्तर से दक्षिण तक लम्बा है और पूर्व से पश्चिम तक, यह उतना चौड़ा होगा जितना अन्य परिवार समूहों का होगा। मन्दिर भूमि के इस विभाग के बीच होगा। अध्याय देखेंHindi Holy Bible8 यहूदा के सिवाने से लगा हुआ पूर्व से पच्छिम तक वह अर्पण किया हुआ भाग हो, जिसे तुम्हें अर्पण करना होगा, वह पच्चीस हजार बांस चौड़ा और पूर्व से पच्छिम तक किसी एक गोत्र के भाग के तुल्य लम्बा हो, और उसके बीच में पवित्र स्थान हो। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)8 “यहूदा की सीमा से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक वह अर्पण किया हुआ भाग हो, जिसे तुम्हें अर्पण करना होगा, वह पच्चीस हज़ार बाँस चौड़ा और पूर्व से पश्चिम तक किसी एक गोत्र के भाग के तुल्य लम्बा हो, और उसके बीच में पवित्रस्थान हो। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल8 “यहूदाह की सीमा से लगकर पूर्व से पश्चिम एक भाग होगा, जिसे तुम्हें एक विशेष भेंट के रूप में देना है. इसकी चौड़ाई लगभग तेरह किलोमीटर, और पूर्व से लेकर पश्चिम तक इसकी लंबाई दूसरे गोत्र को दिये गए भाग की लंबाई के बराबर होगी; पवित्र स्थान इसके बीच में होगा. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20198 “यहूदा की सीमा से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक वह अर्पण किया हुआ भाग हो, जिसे तुम्हें अर्पण करना होगा, वह पच्चीस हजार बाँस चौड़ा और पूर्व से पश्चिम तक किसी एक गोत्र के भाग के तुल्य लम्बा हो, और उसके बीच में पवित्रस्थान हो। अध्याय देखें |
‘पवित्र अर्पित भूमिक्षेत्र और नगर के क्षेत्र के दोनों ओर का बचा हुआ भाग इस्राएल देश के शासक को मिलेगा। शासक की भूमि-सीमा यह होगी: पवित्र अर्पित भूमि-भाग की साढ़े बारह किलोमीटर भूमि से पूर्वी सीमा तक का लगा हुआ भाग तथा पश्चिम में, पश्चिमी सीमा तक, साढ़े बारह किलोमीटर की भूमि से लगा हुआ भाग, जो कुलों के भूमि-भागों के समानान्तर होगा। यही भूमिक्षेत्र इस्राएल देश के शासक का होगा। उसके बीच में पवित्र अर्पित भूमि-भाग और मन्दिर का पवित्र स्थान होगा।