प्रभु ने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, आंखें खोल कर देख, और कान लगाकर सुन। जो कुछ मैं तुझसे कहूंगा, उसको ध्यान से सुनना। मैं तुझको अपने भवन के सारे आदेश और उसकी सब धर्म-विधियों के सम्बन्ध में बताऊंगा। ध्यान दे: मैं बताऊंगा कि कौन व्यक्ति भवन में प्रवेश कर सकता है, और किस व्यक्ति के लिए पवित्र स्थान में प्रवेश निषिद्ध है।
फिर वह मुझे द्वार से ले गया। यह फाटक के एक अलंग पर था। वह मुझे पुरोहितों के उत्तर-मुखी पवित्र कक्षों में ले गया। वहाँ मैंने देखा कि उन कक्षों से दूर पश्चिमी कोने पर एक स्थान है।