24 वह मुझे दक्षिण की ओर ले गया। मैंने देखा कि वहां एक फाटक है। उसने दक्षिण के फाटक के खम्भों और ओसारे को नापा। उनकी नाप उतनी ही निकली जितनी दूसरे फाटकों के खम्भों और ओसारे की थी।
‘जब इस्राएल के साधारण जन, निर्धारित पर्वों पर प्रभु की आराधना करने के लिए मन्दिर में उसके सम्मुख आएंगे तब वे जिस फाटक से प्रवेश करेंगे, उसी फाटक से बाहर नहीं निकलेंगे। यदि कोई व्यक्ति उत्तरी फाटक से प्रवेश करेगा तो वह दक्षिणी फाटक से बाहर निकलेगा। ऐसे ही दक्षिणी फाटक से प्रवेश करनेवाला उत्तरी फाटक से निकलेगा। प्रत्येक व्यक्ति सीधा निकल जाएगा।
उसकी पहरेदारों की कोठरियों, खम्भों और ओसारे की नाप अन्य फाटकों की कोठरियों, खम्भों और ओसारे की नाप के तुल्य थी। इस फाटक तथा उसके ओसारे के चारों ओर खिड़कियां थीं। उसकी लम्बाई पच्चीस मीटर और चौड़ाई साढ़े बारह मीटर थी।