9 “ओ फरओ, जब मैं तुझ को बन्दी बनाकर तेरे देश से निष्कासित करूंगा, तुझको उन राष्ट्रों और देशों में ले जाऊंगा, जिनको तू जानता भी नहीं है, तब तेरी यह दशा देखकर अनेक जातियों का हृदय कांप उठेगा।
9 “बहुत से लोग शोकग्रस्त और व्यग्र होंगे, जब वे सुनेंगे कि तुमको नष्ट करने के लिये मैं एक शत्रु को लाया। राष्ट्र जिन्हें तुम जानते भी नहीं, तिलमिला जायेंगे।
“राष्ट्र क्रुद्ध हो गये थे, किन्तु अब तेरा क्रोध आ गया है और वह समय भी जब मृतकों का न्याय किया जायेगा; जब तेरे सेवकों, तेरे नबियों और तेरे सन्तों को पुरस्कार दिया जायेगा और उन सब को भी, चाहे वे छोटे या बड़े हों, जो तेरे नाम पर श्रद्धा रखते हैं। और वह समय आ पहुँचा जब उन लोगों का विनाश किया जायेगा, जो पृथ्वी का विनाश करते हैं।”
मैं उजाड़ देशों के मध्य मिस्र देश को भी उजाड़ दूंगा। उसके भी नगर उजाड़ पड़े नगरों के समान उजाड़ हो जाएंगे, और वे चालीस वर्ष तक उजाड़ पड़े रहेंगे। मैं मिस्र देश के निवासियों को अन्य राष्ट्रों में बिखेर दूंगा; मैं उनको भिन्न-भिन्न देशों में तितर-बितर कर दूंगा।
‘उस दिन मैं अपने पास से सन्देश-वाहक दूत भेजूंगा। वे जलयानों पर चढ़कर कूश देश जाएंगे, और उसके निश्चिंत निवासियों को डराएंगे। वे मिस्र देश के विनाश को देखकर उस दिन भय से आतंकित हो उठेंगे। ‘देखो, विनाश का दिन आ रहा है।