24 ‘देखो, यहां एलाम भी पड़ा है। उसकी कबर के चारों ओर उसकी प्रजा है। ये सब तलवार से मारे गए हैं। इनका वध तलवार से हुआ है। ये जीवलोक में आतंक फैलाते थे, और अब बेख़तना दशा में अधोलोक में पड़े हैं। ये कबर में जानेवालों के साथ अपमान का भार ढो रहे हैं।
24 “एलाम वहाँ है और इसकी सारी सेना उसकी कब्र के चारों ओर हैं। वे सभी युद्ध में मारे गए। वे विदेशी गहरे नीचे धरती में गए। जब वे जीवित थे, वे लोगों को भयभीत करते थे। किन्तु वे अपनी लज्जा को अपने साथ उस गहरे नरक में ले गए।
24 वहां एलाम है, और उसकी कबर की चारों ओर उसकी सारी भीड़ है; वे सब के सब तलवार से मारे गए हैं, वे खतनाहीन अधोलोक में उतर गए हैं; वे जीवनलोक में भय उपजाते थे, परन्तु अब कबर में और गड़े हुओं के संग उनके मुंह पर भी सियाही छाई हुई है।
24 “वहाँ एलाम है, और उसकी कबर के चारों ओर उस की सारी भीड़ है; वे सब के सब तलवार से मारे गए हैं, वे खतनाहीन अधोलोक में उतर गए हैं; वे जीवनलोक में भय उपजाते थे, परन्तु अब कबर में और गड़े हुओं के संग उनके मुँह पर भी सियाही छाई हुई है।
24 “एलाम वहां है, और उसके सब उपद्रवी लोग उसकी कब्र के चारों ओर हैं. वे सब तलवार से मारे गये हैं, जिन्होंने जीवितों के देश में आतंक फैलाया था, वे सब नीचे पृथ्वी में खतना-रहित चले गये हैं. वे उनके साथ ही लज्जित हैं, जो नीचे कब्र में जाते हैं.
24 “वहाँ एलाम है, और उसकी कब्र की चारों ओर उसकी सारी भीड़ है; वे सब के सब तलवार से मारे गए हैं, वे खतनारहित अधोलोक में उतर गए हैं; वे जीवनलोक में भय उपजाते थे, परन्तु अब कब्र में और गड़े हुओं के संग उनके मुँह पर भी उदासी छाई हुई है।
‘देखो, यहां उत्तरी क्षेत्रों के सब उच्चाधिकारी भी हैं। उनके साथ सीदोन के भी उच्चाधिकारी हैं। ये भी अपमान का भार ढोते हुए तलवार से मारे गए लोगों के साथ अधोलोक में उतरे हैं। इन्होंने अपनी शक्ति से देश में आतंक फैलाया था। किन्तु अब ये बेख़तना दशा में उन लोगों के साथ पड़े हैं, जिनका वध तलवार से हुआ है। ये कबर में जानेवालों के साथ अपमान का भार ढो रहे हैं।’
उन्होंने एलाम और उसकी सेना को वध किए हुओं के बीच सुला दिया है। चारों ओर उनकी कबरें हैं। ये सब बेख़तना हैं और तलवार से मारे गए हैं। इन्होंने जीवलोक में आतंक फैला रखा था, और अब कबर में जानेवालों के साथ अपमान का भार ढो रहे हैं। इनको वध किए हुओं के बीच स्थान मिला है।
‘ओ मानव, मिस्र की विशाल प्रजा के विनाश के कारण विलाप कर। मिस्र देश और प्रतापी राष्ट्रों की कन्याओं को अधोलोक में कबर में पड़े हुए मृतकों के पास उतार दे।
तब मैं अधोलोक के जानेवालों के समान तुझको भी गड्ढे में फेंक दूंगा। मैं तुझे प्राचीन युग के लोगों के पास उतार दूंगा। ओ सोर नगर, मैं प्राचीन काल के उजड़े हुए खण्डहरों के समान तुझे एक खण्डहर नगर बना दूंगा। तू अधोलोक में निवास करेगा। तू कभी आबाद नहीं होगा, और तेरी गणना फिर कभी जीवलोक में नहीं की जाएगी।
ओ यरूशलेम! तू सोचती थी कि तेरी बहिनों को उनके पापों का दण्ड मिलेगा, तूने उनका न्याय किया था। अब तेरा भी न्याय होगा : तेरा अभिमान तोड़ा जाएगा, तूने उनसे अधिक घोर घृणित कार्य किए हैं। इसलिए तू उनकी अपेक्षा अधिक दोषी है। ओ यरूशलेम, चुल्लू-भर पानी में डूब मर। अब तू अपमान की ज्वाला में जल; क्योंकि तूने अपने घोर घृणित कार्यों के कारण अपनी बहिनों को कम दोषी ठहराया है।
वे पुरोहित के रूप में मेरी सेवा करने के लिए मेरे समीप नहीं आएंगे। वे मेरी पवित्र तथा परम पवित्र वस्तु को स्पर्श भी नहीं करेंगे। उन्होंने अन्य देवी-देवताओं की पूजा कर घृणित कार्य किया है। वे अपने इस घृणित कार्य की लज्जा का भार उठाएँ!
जब वे अपने देश में पुन: निश्चिन्त निवास करने लगेंगे और उनको किसी भी शत्रु के आक्रमण का डर न होगा, तब वे अपने अपमानपूर्ण अतीत को भूल जाएंगे। वे भूल जाएंगे कि उन्होंने मेरे प्रति विश्वासघात किया था।
मैं अपने निज लोगों के लिए उपजाऊ खेतों और उद्यानों की व्यवस्था करूंगा। तब वे अपने देश में भूख से नहीं मरेंगे, और न ही उनके पड़ोसी राष्ट्र उन का मजाक उड़ाएंगे।
तू महिमा से नहीं, वरन् नीचता से भर जाएगा। तू स्वयं पी, और अपनी नग्नता देख। प्रभु के दाहिने हाथ में प्याला है। वह तेरे हाथ में आएगा, और घोर नीचता तेरी महिमा को ढांप लेगी।
‘मैं फिर कभी राष्ट्रों में तेरी निन्दा नहीं होने दूंगा, उनके निन्दापूर्ण वचन तेरे कानों में नहीं पड़ेंगे। जातियां तेरा अपमान नहीं करेंगी, और तू उनके अपमान का बोझ नहीं सहेगी। तू पुन: अपने राष्ट्र का पतन नहीं होने देगी।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।’
सेनापति अपने सहायकों के माध्यम से अधोलोक के भीतर उनके विषय में यह कहेंगे, “ये बेख़तना लोग भी अधोलोक में आ गए। देखो, ये निर्जीव पड़े हैं। ये तलवार से मारे गए हैं।”
ओ देवदार, यह इसलिए होगा, ताकि जल के समीप रोपे गए वृक्ष बहुत ऊंचाई तक न बढ़ें, और न उसकी टहनियां बादलों से ढकें, और न वे वृक्ष, जिनको भरपूर जल मिलता है, बादलों की ऊंचाई के बराबर सिर उठाएं। क्योंकि घमण्ड के कारण वे मृत हो जाते हैं, मैं उनको मृत मनुष्यों के मध्य मृत्यु के हाथ में, अधोलोक में सौंप देता हूं। वे भी कबर में जानेवालों के समान मृत हो जाते हैं।
उस दिन दूसरी बार स्वामी अपना भुजबल प्रकट करेगा: वह अपनी प्रजा के बचे हुए लोगों को मुक्त करेगा। वह उन्हें असीरिया, मिस्र, पतरोस, इथियोपिआ, एलाम, शिनआर, हमात और समुद्र तटीय देशों से छुड़ा लेगा।
“और तू, कफरनहूम! क्या तू आकाश तक ऊंचा उठाया जाएगा? नहीं! तू अधोलोक में नीचे गिरा दिया जाएगा; क्योंकि जो सामर्थ्य के कार्य तुझ में किये गये हैं, यदि वे सदोम में किये गये होते, तो वह आज तक बना रहता।
मैं तो वध के लिए ले जाये जानेवाले मेमने के सदृश उनके दुष्कर्मों से अनजान था। मैं नहीं जानता था कि उन्होंने मेरे विरुद्ध कुचक्र रचा है। वे कहते थे, ‘न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी! यिर्मयाह को इस पृथ्वी से, जीव-लोक से मिटा दें कि उसका नाम भी शेष न रहे।’
“ओ देवदार, तेरी महानता और गौरव की तुलना में अदन की वाटिका के वृक्ष कुछ भी नहीं हैं। किन्तु तू भी उनके समान अधोलोक में काट कर फेंक दिया जाएगा, और वहां तू तलवार से वध की गई बेख़तना जातियों के मध्य पड़ा रहेगा।” ‘फरओ और उसकी विशाल प्रजा का यही हाल होगा।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।