Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




यहेजकेल 31:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

9 मैं-प्रभु ने ही उसको सुन्‍दर बनाया; मैंने ही उसकी शाखाओं को सघन किया। मैंने उसको इतना सुन्‍दर बनाया कि अदन की वाटिका के सब वृक्ष, मुझ-परमेश्‍वर के उद्यान के वृक्ष, उससे ईष्‍र्या करते हैं।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

9 मैंने अनेक शाखाओं सहित इस वृक्ष को सुन्दर बनाया और परमेश्वर के उद्यान अदन, के सभी वृक्ष इससे ईर्ष्या करते थे!’”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

9 मैं ने उसे डालियों की बहुतायत से सुन्दर बनाया था, यहां तक कि एदेन के सब वृक्ष जो परमेश्वर की बारी में थे, उस से डाह करते थे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

9 मैं ने उसे डालियों की बहुतायत से सुन्दर बनाया था, यहाँ तक कि अदन के सब वृक्ष जो परमेश्‍वर की बारी में थे, उससे डाह करते थे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

9 मैंने प्रचूर शाखाओं के साथ इसे सुंदर बनाया, परमेश्वर की वाटिका, एदेन के सारे पेड़ इससे ईर्ष्या करते थे.

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

9 मैंने उसे डालियों की बहुतायत से सुन्दर बनाया था, यहाँ तक कि अदन के सब वृक्ष जो परमेश्वर की बारी में थे, उससे डाह करते थे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि




यहेजकेल 31:9
26 क्रॉस रेफरेंस  

अत: लोट ने अपनी आँखें ऊपर उठायीं और सामने देखा : सोअर की दिशा में यर्दन नदी की समस्‍त घाटी प्रभु के उद्यान एवं मिस्र देश की भूमि के समान जल से सर्वत्र सिंची हुई थी। (यह प्रभु के द्वारा किए गए सदोम और गमोरा के विनाश के पूर्व की बात है।)


उनके पास भेड़-बकरी, गाय-बैल और अनेक सेवक-सेविकाएं थीं। अत: पलिश्‍ती लोग उनसे ईष्‍र्या करने लगे।


यूसुफ के भाई उससे ईष्‍र्या करते थे। परन्‍तु उसके पिता ने ये बातें स्‍मरण रखीं।


किन्‍तु मैंने तुझे इस उद्देश्‍य से जीवित रखा कि तुझे अपना सामर्थ्य दिखाऊं, जिससे समस्‍त पृथ्‍वी पर मेरे नाम का गुणगान किया जाए।


क्रोध निर्दय होता है; गुस्‍सा मनुष्‍य को दबोच देता है; पर ईष्‍र्या के सामने कौन ठहर सकता है?


फिर मैंने देखा कि सब परिश्रम और सारा कार्यकौशल अपने पड़ोसी के प्रति शत्रु-भावना से किया जाता है। अत: यह भी व्‍यर्थ है, यह मानो हवा को पकड़ना है।


मैं-प्रभु सियोन को सांत्‍वना प्रदान करूंगा; मैं उसके उजाड़ स्‍थलों को शान्‍ति दूंगा, उसके निर्जन प्रदेश को अदन वाटिका के सदृश हरा-भरा कर दूंगा। उसका मरुस्‍थल मेरे उद्यान के समान हरा-भरा हो जाएगा। सियोन के हर कोने में हर्ष और आनन्‍द उपलब्‍ध होगा; चारों ओर धन्‍यवाद का गीत, और स्‍तुतिगान गूंजेगा।


तुम इस देश से आनन्‍दपूर्वक निकलोगे, और कुशलतापूर्वक तुम्‍हारा नेतृत्‍व किया जाएगा। मार्ग में आनेवाली पहाड़ियां और पहाड़ तुम्‍हारे सम्‍मुख आनन्‍द के गीत गाएंगे; मैदान के पेड़ हर्ष से तालियाँ बजाएंगे।


तेरी सुन्‍दरता की कीर्ति सब जातियों में फैल गई। मैंने तुझे शोभा में संवारा था। इस शोभा के कारण तू सुन्‍दरी बन गई थी जिसमें कोई कलंक न था।’ स्‍वामी-प्रभु की यही वाणी है।


स्‍वामी-प्रभु यों कहता है : ‘मैं भी देवदार वृक्ष की ऊंची फुनगी से एक टहनी लूंगा, और उसको भूमि पर लगाऊंगा। मैं उसकी सबसे ऊंची शाखा में से एक टहनी तोड़ूंगा, और उसको एक बहुत ऊंचे पहाड़ पर लगाऊंगा।


तब विश्‍व के सब वृक्षों को ज्ञात होगा कि मैं-प्रभु छोटे वृक्ष को बड़ा बनाता हूं, और बड़े वृक्ष को छोटा! मैं हरे वृक्ष को सुखा डालता हूं और सूखे हुए वृक्ष को हरा-भरा कर देता हूं। मेरी यही वाणी है। मैं-प्रभु जो कहता हूं, उसको पूरा करता हूं।’


तू मानो परमेश्‍वर के उद्यान अदन में रहता था। तू मणि-मुक्‍ताओं से जड़े वस्‍त्र पहिनता था: माणिक, पद्मराग, हीरा, फिरोजा, सुलेमानी मणि, यशब, नील-मणि, मरकत, और लाल-मणि। तेरे आभूषण और तेरी पोशाक सोने से मढ़ी थी। जिस दिन तेरा जन्‍म हुआ उसी दिन वे भी तैयार किए गए।


जब वह जड़ से उखड़ेगा और भूमि पर गिरेगा तब उसके धमाके से सब राष्‍ट्रों के दिल कांप उठेंगे। मैं कबर में जानेवाले मृतक के समान उसको अधोलोक में फेंक दूंगा। तब अदन की वाटिका के वृक्ष तथा लबानोन के सर्वोत्तम वृक्ष, जिनको भरपूर पानी मिलता है, अधोलोक में शान्‍ति की सांस लेंगे।


“ओ देवदार, तेरी महानता और गौरव की तुलना में अदन की वाटिका के वृक्ष कुछ भी नहीं हैं। किन्‍तु तू भी उनके समान अधोलोक में काट कर फेंक दिया जाएगा, और वहां तू तलवार से वध की गई बेख़तना जातियों के मध्‍य पड़ा रहेगा।” ‘फरओ और उसकी विशाल प्रजा का यही हाल होगा।’ स्‍वामी-प्रभु की यही वाणी है।


वे तुम्‍हारे देश के विषय में कहेंगे, “देखो, यह देश, जो अब तक उजाड़ पड़ा था, अदन-उद्यान के समान हरा-भरा हो गया। उजाड़, निर्जन और खण्‍डहर पड़े हुए नगर पुन: आबाद हो गए। उनमें गढ़ों का निर्माण हो गया।”


परमेश्‍वर ही काल का नियंता और ऋतुओं का परिवर्तनकर्त्ता है। वही राजाओं को सिंहासन पर बैठाता, और वही उनको पदच्‍युत करता है। परमेश्‍वर ही बुद्धिमान को बुद्धि और समझदार को समझ देता है।


ओ सनोवर के वृक्षो, विलाप करो; क्‍योंकि देवदार के वृक्ष गिर गए; बड़े-बड़े वृक्ष नष्‍ट हो गए। ओ बाशान क्षेत्र के बांज वृक्षो, छाती पीटो; क्‍योंकि शत्रुओं ने सघन वन को काट दिया।


जब शाऊल ने देखा कि दाऊद बहुत सफल हुआ तब वह भय से आतंकित हो गया।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों