10 वह संहार करने के लिए तेज की गई, बिजली की तरह चमकने के लिए उसको चमकाया गया है। यह सुन कर क्या हम हर्ष मनाएं? नहीं! मेरे पुत्र, तूने छड़ी की मार को तुच्छ समझा था, तू सोंठी से घृणा करता था।
10 तलवार को जान लेने के लिये तेज किया गया था। बिजली के समान चकाचौंध करने के लिये इसको झलकाया गया था। मेरे पुत्र, तुम उस छड़ी से दूर भाग गये जिससे मैं तुम्हें दण्ड देता था। तुमने उस लकड़ी की छड़ी से दण्डित होने से इन्कार किया।
10 वह इसलिये सान चढ़ाई गई कि उस से घात किया जाए, और इसलिये झलकाई गई कि बिजली की नाईं चमके! तो क्या हम हर्षित हों? वह तो यहोवा के पुत्र का राजदण्ड है और सब पेड़ों को तुच्छ जानने वाला है।
10 वह इसलिये सान चढ़ाई गई कि उससे घात किया जाए, और इसलिये झलकाई गई कि बिजली के समान चमके! तो क्या हम हर्षित हों? वह तो यहोवा के पुत्र का राजदण्ड है और सब पेड़ों को तुच्छ जाननेवाला है।
10 हत्या करने के लिये धारदार, बिजली की तरह कौंधने के लिये चमकाई हुई! “ ‘क्या हम मेरे शाही पुत्र के राजदंड पर आनंदित हों? तलवार हर एक लाठी को तुच्छ समझती है.
10 वह इसलिए सान चढ़ाई गई कि उससे घात किया जाए, और इसलिए झलकाई गई कि बिजली के समान चमके! तो क्या हम हर्षित हो? वह तो यहोवा के पुत्र का राजदण्ड है और सब पेड़ों को तुच्छ जाननेवाला है।
तू नेगेब-क्षेत्र में रहनेवाले वनवासियों से यह कह, ओ वनवासियो, प्रभु का यह सन्देश सुनो: स्वामी-प्रभु यों कहता है, देखो, मैं तुम्हारे वन में आग लगानेवाला हूं। यह आग वन के प्रत्येक हरे और सूखे वृक्ष को भस्म कर देगी। यह दावानल कभी नहीं बुझेगा, और उसकी धधकती ज्वाला से उत्तर से दक्षिण तक समस्त वन-प्रदेश झुलस जाएगा।
जिसे मेरे पिता ने मुझे प्रदान किया है। वह लोह-दण्ड से राष्ट्रों पर शासन करेगा और उन्हें मिट्टी के पात्रों की तरह चकनाचूर कर देगा और मैं उस विजयी को प्रभात का तारा प्रदान करूँगा।
घुड़सवार सरपट दौड़ रहे हैं, तलवारें चमक रही हैं, भाले चमचमा रहे हैं, हजारों लोग मरे पड़े हैं, लाशों का ढेर लगा है, लोथों का अन्त नहीं। लोग लोथों से ठोकर खाकर गिरते हैं।
हरकारे सम्राट की आज्ञा से शीघ्र ही आदेश-पत्र लेकर चले गए। राजाज्ञा की घोषणा शूशन नगर में भी की गई। तब सम्राट और हामान शराब पीने के लिए बैठे, पर शूशन नगर में घबराहट फैल गई।
मैं उसका पिता होऊंगा, और वह मेरा पुत्र होगा। यदि वह अधर्म करेगा तो मैं मनुष्यों के समान उसे छड़ी से दण्ड दूँगा, आदमियों के सदृश उसे कोड़े से मारूँगा।
जब तक प्रभु अपने हृदय के संकल्प को कार्य रूप में परिणत नहीं करेगा, और उसको पूर्ण नहीं कर लेगा, तब तक वह अपने क्रोध को शांत नहीं करेगा। अन्तिम दिनों में तुम्हें यह बात स्पष्ट समझ में आ जाएगी।