13 उसने राजवंश के एक पुरुष को लिया, और उससे सन्धि स्थापित की। उसने उससे वचन लिया कि वह उसके अधीन रहेगा। (वह देश के प्रमुख व्यक्तियों को भी बन्दी बनाकर ले गया था।
13 तब नबूकदनेस्सर ने राजा के परिवार के एक व्यक्ति से साथ सन्धि की। नबूकदनेस्सर ने उस व्यक्ति को प्रतिज्ञा करने के लिये विवश किया। इस प्रकार इस व्यक्ति ने नबूकदनेस्सर के प्रति राजभक्त रहने की प्रतिज्ञा की। नबूकदनेस्सर ने इस व्यक्ति को यहूदा का नया राजा बनाया। तब उसने सभी शक्तिशाली व्यक्तियों को यहूदा से बाहर निकाला।
राजा नबूकदनेस्सर ने उसको परमेश्वर की शपथ दी थी कि वह उससे विद्रोह नहीं करेगा। तो भी उसने परमेश्वर की शपथ की उपेक्षा की और राजा नबूकदनेस्सर से विद्रोह किया। उसने इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर के प्रति अपने हृदय को कठोर बना लिया था। हठ से उसकी गर्दन ऐंठ गई थी, और वह प्रभु से विमुख हो गया था।
यहोयाकीम के पुत्र कोन्याह के बदले योशियाह का पुत्र सिदकियाह यहूदा प्रदेश पर राज्य करने लगा; क्योंकि बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर ने उसको यहूदा प्रदेश का राजा नियुक्त किया था।
यह पत्र तब लिखा गया था जब राजा यकोन्याह, राजमाता, राजकोष के खजांची-कंचुकी, यहूदा प्रदेश तथा यरूशलेम नगर के उच्चाधिकारी, कारीगर और लोहार बन्दी बनकर यरूशलेम नगर से चले गये थे।
जब बेबीलोन का राजा नबूकदनेस्सर यहूदा प्रदेश के राजा यकोन्याह बेन-यहोयाकीम को, तथा यहूदा प्रदेश के सामन्तों, कारीगरों और लोहारों की बन्दी बना कर यरूशलेम नगर से ले गया, और उनको बेबीलोन नगर में लाया, तब प्रभु ने मुझ को यह दर्शन दिखाया। मैंने यह देखा: प्रभु के मन्दिर के आंगन के सम्मुख दो टोकरियां हैं, जिन में अंजीर के फल हैं।
अम्मोनी जाति के राजा नाहश ने याबेश-गिलआद नगर पर चढ़ाई कर दी। उसने नगर को घेर लिया। याबेश नगर के सब नागरिकों ने नाहश से कहा, ‘हमारे साथ सन्धि कीजिए। हम आपकी गुलामी करेंगे।’
मेरे जीवन की सौगन्ध! मैं, स्वामी-प्रभु यह कहता हूं, जिस देश के राजा ने उसको राजा बनाया था, और जिस देश के राजा के वचन को वह तुच्छ समझता है, और जिसकी सन्धि को उसने तोड़ा है, उसी राजा के देश में वह मरेगा!
‘ओ मानव, तू अम्मोन देश के विरुद्ध नबूवत कर। स्वामी-प्रभु अम्मोन के निवासियों के सम्बन्ध में यह कहता है; क्योंकि उन्होंने प्रभु की निन्दा की थी। ‘महावध के लिए मियान से बाहर निकली तलवार! वह खूब चमचमा रही है! वह बिजली के सदृश चमक रही है।