9 किन्तु जब प्रधान स्वर्गदूत मीखाएल शैतान से वाद-विवाद कर रहे थे और मूसा के शव को ले कर उस से संघर्ष कर रहे थे, तो उन्हें शैतान को निन्दात्मक शब्दों में दोषी ठहराने का साहस नहीं हुआ। उन्होंने इतना ही कहा, “प्रभु तेरी भत्र्सना करे।”
9 प्रमुख स्वर्गदूत मीकाईल जब शैतान के साथ विवाद करते हुए मूसा के शव के बारे में बहस कर रहा था तो वह उसके विरुद्ध अपमानजनक आक्षेपों के प्रयोग का साहस नहीं कर सका। उसने मात्र इतना कहा, “प्रभु तुझे डाँटे-फटकारे।”
9 परन्तु प्रधान स्वर्गदूत मीकाईल ने, जब शैतान से मूसा की लोथ के विषय में वाद-विवाद करता था, तो उस को बुरा भला कहके दोष लगाने का साहस न किया; पर यह कहा, कि प्रभु तुझे डांटे।
9 परन्तु प्रधान स्वर्गदूत मीकाईल ने, जब शैतान से मूसा के शव के विषय में वाद–विवाद किया, तो उसको बुरा–भला कहके दोष लगाने का साहस न किया पर यह कहा, “प्रभु तुझे डाँटे।”
9 परंतु जब प्रधान स्वर्गदूत मीकाईल मूसा के शव के विषय में शैतान से वाद-विवाद कर रहा था, तो उसने भी निंदाजनक शब्दों के साथ उस पर दोष लगाने का साहस न किया बल्कि कहा, “प्रभु तुझे डाँटे।”
9 प्रधान स्वर्गदूत मीख़ाएल तक ने, जब वह मोशेह के शव के विषय में शैतान से वाद-विवाद कर रहा था, उसे लांछित कर अपमानित नहीं किया, परंतु सिर्फ इतना ही कहा, “प्रभु ही तुझे फटकारें.”
दाऊद उनसे भेंट करने के लिए गढ़ के बाहर निकला। उसने योद्धाओं से यह कहा, ‘यदि तुम लोग मैत्रीभाव से मेरी सहायता करने के लिए आए हो, तो मैं मुक्त हृदय से तुम्हारा स्वागत करता हूँ। मेरे हाथ निष्कलंक हैं। मैंने कोई अपराध नहीं किया। फिर भी यदि तुम मेरे साथ विश्वासघात कर मुझे मेरे बैरियों के हाथ में सौंपने के लिए आए हो तो हमारे पूर्वजों का परमेश्वर इस अन्याय को देखे, और तुम्हें दण्ड दे।’
“फारस देश का स्वर्गदूत मुझे इक्कीस दिन तक संघर्ष में उलझाए रहा, और मैं आ न सका। तब मीखाएल, जो एक मुख्य स्वर्गदूत है, मेरी सहायता के लिए आया। मैं उसको फारस देश के स्वर्गदूत के साथ संघर्ष में छोड़कर आया हूं
फिर भी जो बातें “सत्य ग्रंथ’ में लिखी हुई हैं वे मैं तुझे बताता हूं। तेरी कौम के स्वर्गदूत मीखाएल के अतिरिक्त और कोई स्वर्गदूत नहीं है, जो उनके विरुद्ध मेरी सहायता करे।
“उस समय महा स्वर्गदूत मीखाएल, जो तेरी कौम का रक्षक-दूत है, रक्षा के लिए आएगा। वह संकट का समय होगा। राष्ट्र की उत्पत्ति से लेकर अब तक ऐसा संकट कभी नहीं हुआ। परन्तु इसी संकट-काल में तेरी कौम का उद्धार भी किया जाएगा। जिन लोगों के नाम ग्रन्थ में लिखे हुए हैं, वे मुक्त किए जाएंगे।
प्रभु ने शैतान से कहा, ‘शैतान, मैं तुझे डांट रहा हूँ। यरूशलेम को अपना निवास-स्थान चुननेवाला प्रभु, मैं-प्रभु, तुझे डांट रहा हूं। क्या यह आदमी आग से निकाला हुआ लुक्का नहीं है?’
क्योंकि जब आदेश दिया जायेगा और प्रधान स्वर्गदूत की वाणी तथा परमेश्वर की तुरही सुनाई पड़ेगी, तो प्रभु स्वयं स्वर्ग से उतरेंगे। जो मसीह में मर गए हैं, वे पहले जी उठेंगे।
आप बुराई के बदले बुराई न करें और गाली के बदले गाली नहीं, बल्कि आशीर्वाद दें। ऐसा ही करने के लिए आप बुलाये गये हैं, जिससे आप विरासत के रूप में आशीर्वाद प्राप्त कर सकें;