14 जैसे पालतु पशु चराई की तलाश में घाटी में उतर जाता है, वैसे ही प्रभु के आत्मा ने हमारा मार्ग-दर्शन किया था। प्रभु, तूने अपने नाम की महिमा प्रकट करने के लिए हमारा पथ-प्रदर्शन किया था।’
14 जैसे मवेशी घाटियों से उतरते और विश्राम का ठौर पाते हैं वैसे ही यहोवा के प्राण ने हमें विश्राम की जगह दी है। हे यहोवा, इस ढंग से तूने अपने लोगों को राह दिखाई और तूने अपना नाम अद्भुत कर दिया।
14 जैसे घरैलू पशु तराई में उतर जाता है, वैसे ही यहोवा के आत्मा ने उन को विश्राम दिया। इसी प्रकार से तू ने अपनी प्रजा की अगुवाई की ताकि अपना नाम महिमायुक्त बनाए॥
14 जैसे घरेलू पशु तराई में उतर जाता है, वैसे ही यहोवा के आत्मा ने उनको विश्राम दिया। इसी प्रकार से तू ने अपनी प्रजा की अगुवाई की ताकि अपना नाम महिमायुक्त बनाए।
14 याहवेह के आत्मा ने उन्हें इस प्रकार शांति दी, जिस प्रकार पशु घाटी से उतरते हैं. आपने इस प्रकार अपनी प्रजा की अगुवाई की कि आपकी महिमा हो क्योंकि आप हमारे पिता हैं.
14 जैसे घरेलू पशु तराई में उतर जाता है, वैसे ही यहोवा के आत्मा ने उनको विश्राम दिया। इसी प्रकार से तूने अपनी प्रजा की अगुआई की ताकि अपना नाम महिमायुक्त बनाए।
तेरे निज लोग, इस्राएली राष्ट्र के समान पृथ्वी पर और कौन राष्ट्र है? हे परमेश्वर, तू स्वयं उनको मुक्त करने के लिए गया था। तूने स्वयं एक नाम धारण किया था। तूने उनके हितार्थ महान् और आतंकपूर्ण कार्य किए थे। तूने अपने निज लोगों के सम्मुख से, जिन्हें तूने अपने लिए मिस्र देश से मुक्त किया था, अनेक राष्ट्रों और उनके देवताओं को भगाया था।
तत्पश्चात् उपपुरोहित येशुअ, कदमीएल, बानी, हशबन्याह, शेरेब्याह, होदियाह, शबन्याह और पतहयाह ने कहा, ‘खड़े हो, और अपने प्रभु परमेश्वर को अनादि काल से अनंत काल तक धन्य कहो : हे प्रभु, तेरे महिमामय नाम को जो सब प्रकार की प्रशंसा और स्तुति से परे है, हम धन्य कहते हैं।’
तब जिन स्थानों पर भटकटैया के वृक्ष होते हैं, वहां सनोवर उगेंगे, बिच्छू झाड़ियों के स्थान पर मेहँदी उग आएगी। यह आश्चर्यपूर्ण घटना प्रभु का स्मारक चिह्न होगी; यह शाश्वत चिह्न होगा जो कभी नहीं मिटेगा।
जिसने अपनी प्रतापी भुजा से मूसा के दाहिने हाथ को नेतृत्व के लिए सामर्थ्य प्रदान किया था; अपने नाम को अमर करने के लिए जिसने हमारी आंखों के सामने समुद्र को दो भागों में विभक्त कर दिया था,
तूने मिस्र देश में आश्चर्यपूर्ण कार्य किये थे, और अद्भुत चिह्न दिखाये थे, जो आज भी तू इस्राएली राष्ट्र में तथा समस्त मानव-जाति के मध्य कर रहा है। यों तूने अपना नाम ऐसा प्रतिष्ठित किया जो आज तक बना है।
वे प्रभु के आदेश के अनुसार पड़ाव डालते और प्रभु के आदेश के अनुसार ही प्रस्थान करते थे। प्रभु मूसा के द्वारा आज्ञा-आदेश देता था, और इस्राएली प्रभु के उन आदेशों का पालन करते थे।
जो शपथ प्रभु ने उनके पूर्वजों से खाई थी, उसके अनुसार उसने उनके चारों ओर शान्ति स्थापित की। प्रभु ने उनके सब शत्रुओं को उनके अधिकार में कर दिया था, इसलिए उनका एक भी शत्रु उनके सम्मुख खड़ा न हो सका।
अब प्रभु परमेश्वर ने अपने वचन के अनुसार तुम्हारे जाति-भाई-बहिनों को शान्ति प्रदान की है। अत: अपने निवास-स्थान को, अपने पैतृक-अधिकार के भूमि-भाग को लौट जाओ। वह प्रभु के सेवक मूसा ने तुम्हें यर्दन नदी के उस पार दिया है।