5 लोग एक-दूसरे पर अत्याचार करेंगे, प्रत्येक मनुष्य अपने साथी को, अपने पड़ोसी को लूटेगा, युवाजन अपने से बड़ों के प्रति, और क्षुद्र व्यक्ति आदरणीय लोगों के प्रति धृष्टतापूर्ण व्यवहार करेंगे।
5 और प्रजा के लागे आपस में एक दूसरे पर, और हर एक अपने पड़ोसी पर अंधेर करेंगे; और जवान वृद्ध जनों से और नीच जन माननीय लोगों से असभ्यता का व्यवहार करेंगे॥
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘तब मैं अदालत में तुम्हारे सम्मुख उपस्थित होऊंगा। मैं इन सब लोगों के विरुद्ध तुरन्त साक्षी दूंगा: झाड़-फूंक करनेवाले ओझा, व्यभिचारी, झूठी शपथ खानेवाले, मजदूर की मजदूरी दबानेवाले, विधवाओं और अनाथों पर अत्याचार करनेवाले, प्रवासी के अधिकारों को छीननेवाले और मुझसे न डरनेवाले।
मजदूरों ने तुम्हारे खेतों की फसल लुनी और तुमने उन्हें मजदूरी नहीं दी। वह मजदूरी पुकार रही है और लुनने वालों की दुहाई स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु के कानों तक पहुँच गयी है।
तब कुछ लोग उन पर थूकने लगे और उनकी आँखों पर पट्टी बाँध कर उन्हें घूँसे मारने लगे और यह कहा, “यदि तू नबी है तो बोल!” प्रधान महापुरोहित के पहरेदारों ने भी उन्हें लेकर थप्पड़ मारे।
तुम्हारे अगुए घूस लेकर न्याय करते, पुरोहित पैसे लेकर धर्म की बातें सिखाते, और नबी धन के लिए शकुन विचारते हैं; फिर भी वे प्रभु का सहारा लेते, और यह कहते हैं, ‘निस्सन्देह प्रभु हमारे मध्य है! हम विपत्ति में नहीं पड़ेंगे।’
ओ सामरी राज्य की समृद्ध नारियो! ओ सामरी पहाड़ की महिलाओ! यह सन्देश सुनो! तुम गरीबों का दमन करती हो, तुम दरिद्रों को रौंदती हो। तुम अपने पतियों को आदेश देती हो : ‘शराब लाओ, ताकि हम पीएं।’
‘ओ यरूशलेम, तेरे निवासी, हत्या करने के लिए घूस लेते हैं। वे ब्याज पर धन देते हैं, और सूद खाते हैं। वे अपने पड़ोसियों का शोषण करते हैं। ‘ओ यरूशलेम, तूने मुझे भुला दिया है,’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
किन्तु तेरी आंखें किस लिए हैं? तेरे पास हृदय है ... पर किस लिए? अन्याय से लाभ कमाने के लिए, निर्दोष की हत्या करने के लिए, जनता पर अत्याचार और दमन करने के लिए?’
ओ पापी राष्ट्र! ओ अधर्म के बोझ से दबे लोगो! ओ कुकर्मियों की सन्तान! ओ भ्रष्टाचारी पुत्रो! तुमने प्रभु को त्याग दिया, तुमने इस्राएल के पवित्र परमेश्वर को तुच्छ समझा। तुम उससे मुंह मोड़ कर दूर हो गए।
वहां से एलीशा बेत-एल नगर को गए। जब वह पहाड़ी मार्ग पर चढ़ रहे थे तब छोटे-छोटे लड़के नगर से बाहर निकले। वे एलीशा को चिढ़ाने लगे। उन्होंने पुकारा, ‘ओ गंजे, ऊपर चढ़ जा! ओ गंजे, ऊपर चढ़ जा!’
दुष्टता अग्नि के सदृश धधकती है; वह कंटीले झाड़-झंखाड़ को भस्म करती है। वह जंगल की घनी झाड़ियों में भी आग लगाती है, और मनुष्य धूएँ के घने बादल में सिमट कर ऊपर लुप्त हो जाते हैं।
प्रभु यों कहता है : “मैं मिस्र निवासियों को एक-दूसरे के विरुद्ध उकसाऊंगा; वे आपस में लड़ेंगे : भाई, भाई के विरुद्ध पड़ोसी, पड़ोसी के विरुद्ध। एक नगर दूसरे नगर से, एक राज्य दूसरे राज्य से युद्ध करेगा।
पृथ्वी से भक्त उठ गए, मनुष्यों में सत्यनिष्ठ व्यक्ति नहीं रहे। सब लोग हत्या के उद्देश्य से घात लगाते हैं। हर आदमी अपने भाई के लिए जाल बिछाता है।
प्रभु यों कहता है, मैं इस देश के निवासियों पर फिर दया नहीं करूंगा। मैं इनमें से प्रत्येक का पतन उसके ही चरवाहे के हाथ से कराऊंगा, उसके राजा के हाथ से ही कराऊंगा। वे इस देश को नष्ट करेंगे, पर मैं उनमें से किसी को भी उनके हाथ से मुक्त नहीं करूँगा।’