Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनों -




प्रेरितों के काम 4:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

21 इस पर उन्‍होंने पतरस और योहन को फिर धमका कर छोड़ दिया; क्‍योंकि जनता के कारण उन्‍हें दंड देने का कोई दांव नहीं मिला। सब लोग इस घटना के कारण परमेश्‍वर की स्‍तुति कर रहे थे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

21-22 फिर उन्होंने उन्हें और धमकाने के बाद छोड़ दिया। उन्हें दण्ड देने का उन्हें कोई रास्ता नहीं मिल सका क्योंकि जो घटना घटी थी, उसके लिये सभी लोग परमेश्वर की स्तुति कर रहे थे। जिस व्यक्ति पर अच्छा करने का यह आश्चर्यकर्म किया गया था, उसकी आयु चालीस साल से ऊपर थी।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

21 तब उन्होंने उन को और धमका कर छोड़ दिया, क्योंकि लोगों के कारण उन्हें दण्ड देने का कोई दांव नहीं मिला, इसलिये कि जो घटना हुई थी उसके कारण सब लोग परमेश्वर की बड़ाई करते थे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

21 तब उन्होंने उनको और धमकाकर छोड़ दिया, क्योंकि लोगों के कारण उन्हें दण्ड देने का कोई दाँव नहीं मिला, इसलिये कि जो घटना हुई थी उसके कारण सब लोग परमेश्‍वर की बड़ाई करते थे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

21 तब उन्होंने उनको और धमकाकर छोड़ दिया, क्योंकि लोगों के कारण वे समझ नहीं पा रहे थे कि उन्हें कैसे दंड दें, इसलिए कि जो कुछ हुआ था उसके कारण सब लोग परमेश्‍वर की महिमा कर रहे थे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

21 इस पर यहूदी प्रधानों ने उन्हें दोबारा धमकी देकर छोड़ दिया. उन्हें यह सूझ ही नहीं रहा था कि उन्हें किस आधार पर दंड दिया जाए क्योंकि सभी लोग इस घटना के लिए परमेश्वर की स्तुति कर रहे थे.

अध्याय देखें प्रतिलिपि




प्रेरितों के काम 4:21
18 क्रॉस रेफरेंस  

इस पर नायक अपने सिपाहियों के साथ जा कर प्रेरितों को ले आया। वे प्रेरितों को बलपूर्वक नहीं लाये, क्‍योंकि वे जनता से डरते थे कि कहीं वह उन पर पथराव न करे।


महापुरोहित और शास्‍त्री येशु को मार डालने का उपाय ढूँढ़ रहे थे, परन्‍तु वे जनता से डरते थे।


शास्‍त्रियों और महापुरोहितों ने येशु को उसी समय पकड़ना चाहा, क्‍योंकि वे समझ गये थे कि येशु ने यह दृष्‍टान्‍त उनके ही विषय में कहा है; परन्‍तु वे जनता से डरे।


यदि हम कहें, ‘मनुष्‍यों की ओर से’ तो सारी जनता हमें पत्‍थरों से मार डालेगी, क्‍योंकि लोगों को निश्‍चय हो चुका है कि योहन नबी थे।”


वे उन्‍हें गिरफ्‍तार करना चाहते थे, किन्‍तु वे जनता से डरते थे; क्‍योंकि वह येशु को नबी मानती थी।


यह देख कर लोग डर गए और परमेश्‍वर की स्‍तुति करने लगे, जिसने मनुष्‍यों को ऐसा अधिकार प्रदान किया है।


वे उसकी बात मान गये। उन्‍होंने प्रेरितों को बुला भेजा, उन्‍हें कोड़े लगवाये और यह कड़ा आदेश दे कर छोड़ दिया कि वे येशु के नाम से कुछ न कहें।


फिर भी जनता में इसका और अधिक प्रचार न हो, इसलिए हम इन्‍हें कड़ी चेतावनी दें कि अब से तुम इस नाम पर किसी से कुछ नहीं कहोगे।”


येशु के इन शब्‍दों से उनके सब विरोधी लज्‍जित हो गये; लेकिन सारी जनता उनके समस्‍त महिमामय कार्यों को देख कर आनन्‍दित हुई।


वे सब आश्‍चर्य में डूब गये और परमेश्‍वर की स्‍तुति करने लगे। उन पर भय छा गया। उन्‍होंने कहा, “आज हमने अद्भुत कार्य देखा।”


परन्‍तु वे कहते थे, “पर्व के दिनों में नहीं। कहीं ऐसा न हो कि जनता में दंगा हो जाए।”


जनसमूह ने देखा कि गूँगे बोल रहे हैं, लूले भले-चंगे हो रहे हैं, लंगड़े चल रहे हैं और अन्‍धे देखने लगे हैं। वे बड़े अचम्‍भे में पड़ गये और उन्‍होंने इस्राएल के परमेश्‍वर की स्‍तुति की।


येशु ने भूत को निकाल दिया और वह गूँगा बोलने लगा। लोग अचम्‍भे में पड़ कर बोल उठे, “इस्राएल में ऐसा कभी नहीं देखा गया है।”


जिस मनुष्‍य को उस आश्‍चर्य कर्म द्वारा स्‍वास्‍थ्‍य-लाभ हुआ था, उसकी उम्र चालीस वर्ष से अधिक थी।


दूसरे लोगों में किसी को भी उन में सम्‍मिलित होने का साहस नहीं होता था, फिर भी जनता उनकी प्रशंसा करती थी।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों