26 याएल ने तम्बू की खूंटी पर हाथ रखा; उसने दाहिने हाथ से लोहार का हथौड़ा उठाया; और सीसरा पर प्रहार किया। उसने सीसरा का सिर कुचल दिया। उसकी कनपटी को फोड़ दिया। कनपटी को आरपार छेद दिया।
26 याएल बाहर गई, लाई खूँटी तम्बू की। उसके दायें कर में हथौड़ा आया श्रमिक काम लाते जिसे और उसने सीसरा पर चलाया हथौड़ा। उसने किया चूर सिर उसका, उसने उसके सिर को बेधा एक ओर से।
26 उसने अपना हाथ खूंटी की ओर अपना दहिना हाथ बढ़ई के हथौड़े की ओर बढ़ाया; और हथौड़े से सीसरा को मारा, उसके सिर को फोड़ डाला, और उसकी कनपटी को आरपार छेद दिया॥
26 उसने अपना हाथ खूँटी की ओर, अपना दाहिना हाथ बढ़ई के हथौड़े की ओर बढ़ाया; और हथौड़े से सीसरा को मारा, उसके सिर को फोड़ डाला, और उसकी कनपटी को आर–पार छेद दिया।
26 उसने अपना हाथ खूँटी की ओर, अपना दाहिना हाथ बढ़ई के हथौड़े की ओर बढ़ाया; और हथौड़े से सीसरा को मारा, उसके सिर को फोड़ डाला, और उसकी कनपटी को आर-पार छेद दिया।
तत्पश्चात् स्त्री नगर निवासियों के पास गई। उसने बुद्धिमत्तापूर्वक उन्हें समझाया। अत: उन्होंने बिकरी के पुत्र शेबा का सिर काट लिया, और उसको परकोटा से योआब के पास फेंक दिया। योआब ने नरसिंगा फूँका और सैनिकों ने नगर की घेराबन्दी उठा ली। वे अपने-अपने घर को लौट गए। योआब राजा दाऊद के पास यरूशलेम को लौट गया।
किन्तु हेबर की पत्नी याएल ने तम्बू की एक खूंटी ली, और हाथ में हथौड़ा लिया। वह धीमे कदमों से उसके पास गई। सीसरा थकावट के कारण गहरी नींद में सो रहा था। याएल ने उसकी कनपटी में खूंटी ठोंक दी। खूंटी कनपटी से पार होकर भूमि में धंस गई। सीसरा तत्काल मर गया।