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नीतिवचन 18:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

18 चिट्ठी डालकर निर्णय करने में विवाद हल हो जाता है। इससे सबल विरोधियों के मध्‍य निर्णय होता है।

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पवित्र बाइबल

18 यदि दो शक्तिशाली आपस में झगड़ते हों, उत्तम हैं कि उनके झगड़े को पासे फेंक कर निपटाना।

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Hindi Holy Bible

18 चिट्ठी डालने से झगड़े बन्द होते हैं, और बलवन्तों की लड़ाई का अन्त होता है।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

18 चिट्ठी डालने से झगड़े बन्द होते हैं, और बलवन्तों की लड़ाई का अन्त होता है।

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नवीन हिंदी बाइबल

18 पर्ची डालकर निर्णय करने से झगड़े समाप्‍त होते हैं, और इससे शक्‍तिशाली विरोधियों के बीच विवाद शांत हो जाता है।

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सरल हिन्दी बाइबल

18 पासा फेंककर विवाद हल करना संभव है, इससे प्रबल विरोधियों के मध्य सर्वमान्य निर्णय लिया जा सकता है.

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नीतिवचन 18:18
10 क्रॉस रेफरेंस  

इन्‍होंने भी, हारून-वंशीय अपने चचेरे भाई-बन्‍धुओं के समान, राजा दाऊद, पुरोहित सादोक, अहीमेलेक, पुरोहितों और उप-पुरोहितों के पितृकुलों के अगुओं के सम्‍मुख चिट्ठी डालकर नाम निकाले। इस प्रकार ज्‍येष्‍ठ और कनिष्‍ठ पुत्रों ने पितृकुलों के नाम चुनने के लिए साथ ही साथ चििट्ठयां डालीं।


मरारी के वंशजों को उनके गोत्रों के अनुसार बारह नगर दिये गए। ये नगर रूबेन, गाद और जबूलून कुलों के नगरों में से लिये गए थे।


अब तक केवल इस्राएली समाज के मुखिया यरूशलेम नगर में रहते थे। अत: शेष इस्राएलियों ने चिट्ठी डालकर यह निश्‍चय किया कि उनके समाज का प्रत्‍येक दसवां व्यक्‍ति पवित्र नगर यरूशलेम में बसेगा, और शेष नौ व्यक्‍ति यहूदा प्रदेश के किसी भी नगर में रह सकते हैं।


निर्णय करने के लिए चिट्ठी डाली जाती है; पर निर्णय करना प्रभु के हाथ में है।


जो व्यक्‍ति मुकदमे में पहले बोलता है, वह सच्‍चा प्रतीत होता है, पर उसके बाद बोलनेवाला उसकी सच्‍चाई की जांच करता है।


नाराज भाई को मनाना सुदृढ़ नगर पर जय प्राप्‍त करने के सदृश कठिन है। भाइयों का लड़ाई-झगड़ा महल की अर्गआओं के समान है।


जैसी आज्ञा प्रभु ने मूसा को दी थी, उसके अनुसार साढ़े नौ कुलों के क्षेत्र को चिट्ठी डालकर पैतृक-अधिकार के लिए निर्धारित किया गया।


शाऊल ने प्रार्थना की, ‘इस्राएल के प्रभु परमेश्‍वर, क्‍यों तूने आज अपने सेवक को उत्तर नहीं दिया? हे इस्राएल के प्रभु परमेश्‍वर, यदि मैं अथवा मेरा पुत्र दोषी है तो “ऊरीम” चिट्ठी निकाल। यदि तेरे लोग इस्राएली दोषी हैं, तो “तुम्‍मीम” चिट्ठी निकाल।’ तब चिट्ठी योनातन और शाऊल के नाम पर निकली। इस्राएली लोग बच गए।


शाऊल ने आदेश दिया, ‘मेरे और मेरे पुत्र योनातन के नाम पर चिट्ठी डालो।’ तब योनातन के नाम पर चिट्ठी निकली।


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