Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनों -




निर्गमन 32:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

14 अत: अपने लोगों की जो हानि प्रभु करने वाला था, उसका विचार उसने छोड़ दिया।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

14 इसलिए यहोवा ने लोगों के लिए अफ़सोस किया। यहोवा ने वह नहीं किया जो उसने कहा कि वह करेगा अर्थात् लोगों को नष्ट नहीं किया।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

14 तब यहोवा अपनी प्रजा की हानि करने से जो उस ने कहा था पछताया॥

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

14 तब यहोवा अपनी प्रजा की हानि करने से जो उसने कहा था पछताया।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

14 तब यहोवा ने अपने लोगों पर विपत्ति भेजने की जो बात कही थी, उस विचार को बदल दिया।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

14 यह सुनकर याहवेह ने पछताया और अपने लोगों पर वह विपत्ति न लाई, जिसकी उन्होने धमकी दी थी.

अध्याय देखें प्रतिलिपि




निर्गमन 32:14
20 क्रॉस रेफरेंस  

जब परमेश्‍वर ने यह देखा कि नीनवे के निवासियों ने पश्‍चात्ताप किया है, और उन्‍होंने अपना दुराचरण छोड़ दिया है, तब उसने उन पर विपत्ति ढाहने का विचार त्‍याग दिया। परमेश्‍वर ने कहा था कि वह उन पर विपत्ति ढाहेगा। पर उसने ऐसा नहीं किया।


अत: अब अपना आचरण सुधारो, अपने बुरे कामों को छोड़ो, और अपने प्रभु परमेश्‍वर की वाणी को सुनो। तब कदाचित् प्रभु अपने निश्‍चय के लिए पछताए; क्‍योंकि उसने तुम्‍हारा अनिष्‍ट करने का निश्‍चय किया है, जिसकी घोषणा उसने की है।


प्रभु ने उनके लिए अपना विधान स्‍मरण किया; वह अपनी अपार करुणा के कारण दयावान हुआ।


किन्‍तु यदि वह राष्‍ट्र जिस के विनाश के सम्‍बन्‍ध में मैंने घोषणा की थी, अपने बुरे मार्ग को छोड़कर मेरी ओर लौटता है, तो मैं पछताता हूं कि मैंने उस राष्‍ट्र का अनिष्‍ट करने का निश्‍चय किया था।


परमेश्‍वर ने यरूशलेम नगर को नष्‍ट करने के लिए वहाँ दूत भेजा। जब दूत यरूशलेम को नष्‍ट करने वाला था तब प्रभु ने यह देखा। वह उनकी विपत्ति देखकर पछताया। उसने लोगों का संहार करने वाले दूत से कहा, ‘बस! यह पर्याप्‍त है। अपना हाथ रोक ले।’ उस समय प्रभु का दूत यबूसी जाति के ओर्नान नामक व्यक्‍ति के खलियान के पास खड़ा था।


स्‍वर्गदूत ने यरूशलेम नगर के वासियों को नष्‍ट करने के लिए उसकी ओर हाथ उठाया। परन्‍तु उस क्षण ही प्रभु यह विपत्ति देखकर दु:खी हुआ। उसने लोगों का संहार करने वाले दूत से कहा, ‘बस! यह पर्याप्‍त है। अपना हाथ रोक ले।’ उस समय प्रभु का दूत यबूसी जाति के अरौनाह नामक व्यक्‍ति के खलियान के पास पहुँचा था।


उसने प्रभु से प्रार्थना की। उसने कहा, ‘प्रभु, मेरी तुझसे यह प्रार्थना है: जब मैं अपने देश में था, तब मैंने तुझ से यही तो कहा था; अब तो वही बात हुई। इसी कारण मैं तुरन्‍त तर्शीश नगर को भागा था। मैं जानता था कि तू कृपालु और दयालु परमेश्‍वर है। तू विलम्‍ब से क्रोध करने वाला और करुणा का सागर है। तू विपत्ति ढाहने के अपने निर्णय को बदलता भी है।


अपने वस्‍त्र नहीं, वरन् अपना हृदय विदीर्ण करो।’ ओ यहूदा देश, अपने प्रभु परमेश्‍वर की ओर लौट। वह कृपालु और दयालु है। वह विलम्‍ब क्रोधी और महा करुणा सागर है। वह दु:ख देकर पछताता है।


‘हम आप-सब से पूछते हैं : क्‍या राजा हिजाकियाह ने नबी मीकायाह की इस कठोर नबूवत के कारण उन को मृत्‍यु-दण्‍ड दिया? कदापि नहीं; बल्‍कि वह प्रभु से डरा, और उसने प्रभु की कृपा के लिए विनती की। अत: प्रभु अपने निश्‍चय के लिए पछताया, और उसने यहूदा प्रदेश का अनिष्‍ट करने का जो निश्‍चय किया था, और जिसकी उसने घोषणा की थी, वह नहीं किया। किन्‍तु हम तो इस मनुष्‍य के साथ यह व्‍यवहार कर अपने ऊपर महा विपत्ति ला रहे हैं।’


मैंने कहा था, मैं इन्‍हें दूर देशों में तितर-बितर कर दूंगा। मैं मनुष्‍यों के मध्‍य से इनका स्‍मृति-चिह्‍न मिटा डालूंगा।


अब, इसलिए मैं तुझसे विनती करता हूँ : यदि मैंने तेरी कृपा-दृष्‍टि प्राप्‍त की है तो मुझे अपना मार्ग सिखा जिससे मैं तुझे जान सकूँ और तेरी कृपा-दृष्‍टि प्राप्‍त करूँ। देख, यह राष्‍ट्र तेरे ही लोग हैं।’


‘मुझे दु:ख है कि मैंने शाऊल को राजा बनाया; क्‍योंकि उसने मेरा अनुसरण करने से मुँह मोड़ लिया है। उसने मेरे वचनों के अनुसार कार्य नहीं किया है।’ शमूएल क्रुद्ध हुआ। वह रात भर प्रभु की दुहाई देता रहा।


इस बात से प्रभु को दु:ख हुआ कि उसने पृथ्‍वी पर मनुष्‍य को बनाया। उसके हृदय को बड़ी ठेस पहुंची।


प्रभु ने कहा, ‘तेरे निवेदन के अनुसार, मैं उन्‍हें क्षमा करता हूं।


‘मैं पहले के समान पहाड़ पर चालीस दिन और चालीस रात रहा। उस समय भी प्रभु ने मेरी बात सुनी, और तुम्‍हें नष्‍ट करने की इच्‍छा त्‍याग दी।


जब प्रभु देखेगा कि उसके लोगों का भुजबल जाता रहा, स्‍वाधीन और पराधीन, दोनों प्रकार के लोग नहीं रहे, तब वह अपने निज लोगों को निर्दोष सिद्ध करेगा, वह अपने सेवकों पर दया करेगा।


जब प्रभु इस्राएलियों के लिए शासक नियुक्‍त करता था तब प्रभु उस शासक के साथ रहता था। प्रभु शासक के जीवनभर इस्राएलियों को उनके शत्रुओं के हाथ से मुक्‍त रखता था। जब वे अत्‍याचारी के अत्‍याचार तथा शत्रुओं के दबाव के कारण कराहते थे, तब प्रभु दया से द्रवित हो जाता था।


अत: प्रभु ने कहा कि वह उन्‍हें मार डालता, यदि प्रभु का मनोनीत मूसा उसके सम्‍मुख खड़ा न होता, और उसका कोप लौटा न देता; निस्‍सन्‍देह, प्रभु उन्‍हें नष्‍ट कर देता।


विनाश के सम्‍बन्‍ध में प्रभु को पश्‍चात्ताप हुआ। स्‍वामी-प्रभु ने कहा, ‘अब ऐसा न होगा।’


विनाश के सम्‍बन्‍ध में प्रभु को पश्‍चात्ताप हुआ। स्‍वामी-प्रभु ने कहा, ‘अब यह भी न होगा।’


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों