8 उपपुरोहित : येशुअ, बिन्नूई, कदमीएल, शेरेब्याह, यहूदा और मत्तन्याह। मत्तन्याह अपने भाई-बन्धुओं के साथ आराधना के समय भजन-कीर्तन का दायित्व सम्भालता था,
8 लेवीवंशी लोग ये थे: येशू बिन्नुई, कदमिएल, शेरेब्याह, यहूदा और मत्तन्याह भी। मत्तन्याह के सम्बन्धियों समेत ये लोग परमेश्वर के स्तुति गीतों के अधिकारी थे।
मत्तन्याह बेन-मीका। इसकी वंशावली इस प्रकार है। मत्तन्याह का पिता मीका और उसका दादा जब्दी था। जब्दी आसाफ का पुत्र था। मत्तन्याह भजन-कीर्तन करने वालों का अगुआ था। वह आराधना के समय भजन-कीर्तन आरम्भ करता था। उसके भाई-बन्धुओं में बकबुक्याह उसका सहायक था। अब्दा बेन-शम्मूअ। इसकी वंशावली इस प्रकार है: अब्दा के पिता का नाम शम्मूअ, दादा का नाम गालाल और परदादा का नाम यदूतून था।
लेवी वंशजों के मुखिया ये थे : हशब्याह, शेरेब्याह, और येशुअ बेन-कदमीएल। उनके साथ उनके भाई थे जो आराधना में स्तुति और भजन-कीर्तन गाते समय परमेश्वर के जन दाऊद के आदेश के अनुसार निर्धारित दलों में बंटकर उनके सम्मुख खड़े रहते थे।
यरूशलेम में रहनेवाले उपपुरोहितों का अध्यक्ष उज्जी था। वह बानी का पुत्र, और हशब्याह का पौत्र था। हशब्याह का पिता मत्तन्याह और दादा मीका था। उज्जी बेन-बानी आसाफ के वंशजों में से एक था, जो परमेश्वर के भवन में गायकों का सेवा-कार्य करते थे।
उपपुरोहित येशुअ, बानी, कदमीएल, शबन्याह, बुन्नी, शेरेब्याह, बानी और केनानी ‘लेवियों की सीढ़ी’ पर खड़े हुए, और उन्होंने उच्च स्वर में प्रभु परमेश्वर की दुहाई दी।
अपने-अपने पितृकुल के वंश-क्रमानुसार मन्दिर के गायक ये थे। ये मन्दिर के कमरों में रहते थे। ये मन्दिर की अन्य सेवाओं से मुक्त थे। ये मन्दिर की गान-सेवा में रात-दिन संलग्न रहते थे।
उस समय येशुअ बेन-योसादाक अपने सहयोगी पुरोहितों के साथ तथा जरूब्बाबेल बेन-शालतिएल अपने भाई-बन्धुओं के साथ तैयार हुए। उन्होंने परमेश्वर के भक्त-जन मूसा की व्यवस्था के अनुसार वेदी पर अग्नि-बलि चढ़ाने के लिए इस्राएल के परमेश्वर की वेदी बनाई।