दानिय्येल 9:25 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)25 दानिएल, इसलिए तू यह बात जान और इसको समझ कि जिस क्षण यरूशलेम नगर के पुनर्निर्माण और उसको पुन: बसाने की आज्ञा प्रसारित की जाएगी, उस समय से लेकर ‘अभिषिक्त’, जो “नेता’ भी है, के आगमन के समय तक वर्षों के सात सप्ताह होंगे। तब वर्षों के बासठ सप्ताहों तक संकट काल आएगा। इस संकट-काल में नगर पुन: निर्मित होगा। उसके चौक पुन: बनेंगे और खाई फिर खोदी जाएगी। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल25 “दानिय्येल, तू इन बातों को समझ ले। इन बातों को जान ले! वापस आने और यरूशलेम के पुननिर्माण की आज्ञा को समय से लेकर अभिषिक्त के आने के समय तक सात सप्ताह बीतेंगे। इसके बाद यरूशलेम फिर से बसाया जायेगा। यरूशलेम में लोगों के परस्पर मिलने के स्थान फिर से ब जायेंगे। नगर की रक्षा करने के लिये नगर के चारों ओर खाई भी होगी। बासठ सप्ताह तक यरूशलेम को बसाया जायेगा। किन्तु उस समय बहुत सी विपत्तियाँ आयेंगी। अध्याय देखेंHindi Holy Bible25 सो यह जान और समझ ले, कि यरूशलेम के फिर बसाने की आज्ञा के निकलने से ले कर अभिषिक्त प्रधान के समय तक सात सप्ताह बीतेंगे। फिर बासठ सप्ताहों के बीतने पर चौक और खाई समेत वह नगर कष्ट के समय में फिर बसाया जाएगा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)25 इसलिये यह जान और समझ ले, कि यरूशलेम को फिर बसाने की आज्ञा के निकलने से लेकर अभिषिक्त प्रधान के समय तक सात सप्ताह बीतेंगे। फिर बासठ सप्ताहों के बीतने पर चौक और खाई समेत वह नगर कष्ट के समय में फिर बसाया जाएगा। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल25 “इस बात को जानो और समझ लो: येरूशलेम के फिर से स्थापित और पुनर्निर्माण के लिये वचन के निकलने से लेकर अभिषिक्त जन, शासक के आने तक सात ‘सात’ और बासठ ‘सात’ का समय ठहराया गया है. इसका पुनर्निर्माण गलियों और एक खाई के साथ होगा, किंतु यह कठिन समय में होगा. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201925 इसलिए यह जान और समझ ले, कि यरूशलेम के फिर बसाने की आज्ञा के निकलने से लेकर अभिषिक्त प्रधान के समय तक सात सप्ताह बीतेंगे। फिर बासठ सप्ताहों के बीतने पर चौक और खाई समेत वह नगर कष्ट के समय में फिर बसाया जाएगा। अध्याय देखें |
उसने अपने जाति-भाई-बन्धुओं तथा सामरी सेना के सम्मुख यह कहा, ‘ये शक्तिहीन यहूदी क्या कर रहे हैं? क्या ये अपने बल पर पुनर्निर्माण करने में सफल होंगे? क्या ये फिर चढ़ावा चढ़ाएंगे? क्या ये एक दिन में काम समाप्त कर लेंगे? क्या ये मलवों में दबे हुए बेकाम पत्थरों को निकाल कर उन्हें शहरपनाह की दीवार में फिर लगाएंगे?’