14 नबूकदनेस्सर ने उनसे पूछा, ‘शद्रक, मेशक और अबेदनगो, क्या यह सच है कि तुम न तो मेरे देवताओं की सेवा-आराधना करते हो, और न मेरे द्वारा स्थापित स्वर्ण-मूर्ति के प्रति सम्मान प्रकट करते हो?
14 राजा नबूकदनेस्सर ने उन लोगों से कहा, “अरे शद्रक, मेशक और अबेदनगो। क्या यह सच है कि तुम मेरे देवताओं की पूजा नहीं करते और क्या यह भी सच है कि तुम मेरे द्वारा स्थापित करायी गयी सोने की प्रतिमा के आगे न तो झुकते हो, और न ही उसकी पूजा करते हो
14 नबूकदनेस्सर ने उन से पूछा, हे शद्रक, मेशक और अबेदनगो, तुम लोग जो मेरे देवता की उपासना नहीं करते, और मेरी खड़ी कराई हुई सोने की मूरत को दण्डवत नहीं करते, सो क्या तुम जान बूझकर ऐसा करते हो?
14 नबूकदनेस्सर ने उन से पूछा, “हे शद्रक, मेशक और अबेदनगो, तुम लोग जो मेरे देवता की उपासना नहीं करते, और मेरी खड़ी कराई हुई सोने की मूरत को दण्डवत् नहीं करते, तो क्या तुम जान बूझकर ऐसा करते हो?
14 और नबूकदनेज्ज़र ने उनसे पूछा, “शद्रख, मेशेख और अबेद-नगो, क्या यह सच है कि तुम मेरे देवताओं की सेवा नहीं करते या मेरे द्वारा स्थापित सोने की मूर्ति की आराधना नहीं करते हो?
14 नबूकदनेस्सर ने उनसे पूछा, “हे शद्रक, मेशक और अबेदनगो, तुम लोग जो मेरे देवता की उपासना नहीं करते, और मेरी खड़ी कराई हुई सोने की मूरत को दण्डवत् नहीं करते, तो क्या तुम जान बूझकर ऐसा करते हो?
‘सब देशों में यह घोषणा करो, राष्ट्रों में यह सन्देश सुनाओ, ध्वजा फहराओ, और घोषणा करो और समाचार को मत छिपाओ, किन्तु यह कहो : “बेबीलोन पराजित हो गया, उसका राष्ट्रीय देवता बेल इस पराजय से अपमानित हुआ, मरोदक देवता व्याकुल हो गया। उसकी मूर्तियों का मुंह काला हो गया; उसकी प्रतिमाओं का गौरव धूल में मिल गया।”
राजा नबूकदनेस्सर ने सोने की एक विशाल मूर्ति बनवाई। वह प्राय: पचीस मीटर ऊंची और अढ़ाई मीटर चौड़ी थी। उसने मूर्ति को बेबीलोन देश के दूरा नामक मैदान में स्थापित किया।
बेल देवता झुक गया, नबो देव नत हो गया। उनकी मूर्तियां जानवरों और ढोरों पर लाद दी गईं। जिन वस्तुओं को तुम ढोते थे, वे थके हुए पशुओं पर लदी हैं; अब वे बोझ बन गईं।
तत्पश्चात् दानिएल आए, जिनका नाम मेरे ईश-देवता के नाम पर बेलतशस्सर रखा गया है, और जिनमें पवित्र परमेश्वर का आत्मा निवास करता है। मैंने दानिएल को अपना स्वप्न बताया और उनसे यह कहा,