2 सर्वशक्तिमान यहावा कहता है, “मैं सच ही, सिय्योन से प्रेम करता हूँ। मैं उससे इतना प्रेम करता हूँ कि जब वह मेरी विशवासपात्र न रही, तब मैं उस पर क्रोधित हो गया।”
जब दाऊद पलिश्ती सेना के साथ शाऊल से युद्ध करने आया था, तब मनश्शे गोत्र के कुछ योद्धा आकर उससे मिल गए थे। (दाऊद युद्ध में पलिश्तियों की सहायता नहीं कर सका था; क्योंकि पलिश्ती सामन्तों ने परस्पर सम्मति की, और उसे युद्ध से भेज दिया था। उन्होंने कहा, ‘यह हमारे सिर कटवाकर अपने स्वामी शाऊल से मिल जाएगा।’)
प्रभु, स्वर्ग से, अपने पवित्र और वैभवपूर्ण निवास-स्थान से हम पर दृष्टि कर। कहां है तेरा हमारे प्रति उत्साह? कहाँ है तेरी शक्ति? अपने हृदय की ललक, अपनी दया, हम पर से मत हटा।
प्रभु ईष्र्यालु परमेश्वर है; वह प्रतिशोधी है। प्रभु प्रतिशोधी है; वह क्रोध से परिपूर्ण है। प्रभु अपने बैरियों से प्रतिशोध लेता है; वह अपने शत्रुओं से क्रोधपूर्ण व्यवहार करता है।
प्रभु के क्रोध के सम्मुख कौन खड़ा रह सकता है? उसकी क्रोधाग्नि को कौन सह सकता है? उसका कोप अग्नि की तरह बरसता है, और प्रभु के सामने चट्टानें फूट जाती हैं।