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उत्पत्ति 6:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

9 यह नूह के परिवार का वृत्तान्‍त है। नूह भक्‍त पुरुष था। वह अपने समय के लोगों में सर्वाधिक निर्दोष था। वह परमेश्‍वर का सहचर था।

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पवित्र बाइबल

9 यह कहानी नूह के परिवार की है। अपने पूरे जीवन में नूह ने सदैव परमेश्वर का अनुसरण किया।

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Hindi Holy Bible

9 नूह की वंशावली यह है। नूह धर्मी पुरूष और अपने समय के लोगों में खरा था, और नूह परमेश्वर ही के साथ साथ चलता रहा।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

9 नूह की वंशावली यह है। नूह धर्मी पुरुष और अपने समय के लोगों में खरा था; और नूह परमेश्‍वर ही के साथ साथ चलता रहा।

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नवीन हिंदी बाइबल

9 नूह की वंशावली यह है। नूह धर्मी पुरुष और अपने समय के लोगों में खरा था; वह परमेश्‍वर के साथ-साथ चलता था।

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सरल हिन्दी बाइबल

9 नोहा और उनके परिवार का अभिलेख इस प्रकार है: नोहा एक धर्मी और निर्दोष व्यक्ति थे. वे परमेश्वर के साथ साथ चलते थे.

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उत्पत्ति 6:9
34 क्रॉस रेफरेंस  

नूह के पुत्रों - शेम, हाम और याफत - की वंशावली यह है। जल-प्रलय के पश्‍चात् उनको पुत्र उत्‍पन्न हुए थे।


जब अब्राम निन्‍यानबे वर्ष के थे तब प्रभु ने उन्‍हें दर्शन देकर कहा, ‘मैं सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर हूं। मेरी उपस्‍थिति में रहकर निर्दोष आचरण करने का प्रयत्‍न कर।


आकाश और पृथ्‍वी की रचना का यही विवरण है। प्रभु परमेश्‍वर ने पृथ्‍वी और आकाश को बनाया।


तदुपरान्‍त उन्‍होंने उनको आशीर्वाद दिया: ‘परमेश्‍वर, जिसकी उपस्‍थिति में रहकर मेरे पूर्वज अब्राहम और इसहाक आचरण करते थे, परमेश्‍वर, जिसने दीर्घायु में आज तक मेरा नेतृत्‍व किया,


आदम की वंशावली का विवरण इस प्रकार है: जब परमेश्‍वर ने मनुष्‍य को रचा, तब उसने उसे अपने सदृश बनाया।


मथूशेलह के जन्‍म के पश्‍चात् हनोक तीन सौ वर्ष तक परमेश्‍वर का सहचर बना रहा। उसको अन्‍य पुत्र-पुत्रियां भी उत्‍पन्न हुईं।


हनोक परमेश्‍वर का सहचर था। तत्‍पश्‍चात् वह यहाँ नहीं रहा; क्‍योंकि परमेश्‍वर ने उसे उठा लिया।


उससे तीन पुत्र उत्‍पन्न हुए : शेम, हाम और याफत।


प्रभु ने नूह से कहा ‘तू अपने परिवार सहित जलयान में जा। मैंने इस समय के लोगों में केवल तुझे ही अपनी दृष्‍टि में धार्मिक पाया है।


मैं उसके सम्‍मुख निर्दोष रहा, मैंने अपने को अपराधों से बचाए रखा।


सुलेमान ने उत्तर दिया, ‘तू अपने सेवक, मेरे पिता दाऊद पर बड़ी करुणा करता रहा; क्‍योंकि वह तेरे सम्‍मुख सच्‍चाई, धार्मिकता और सरल हृदय से चलते थे। तूने उन पर सबसे बड़ी करुणा यह की, कि उनको एक पुत्र प्रदान किया जो आज उनके सिंहासन पर बैठा है।


यद्यपि उसने पहाड़ी शिखर की वेदियां अपने राज्‍य से नहीं हटाईं, तो भी जीवन-भर उसका हृदय प्रभु के प्रति सच्‍चा रहा।


राजा अमस्‍याह ने वही किया, जो प्रभु की दृष्‍टि में उचित था। किन्‍तु उसका हृदय पूर्णत: निर्दोष नहीं था।


ऊत्‍स देश में एक मनुष्‍य रहता था। उसका नाम अय्‍यूब था। वह प्रत्‍येक दृष्‍टि से सिद्ध और निष्‍कपट था। वह परमेश्‍वर से डरता और बुराई से दूर रहता था।


प्रभु ने शैतान से फिर पूछा, ‘क्‍या तूने मेरे सेवक अय्‍यूब पर ध्‍यान दिया? क्‍या उसके समान सिद्ध और निष्‍कपट, मुझ-परमेश्‍वर से डरनेवाला और बुराई से दूर रहनेवाला कोई मनुष्‍य पृथ्‍वी पर है?’


मैं अपने दोस्‍तों के लिए उपहास का पात्र बन गया हूं : मैं परमेश्‍वर की वन्‍दना करता था, और वह मेरी प्रार्थना सुनता भी था। मैं धार्मिक और हर दृष्‍टि से सिद्ध हूं, पर तुम्‍हारी नजरों में हंसी का पात्र बन गया हूं।


निर्दोष व्यक्‍ति को ध्‍यान में रखो, और सत्‍यनिष्‍ठ मनुष्‍य पर दृष्‍टि करो! शांतिप्रिय व्यक्‍ति का भविष्‍य उज्‍जवल होता है।


धार्मिक मनुष्‍यों का उद्धार प्रभु से है; वह संकटकाल में उनका सुदृढ़ गढ़ है।


धार्मिक व्यक्‍ति का पथ मानो ऊषाकाल का प्रकाश है, जो सबेरे से दोपहर तक अधिकाधिक बढ़ता जाता है।


निश्‍चय ही संसार में कोई ऐसा धार्मिक व्यक्‍ति नहीं है जो सदा भलाई ही करता है, और कभी पाप नहीं करता।


यदि ऐसे अधर्मी देश में नूह, दानिएल और अय्‍यूब जैसे धार्मिक व्यक्‍ति होते हैं, तो वे अपने धर्म के कारण अपने ही प्राण बचाते हैं, दूसरों के नहीं।’ स्‍वामी-प्रभु की यही वाणी है।


और वहां नूह, दानिएल और अय्‍यूब हों तो मेरे जीवन की सौगन्‍ध! वे अपने धार्मिक आचरण के कारण अपने पुत्र या पुत्री के प्राण नहीं, केवल अपने ही प्राण बचा पाएंगे।’ स्‍वामी-प्रभु की यही वाणी है।


देख, जो कुटिल है, उसका पतन अवश्‍य होगा; परन्‍तु धार्मिक जन अपने विश्‍वास से जीवित रहेगा।


वे दोनों परमेश्‍वर की दृष्‍टि में धार्मिक थे। वे प्रभु की सब आज्ञाओं और नियमों का निर्दोष अनुसरण करते थे।


उस समय यरूशलेम में शिमोन नामक एक धर्मी तथा भक्‍त मनुष्‍य रहता था। वह इस्राएल की सान्‍त्‍वना की प्रतीक्षा में था। पवित्र आत्‍मा उस पर था


धर्म-महासभा का यूसुफ नामक सदस्‍य निष्‍कपट और धार्मिक था।


उन्‍होंने यह उत्तर दिया, “शतपति करनेलियुस धार्मिक तथा ईश्‍वर-भक्‍त हैं। समस्‍त यहूदी जनता उनका सम्‍मान करती है। उन्‍हें एक पवित्र स्‍वर्गदूत से यह आज्ञा मिली है कि वह आप को अपने घर बुला भेजें और आपका उपदेश सुनें।”


शुभ समाचार में परमेश्‍वर की धार्मिकता, जो आदि से अन्‍त तक विश्‍वास पर आधारित है, प्रकट हो रही है, जैसा कि धर्मग्रन्‍थ में लिखा है : “धार्मिक मनुष्‍य विश्‍वास के द्वारा जीवन प्राप्‍त करेगा”


यह तो स्‍पष्‍ट है कि कोई भी व्यक्‍ति व्‍यवस्‍था के कारण परमेश्‍वर की दृष्‍टि में धार्मिक नहीं ठहरता; क्‍योंकि धर्मग्रन्‍थ में लिखा है: “धार्मिक मनुष्‍य विश्‍वास के द्वारा जीवन प्राप्‍त करेगा।”


तू अपने प्रभु परमेश्‍वर के सम्‍मुख निर्दोष बने रहना।


नूह अपने विश्‍वास के कारण अदृश्‍य घटनाओं से परमेश्‍वर के द्वारा सचेत किया गया। उसने इस चेतावनी का सम्‍मान किया और अपना परिवार बचाने के लिए जलयान का निर्माण किया। उसने अपने विश्‍वास द्वारा संसार को दोषी ठहराया और वह उस धार्मिकता का अधिकारी बना, जो विश्‍वास पर आधारित है।


और जीवन्‍त पत्‍थरों के समान आत्‍मिक भवन में निर्मित हो जाएं। इस प्रकार आप पवित्र पुरोहित-वर्ग बन कर ऐसी आत्‍मिक बलि चढ़ा सकेंगे, जो येशु मसीह द्वारा परमेश्‍वर को स्‍वीकार हो।


उसने पुरातन संसार को भी नहीं बचाया, बल्‍कि विधर्मियों के संसार को जल-प्रलय द्वारा नष्‍ट कर दिया, हालाँकि उसने सात अन्‍य व्यक्‍तियों के साथ धार्मिकता के प्रचारक नूह को सुरक्षित रखा।


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