उत्पत्ति 20:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)7 अब तू उस पुरुष की पत्नी लौटा दे। वह एक नबी है। वह तेरे लिए प्रार्थना करेगा, और तू जीवित रहेगा। यदि तू उस स्त्री को नहीं लौटाएगा, तो जान ले, कि तू और तेरे नगर के सब लोग मर जाएंगे।’ अध्याय देखेंपवित्र बाइबल7 इसलिए इब्राहीम को उसकी पत्नी लौटा दो। इब्राहीम एक नबी है। वह तुम्हारे लिए प्रार्थना करेगा और तुम जीवित रहोगे किन्तु यदि तुम सारा को नहीं लौटाओगे तो मैं शाप देता हूँ कि तुम मर जाओगे। तुम्हारा सारा परिवार तुम्हारे साथ मर जाएगा।” अध्याय देखेंHindi Holy Bible7 सो अब उस पुरूष की पत्नी को उसे फेर दे; क्योंकि वह नबी है, और तेरे लिये प्रार्थना करेगा, और तू जीता रहेगा: पर यदि तू उसको न फेर दे तो जान रख, कि तू, और तेरे जितने लोग हैं, सब निश्चय मर जाएंगे। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)7 इसलिये अब उस पुरुष की पत्नी को उसे लौटा दे; क्योंकि वह नबी है, और तेरे लिये प्रार्थना करेगा, और तू जीता रहेगा; पर यदि तू उसको न लौटाए तो जान रख कि तू और तेरे जितने लोग हैं, सब निश्चय मर जाएँगे।” अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल7 अतः अब तू उस पुरुष की पत्नी को उसे लौटा दे, क्योंकि वह नबी है। वह तेरे लिए प्रार्थना करेगा और तू जीवित रहेगा। परंतु यदि तू उसे न लौटाए तो जान ले कि तू और जितने भी तेरे लोग हैं वे सब निश्चय ही मर जाएँगे।” अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल7 अब तुम उनकी पत्नी को उन्हें लौटा दो, क्योंकि वे एक भविष्यद्वक्ता हैं. वे तुम्हारे लिए प्रार्थना करेंगे और तुम जीवित रहोगे. पर यदि तुम उनकी पत्नी को न लौटाओगे, तो तुम यह निश्चित जान लो कि तुम और तुम्हारे सारे लोग मर जायेंगे.” अध्याय देखें |
विशाल जन-समूह में एफ्रइम, मनश्शे, इस्साकार और जबूलून के क्षेत्रों के बहुत लोग थे, जिन्होंने अपने को शुद्ध नहीं किया था। धर्म-व्यवस्था के निषेध करने पर भी उन्होंने अशुद्ध दशा में पास्का के मेमने का मांस खाया। राजा हिजकियाह ने उनकी क्षमा के लिए प्रभु से इन शब्दों में प्रार्थना की: ‘प्रभु भला है, वह उस व्यक्ति के अपराध क्षमा करे
अब तुम्हारे अपराध का यह प्रायश्चित्त है कि तुम सात बछड़े और सात मेढ़े लेकर मेरे सेवक अय्यूब के पास जाओ, और अपनी ओर से मुझको अग्नि-बलि चढ़ाओ। मेरा सेवक अय्यूब तुम्हारे लिए मुझसे प्रार्थना करेगा, और मैं उसकी प्रार्थना स्वीकार करूँगा। तब मैं तुम्हारी मूर्खतापूर्ण बातों के लिए तुम्हें दण्ड न दूँगा। तुमने मेरे विषय में सच नहीं कहा, किन्तु मेरे सेवक अय्यूब ने सच कहा है।’
यदि मैं दुर्जन से यह कहूंगा, “तू अपने दुष्कर्म के कारण निश्चय मरेगा” और तू उसको चेतावनी नहीं देगा, और न उसको अपना कुमार्ग छोड़ने के लिए सावधान करेगा कि वह चेतावनी सुनकर अपना प्राण बचा ले, तो, ओ मानव, सुन, वह दुर्जन अपने दुष्कर्मों के कारण तो मरेगा ही, परन्तु मैं उसकी मृत्यु का दोष तेरे माथे ही मढूंगा।