Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




उत्पत्ति 1:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

6 परमेश्‍वर ने कहा, ‘जल के मध्‍य मेहराब हो, और वह जल को जल से अलग करे।’

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

6 तब परमेश्वर ने कहा, “जल को दो भागों में अलग करने के लिए वायुमण्डल हो जाए।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

6 फिर परमेश्वर ने कहा, जल के बीच एक ऐसा अन्तर हो कि जल दो भाग हो जाए।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

6 फिर परमेश्‍वर ने कहा, “जल के बीच एक ऐसा अन्तर हो कि जल दो भाग हो जाए।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

6 फिर परमेश्‍वर ने कहा, “जल के बीच एक ऐसा अंतर हो, जो जल को जल से अलग करे।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

6 फिर परमेश्वर ने कहा, “जल के बीच ऐसा विभाजन हो कि जल दो भागों में हो जाए.”

अध्याय देखें प्रतिलिपि




उत्पत्ति 1:6
23 क्रॉस रेफरेंस  

परमेश्‍वर ने कहा, ‘दिन को रात से अलग करने के लिए आकाश के मेहराब में ज्‍योति-पिण्‍ड हों। वे ऋतु, दिन और वर्ष के चिह्‍न बनें।


परमेश्‍वर ने कहा, ‘समुद्र जीवित जलचरों के झुण्‍ड के झुण्‍ड उत्‍पन्न करें तथा पक्षी पृथ्‍वी पर आकाश के मेहराब में उड़ें।’


उसकी साँस से आकाश-मंडल साफ हो जाता है, उसने अपने हाथ से भागते हुए सर्प को मार डाला है।


वह काली घटाओं को भाप से भरता है; बादल उसकी बिजलियों को फैला देते हैं।


क्‍या तुम परमेश्‍वर के समान, आकाश- मण्‍डल को, जो ढले हुए दर्पण की तरह पक्‍का है, चादर के सदृश तान सकते हो?


तू प्रकाश को वस्‍त्र के सदृश पहिनता है। तूने आकाश को तम्‍बू के समान ताना है


ओ आकाश, सर्वोच्‍च आकाश, ओ आकाश से ऊपर के जल, उसकी स्‍तुति करो!


प्रभु की स्‍तुति करो! उसके पवित्र स्‍थान में परमेश्‍वर की स्‍तुति करो। आकाश के मेहराब में उसके सामर्थ्य की स्‍तुति करो।


आकाश परमेश्‍वर की महिमा का वर्णन कर रहा है, आकाश का मेहराब उसके हस्‍त-कार्य को प्रकट करता है।


दिन से दिन निरन्‍तर वार्तालाप करता है, और रात, रात को ज्ञान प्रदान करती है।


आकाश-मण्‍डल प्रभु के वचन से और उसकी समस्‍त स्‍वर्गिक सेना, उसके मुंह की सांस से निर्मित हुई।


क्‍योंकि प्रभु ने कहा, और वह हो गया; उसने आज्ञा दी, और वह स्‍थित हो गया।


यदि बादल जल से भरे हैं, तो वे स्‍वत: भूमि पर बरसेंगे। चाहे वृक्ष दक्षिण की ओर गिरे, चाहे वह उत्तर की ओर गिरे, वह जिस स्‍थान पर गिरा है, वह वहीं पड़ा रहेगा।


वह प्रभु ही है जो पृथ्‍वी के चक्र के ऊपर विराजमान है। और हम, पृथ्‍वी के निवासी, मात्र टिड्डियां हैं! प्रभु आकाश को वितान के समान तानता है, उसको तम्‍बू के समान फैलाता है ताकि मनुष्‍य उस के नीचे रह सकें।


किन्‍तु प्रभु ही सच्‍चा ईश्‍वर है। वह जीवंत परमेश्‍वर है, और शाश्‍वत महाराजाधिराज है। जब वह क्रुद्ध होता है, तब पृथ्‍वी कांप उठती है; उसके क्रोध को सहन करने की शक्‍ति किसी राष्‍ट्र में नहीं है।


प्रभु परमेश्‍वर ने ही पृथ्‍वी को अपने सामर्थ्य से बनाया है; उसने ही संसार को अपनी बुद्धि से स्‍थित किया है। प्रभु परमेश्‍वर ने आकाश को अपनी समझ से फैलाया है।


प्रभु की ओर से यह एक गंभीर चेतावनी है। जिस प्रभु ने आकाश को ताना है, जिसने पृथ्‍वी की नींव डाली है और जिसने मानव के भीतर की आत्‍मा को निर्मित किया है, उस प्रभु की इस्राएल के सम्‍बन्‍ध में यह वाणी है। प्रभु यों कहता है:


वे जान-बूझकर यह भूल जाते हैं कि प्राचीन काल में एक आकाश था और एक पृथ्‍वी, जो परमेश्‍वर के शब्‍द द्वारा जल से उत्‍पन्न हो कर जल पर बनी हुई थी।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों