तब शहरपनाह में दरार की गई। जब यहूदा प्रदेश के राजा सिदकियाह ने यह देखा, तब उसने और उसके सशस्त्र अंगरक्षकों ने नगर को छोड़ दिया। वे रात में दो दीवारों के मध्यवर्ती दरवाजे के मार्ग से निकल गए। यह दरवाजा राज-उद्यान के समीप था। यद्यपि कसदी सैनिक नगर को चारों ओर से घेरे हुए थे, तो भी वे यर्दन नदी की सूखी घाटी की ओर निकल गए।
घुड़सवार सैनिक सीरियाई सेना के पीछे-पीछे यर्दन नदी के तट तक गए। उन्होंने देखा कि समस्त मार्ग वस्त्रों और अस्त्र-शस्त्र से भरा है, जिनको सीरियाई सैनिक जल्दी में फेंक गए थे। घुड़सवार सैनिक लौटे, और उन्होंने राजा को बताया।
नगर की शहरपनाह में दरार की गई और वहां से सब सैनिक भागने लगे। राज-उद्यान के समीप एक द्वार था। यह द्वार शहरपनाह की दोनों दीवारों के बीच था। सिदकियाह के सैनिक इस द्वार से रात के समय नगर के बाहर निकल गए, यद्यपि कसदी सेना नगर के चारों ओर घेरा डाल कर पड़ी हुई थी। सिदकियाह और उसके सैनिक अराबाह की ओर गए।
तुम्हारा शासक अंधेरे में अपने कंधे पर अपना सामान उठाएगा और चला जाएगा। तुम दीवार को फोड़ोगे और वह उससे निकल जाएगा। उसकी आंखों पर पट्टी बांधी जाएगी, ताकि वह अपने देश को न देख सके।
प्रभु के प्रकोप-दिवस पर न उनका सोना, और न चांदी उन्हें प्रभु के प्रकोप से मुक्त कर सकेगी। प्रभु की ईष्र्या-अग्नि से सम्पूर्ण पृथ्वी भस्म हो जाएगी। वह पृथ्वी के समस्त निवासियों को अचानक पूर्णत: नष्ट कर देगा।
गिलआद-कुल यर्दन नदी के उस पार रह गया। क्यों दान के वंशज दूर जलयानों में लगे रहते हैं? आशेर कुल समुद्र तट पर निश्चल बैठा है। वह अपने बन्दरगाहों में शांति से निवास कर रहा है।