अय्यूब 7:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)4 जब मैं सोता हूं तब कहता हूं, “मैं कब उठूंगा?” पर रात लम्बी होती है, और कटती नहीं। मैं प्रात: होने तक शैया पर करवटें बदलता रहता हूं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल4 जब मैं लेटता हूँ, मैं सोचा करता हूँ कि अभी और कितनी देर है मेरे उठने का? यह रात घसीटती चली जा रही है। मैं छटपटाता और करवट बदलता हूँ, जब तक सूरज नहीं निकल आता। अध्याय देखेंHindi Holy Bible4 जब मैं लेट लाता, तब कहता हूँ, मैं कब उठूंगा? और रात कब बीतेगी? और पौ फटने तक छटपटाते छटपटाते उकता जाता हूँ। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)4 जब मैं लेट जाता तब कहता हूँ, ‘मैं कब उठूँगा?’ पर रात लम्बी होती जाती है, और पौ फटने तक छटपटाते छटपटाते उकता जाता हूँ। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल4 मैं इस विचार के साथ बिछौने पर जाता हूं, ‘मैं कब उठूंगा?’ किंतु रात्रि समाप्त नहीं होती. मैं प्रातःकाल तक करवटें बदलता रह जाता हूं. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20194 जब मैं लेट जाता, तब कहता हूँ, ‘मैं कब उठूँगा?’ और रात कब बीतेगी? और पौ फटने तक छटपटाते-छटपटाते थक जाता हूँ। अध्याय देखें |