यिश्माएल राजवंश का था। वह राजा सिदकियाह का एक मुख्य उच्चाधिकारी था। उनके पिता का नाम नतन्याह और दादा का नाम एलीशामा था। सातवें महीने में यह घटना घटी। यिश्माएल अपने साथ दस सैनिक लेकर मिस्पाह नगर में गदल्याह बेन-अहीकाम के पास आया। राज्यपाल गदल्याह ने मिस्पाह में उसका स्वागत किया, और उन्होंने एक साथ भोजन किया।
सातवें महीने में यह घटना घटी। यिश्माएल, जिसके पिता का नाम नतनयाह और दादा का नाम एलीशामा था; और जो राजपरिवार का था, अपने दस सैनिकों के साथ आया। उसने आक्रमण कर दिया, और गदल्याह, यहूदा प्रदेश के नागरिकों और कसदियों को, जो गदल्याह के साथ मिस्पाह में थे, मार डाला।
हेरोदेस को यह देख कर बहुत क्रोध आया कि ज्योतिषियों ने मुझे धोखा दिया है। उसने सिपाहियों को भेजा और बेतलेहम तथा उसके आसपास के गाँवों में उन सभी बालकों को मरवा डाला, जो ज्योतिषियों से पता लगाए समय के अनुसार दो वर्ष के या उससे कम आयु के थे।
जब यहूदा प्रदेश के राजा अहज्याह ने यह देखा तब वह बेत-हग्गान नगर की ओर भागा। येहू ने उसका पीछा किया। येहू ने अपने सैनिकों को आदेश दिया, ‘इसको भी तीर से मारो।’ जब अहज्याह यिब्लआम नगर के समीप गूर नामक चढ़ाई पर चढ़ रहा था, तब येहू के सैनिकों ने रथ में ही तीर से उसे बेध दिया। वह मगिद्दो नगर की ओर भागा, और वहां उसकी मृत्यु हो गई।
जब उसने राज्य करना आरम्भ किया, तब वह बाईस वर्ष का था। उसने राजधानी यरूशलेम में केवल एक वर्ष तक राज्य किया। उसकी मां का नाम अतल्याह था। वह इस्राएल प्रदेश के राजा ओम्री की पौत्री थी।
उनके जाने के बाद प्रभु का दूत यूसुफ को स्वप्न में दिखाई दिया और यह बोला, “उठिए! बालक और उसकी माता को लेकर मिस्र देश भाग जाइए। जब तक मैं आप से न कहूँ, वहीं रहिए; क्योंकि हेरोदेस इस बालक को मरवा डालने के लिए इस को ढूँढ़ने वाला है।”
वह अपने पिता के घर, ओप्राह नगर को गया। उसने वहाँ अपने भाइयों, यरूब्बअल के सत्तर पुत्रों, का एक ही पत्थर पर वध कर दिया। किन्तु यरूब्बअल का सबसे छोटा पुत्र योताम बच गया, क्योंकि वह छिप गया था।
राजा ने शिमई से यह भी कहा, ‘जो दुष्कर्म तुमने मेरे पिता दाऊद के साथ किए थे, उन सबको तुम अपने हृदय में जानते हो। अत: प्रभु तुम्हारे दुष्कर्मों का फल तुम्हारे ही सिर पर डालेगा।
जब येहू का पत्र उनके पास पहुंचा तब उन्होंने सत्तर राजकुमारों को पकड़ा, और उनका वध कर दिया। उन्होंने उनके सिर काटकर टोकरियों में रखा, और उनको येहू के पास यिज्रएल नगर भेज दिया।
क्योंकि मैं निश्चय ही तुम्हारे रक्त का बदला लूंगा। मैं प्रत्येक पशु से, प्रत्येक मनुष्य से उसका प्रतिशोध लूंगा। मैं प्रत्येक मनुष्य से उसके भाई-बहिन के रक्त का बदला लूंगा।
येहू के राज्य-काल के सातवें वर्ष में योआश ने राज्य करना आरम्भ किया। वह राजधानी यरूशलेम में चालीस वर्ष तक राज्य करता रहा। उसकी मां का नाम सिब्याह था। वह बएर-शेबा नगर की रहने वाली थी।